वैश्विक वित्तीय विशेषज्ञ दिसंबर 2025 में भारतीय रिजर्व बैंक (RBI) द्वारा 25 बेसिस पॉइंट की रेपो रेट कटौती की उम्मीद कर रहे हैं, जो वर्तमान नरमी चक्र का अंत हो सकता है। अक्टूबर में शून्य के करीब सीपीआई मुद्रास्फीति इसका समर्थन करती है, जो यह संकेत देती है कि आरबीआई मजबूत विकास के बावजूद दरें कम कर सकता है। इससे कर्जदारों को लाभ होगा, लेकिन बैंकों को मार्जिन पर दबाव और जमाकर्ताओं को कम रिटर्न का सामना करना पड़ सकता है।