Economy
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Updated on 04 Nov 2025, 01:26 pm
Reviewed By
Aditi Singh | Whalesbook News Team
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केंद्रीय कैबिनेट ने 8वें वेतन आयोग के संदर्भ की शर्तों (ToR) के लिए अपनी मंजूरी दे दी है, जिससे सेवानिवृत्त न्यायमूर्ति रंजन देसाई के नेतृत्व में इसके संचालन के लिए एक ढांचा तैयार हो गया है। आयोग का एक प्रमुख कार्य मौजूदा बोनस योजनाओं की जांच करना है, जिसका उद्देश्य कर्मचारी प्रदर्शन और उत्पादकता में सुधार करना है। यह उत्कृष्टता को पुरस्कृत करने के लिए डिज़ाइन की गई उपयुक्त प्रोत्साहन योजनाओं के लिए सिफारिशें भी तैयार करेगा। इसके अलावा, आयोग को नेशनल पेंशन सिस्टम (NPS) और यूनिफाइड पेंशन स्कीम (UPS) के तहत कर्मचारियों के लिए मृत्यु-सह-सेवानिवृत्ति ग्रेच्युटी, और इन योजनाओं में शामिल नहीं होने वालों के लिए पेंशन की समीक्षा करने का काम सौंपा गया है। लक्ष्य एक ऐसी पारिश्रमिक संरचना विकसित करना है जो प्रतिभाशाली व्यक्तियों के लिए आकर्षक हो, सरकारी सेवा में दक्षता, जवाबदेही और जिम्मेदारी को बढ़ावा दे। ये परिवर्तन केंद्रीय सरकारी कर्मचारियों, अखिल भारतीय सेवाओं, रक्षा बलों, केंद्र शासित प्रदेशों के कर्मियों और भारतीय ऑडिट और लेखा विभाग के कर्मचारियों सहित कई तरह के कर्मियों पर लागू होंगे। आयोग को भारत की आर्थिक स्थितियों, वित्तीय विवेक की आवश्यकता और विकासात्मक एवं कल्याणकारी उपायों के लिए संसाधनों की उपलब्धता पर विचार करना होगा। यह राज्य सरकारों पर प्रभाव का भी आकलन करेगा और मौजूदा संरचनाओं की तुलना केंद्रीय सार्वजनिक क्षेत्र के उपक्रमों (CPSUs) और निजी क्षेत्र से करेगा। सिफारिशें आयोग के गठन के 18 महीने के भीतर प्रस्तुत की जानी हैं। प्रभाव: इस खबर का महत्वपूर्ण महत्व है क्योंकि यह लाखों केंद्रीय सरकारी कर्मचारियों और विभिन्न सेवाओं के कर्मियों की भविष्य की वेतन संरचना, लाभ और सेवानिवृत्ति पैकेजों को सीधे प्रभावित करती है। संभावित परिवर्तनों से सरकारी व्यय में वृद्धि हो सकती है, जो राजकोषीय नीति, उधार पैटर्न और समग्र आर्थिक स्थिरता को प्रभावित करेगा। यह अप्रत्यक्ष रूप से उपभोक्ता खर्च और मुद्रास्फीति को भी प्रभावित कर सकता है। रेटिंग: 8/10 कठिन शब्द: संदर्भ की शर्तें (ToR): वह दस्तावेज़ जो किसी समिति या आयोग के दायरे, उद्देश्यों और जनादेश को रेखांकित करता है। मृत्यु-सह-सेवानिवृत्ति ग्रेच्युटी: कर्मचारी को मृत्यु या सेवानिवृत्ति पर प्रदान की जाने वाली एकमुश्त राशि, जो एक टर्मिनल लाभ का एक रूप है। नेशनल पेंशन सिस्टम (NPS): एक स्वैच्छिक, परिभाषित अंशदान पेंशन योजना जहां अंशदान बाजार-लिंक्ड प्रतिभूतियों में निवेश किया जाता है। यूनिफाइड पेंशन स्कीम (UPS): एक पेंशन योजना जो बाजार-लिंक्ड NPS से अलग, एक निश्चित पेंशन राशि प्रदान करती है। पारिश्रमिक संरचना: कर्मचारी का कुल मुआवजा पैकेज, जिसमें वेतन, भत्ते और अन्य लाभ शामिल हैं। वित्तीय विवेक: अत्यधिक ऋण से बचने और आर्थिक स्थिरता बनाए रखने के लिए सरकारी वित्त का जिम्मेदारी से प्रबंधन करने का अभ्यास। केंद्रीय सार्वजनिक क्षेत्र के उपक्रम (CPSUs): केंद्र सरकार के स्वामित्व और संचालित कंपनियां।
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