भारत रूस के नेतृत्व वाले EAEU के साथ FTA वार्ता में तेजी लाने को तैयार, व्यापार बढ़ाने की है मंशा!
Overview
भारत, रूस के नेतृत्व वाले यूरेशियन इकोनॉमिक यूनियन (EAEU) के साथ फ्री ट्रेड एग्रीमेंट (FTA) पर चर्चा को तेज करने वाला है। राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन की 4 दिसंबर की यात्रा के दौरान ये बातचीत द्विपक्षीय व्यापार और निर्यात को महत्वपूर्ण रूप से बढ़ाने पर केंद्रित होगी, खासकर फार्मास्यूटिकल्स, रसायन और मशीनरी जैसे क्षेत्रों में। भारत रूस के साथ एक अलग सेवाओं (services) समझौते पर भी विचार कर सकता है और प्रमुख गैर-टैरिफ बाधाओं (non-tariff barriers) का समाधान करेगा।
भारत, रूस के नेतृत्व वाले यूरेशियन इकोनॉमिक यूनियन (EAEU) के साथ फ्री ट्रेड एग्रीमेंट (FTA) पर बातचीत को आगे बढ़ाने की तैयारी कर रहा है। यह महत्वपूर्ण विकास रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन की 4 दिसंबर को नई दिल्ली की यात्रा के दौरान एक प्रमुख फोकस रहने की उम्मीद है, जो आर्थिक संबंधों को गहरा करने के रणनीतिक प्रयास का संकेत देता है।
द्विपक्षीय व्यापार की संभावनाओं को बढ़ावा देना
- इन आगे बढ़ती बातचीत का प्राथमिक उद्देश्य द्विपक्षीय व्यापार को काफी बढ़ाना है, जिसका साझा लक्ष्य 2030 तक $100 बिलियन तक पहुंचना है।
- वित्तीय वर्ष 2024-25 में रूस को भारत का माल निर्यात $4.88 बिलियन रहा, जो विकास के लिए पर्याप्त क्षमता दर्शाता है।
प्रमुख निर्यात क्षेत्रों पर ध्यान
- भारत फार्मास्यूटिकल्स, रसायन, इंजीनियरिंग सामान, मशीनरी, ऑटोमोटिव, कृषि उत्पाद और समुद्री उत्पादों सहित महत्वपूर्ण क्षेत्रों में निर्यात मात्रा बढ़ाने का लक्ष्य रखता है।
- EAEU ब्लॉक में भारतीय समुद्री निर्यात को प्रभावित करने वाली 65 से अधिक पहचानी गई गैर-टैरिफ बाधाओं (non-tariff barriers) को दूर करने के प्रयास किए जाएंगे।
व्यापार बाधाओं और संवेदनशीलताओं को संबोधित करना
- EAEU में भारत के फार्मास्युटिकल निर्यात के लिए विशिष्ट चुनौतियों पर प्रकाश डाला गया है, जिसमें पंजीकरण प्रक्रियाओं, नैदानिक परीक्षणों (clinical trials), बाजार पहुंच और मूल्य पंजीकरण के मुद्दे शामिल हैं।
- आपसी संवेदनशीलताओं और उन उत्पादों की पहचान पर चर्चा केंद्रित होने की उम्मीद है जहाँ व्यापार विस्तार प्राथमिकता है।
- सरकारी सूत्रों ने संकेत दिया है कि भारत प्रस्तावित व्यापार सौदे के दायरे में सोना और कीमती धातुओं को शामिल करने का इच्छुक नहीं है।
एक अलग सेवा समझौते का पता लगाना
- EAEU ब्लॉक के सीमा शुल्क संघ (customs union) ढांचे से परे, भारत विशेष रूप से रूस के साथ एक अलग सेवा व्यापार समझौते पर बातचीत करने की संभावना तलाश रहा है।
- यह पहल स्वीकार करती है कि सीमा शुल्क संघों के भीतर व्यापार सौदों में अक्सर सेवा क्षेत्र को बाहर रखा जाता है।
EAEU सदस्य राज्य और बातचीत का दायरा
- यूरेशियन इकोनॉमिक यूनियन में रूस, कजाकिस्तान, आर्मेनिया, बेलारूस और किर्गिस्तान शामिल हैं, जबकि क्यूबा, मोल्दोवा और उज्बेकिस्तान को पर्यवेक्षक का दर्जा (observer status) प्राप्त है।
- FTA वार्ता में सीमा शुल्क प्रशासन, ई-कॉमर्स, बौद्धिक संपदा अधिकार (IPR), स्वच्छता और फाइटोसैनिटरी उपाय (Sanitary and Phytosanitary Measures), टैरिफ और तकनीकी नियम जैसे महत्वपूर्ण क्षेत्रों को शामिल करने की उम्मीद है।
पिछली प्रक्रियाएं और संबंधित पहलें
- EAEU के साथ औपचारिक FTA वार्ता आधिकारिक तौर पर 26 नवंबर को नई दिल्ली में शुरू की गई थी।
- यह समझौते के संदर्भ की शर्तों (Terms of Reference - ToR) पर 20 अगस्त को मास्को में हस्ताक्षर करने के बाद हुआ।
- संबंधित आर्थिक सहयोग प्रयासों में, भारतीय और रूसी केंद्रीय बैंक स्थानीय मुद्राओं में निपटान तंत्र (settlement mechanism) पर चर्चा कर रहे हैं।
- इसके अलावा, भारत और रूस के बीच श्रम गतिशीलता (labor mobility) पर एक समझौते को अंतिम रूप दे दिया गया है और हस्ताक्षर के लिए उचित प्रक्रिया से गुजर रहा है।
प्रभाव
- यह संभावित फ्री ट्रेड एग्रीमेंट भारतीय व्यवसायों के लिए EAEU बाजार में महत्वपूर्ण नए निर्यात अवसर खोल सकता है, जो व्यापार घाटे को कम करने और समग्र आर्थिक विस्तार में योगदान देगा। यह राजनयिक और आर्थिक संबंधों को भी मजबूत करता है।
- प्रभाव रेटिंग: 6
कठिन शब्दों की व्याख्या
- FTA (Free Trade Agreement): दो या दो से अधिक देशों के बीच एक समझौता जो उनके बीच व्यापार और निवेश की बाधाओं को कम या समाप्त करता है, जिससे वाणिज्य आसान हो जाता है।
- EAEU (Eurasian Economic Union): मुख्य रूप से उत्तरी यूरेशिया में देशों का एक आर्थिक संघ, जो सीमा शुल्क संघ (Customs Union) और सामान्य बाजार के रूप में कार्य करता है।
- Customs Union: एक प्रकार का व्यापार ब्लॉक जहाँ सदस्य देश अपने बीच टैरिफ समाप्त करते हैं और गैर-सदस्य देशों से आने वाले सामानों पर एक सामान्य बाहरी टैरिफ लागू करते हैं।
- Non-tariff Barriers: व्यापार प्रतिबंध जो कर नहीं हैं, जैसे कोटा, आयात लाइसेंसिंग, या जटिल नियम, जो आयात में बाधा डाल सकते हैं।
- Terms of Reference (ToR): एक दस्तावेज जो किसी परियोजना या बातचीत के दायरे, उद्देश्यों, कार्यप्रणाली और वितरण योग्यताओं (deliverables) को परिभाषित करता है।
- Sanitary and Phytosanitary Measures: मानव, पशु या पादप जीवन या स्वास्थ्य को कीटों या बीमारियों से उत्पन्न होने वाले जोखिमों से बचाने के लिए डिज़ाइन किए गए नियम, जो अक्सर खाद्य सुरक्षा से संबंधित होते हैं।
- IPR (Intellectual Property Rights): कानूनी अधिकार जो रचनाकारों को उनके निर्माणों पर विशेष नियंत्रण प्रदान करते हैं, जैसे पेटेंट, कॉपीराइट और ट्रेडमार्क।

