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WazirX $235 मिलियन साइबर हमले के बाद, बढ़ी हुई सुरक्षा के साथ फिर से लॉन्च हुआ

Crypto

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Updated on 05 Nov 2025, 06:55 am

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Reviewed By

Abhay Singh | Whalesbook News Team

Short Description:

भारत का सबसे बड़ा क्रिप्टो एक्सचेंज, WazirX, जुलाई 2024 में हुए एक बड़े साइबर हमले के बाद फिर से संचालन शुरू कर रहा है। इस हमले में $235 मिलियन से ज़्यादा का नुकसान हुआ था और सेवाएं ठप हो गई थीं। एक साल से ज़्यादा की कानूनी पुनर्गठन (restructuring) के बाद, संस्थापक निशल शेट्टी के नेतृत्व में एक्सचेंज वापस आ गया है, जो मज़बूत सुरक्षा और बेहतर शासन (governance) का वादा कर रहा है, और इसका लक्ष्य यूज़र का भरोसा और अपनी बाज़ार हिस्सेदारी फिर से बनाना है।
WazirX $235 मिलियन साइबर हमले के बाद, बढ़ी हुई सुरक्षा के साथ फिर से लॉन्च हुआ

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Detailed Coverage:

WazirX, जो पहले भारत का प्रमुख क्रिप्टोकरेंसी एक्सचेंज था और 16 मिलियन से ज़्यादा यूज़र्स को सेवा देता था, जुलाई 2024 में एक गंभीर साइबर हमले का शिकार हुआ। इसमें $235 मिलियन से ज़्यादा का नुकसान हुआ और संचालन रोकना पड़ा। उत्तर कोरिया के लाज़र्स ग्रुप (Lazarus Group) को इसका ज़िम्मेदार ठहराया गया। इसने यूज़र्स के फंड फ्रीज़ कर दिए और भारतीय क्रिप्टो समुदाय का विश्वास कम कर दिया। एक साल से ज़्यादा की कानूनी प्रक्रियाओं और हितधारकों (stakeholders) के साथ बातचीत के बाद, WazirX अब फिर से लॉन्च हो गया है। कंपनी ने सिंगापुर कोर्ट के समर्थन से पुनर्गठन प्रक्रिया अपनाई, जिसे संस्थापक निशल शेट्टी ने लिक्विडेशन (liquidation) की तुलना में ज़्यादा कुशल और कम खर्चीला बताया। इस रणनीति, जिसे RRR (restructure, restart, rebuild) कहा गया है, का मुख्य उद्देश्य प्रभावित यूज़र्स को अधिकतम मूल्य वापस देना है। री-लॉन्च के लिए, WazirX ने संभावित बिकवाली (sell-offs) को संभालने के लिए यूज़र्स को पैनिक सेलिंग के ख़िलाफ़ शिक्षित किया और सीमित ट्रेडिंग पेयर्स के साथ संचालन शुरू किया। खरीदारों को आकर्षित करने के लिए, ट्रेडिंग शुल्क (fees) अस्थायी रूप से हटा दिए गए, जिससे कीमतों को स्थिर करने और ₹40-50 करोड़ के महत्वपूर्ण ट्रेडिंग वॉल्यूम को हासिल करने में मदद मिली। एक्सचेंज अब उत्पाद की गुणवत्ता (product quality) और उन फीचर्स पर ध्यान केंद्रित कर रहा है जिनकी यूज़र्स को वास्तव में ज़रूरत है, जिसमें हर तिमाही में एक से तीन मुख्य फीचर्स पेश करने की योजना है। सुरक्षा और यूज़र फंड की सुरक्षा री-स्टार्ट चरण में सबसे महत्वपूर्ण थी। कंपनी ने संकट प्रबंधन (crisis management) में महत्वपूर्ण सबक भी सीखे, जैसे कि तत्काल प्लेटफॉर्म फ्रीज़ करना, अधिकारियों को रिपोर्ट करना, ट्रेसिंग फर्मों को शामिल करना और संपत्ति वसूली (asset recovery) के प्रयास। एक बड़ी बाधा सिंगापुर के कानून में हुए बदलाव थे, जिन्होंने क्रिप्टो व्यवसायों के लिए लाइसेंस अनिवार्य कर दिए थे। इससे एक संशोधित पुनर्गठन योजना बनी, जिसे अदालत ने मंजूरी दी, और क्रिप्टो एसेट्स को भारतीय इकाई में स्थानांतरित करने की अनुमति मिली। WazirX और उसके यूज़र्स के बीच कानूनी संबंध को लेनदार-ऋणदाता (creditor-debtor) के रूप में स्पष्ट किया गया। निशल शेट्टी की WazirX के लिए दृष्टि है कि वे ग्राहक की सलाह का कड़ाई से पालन करके, पारदर्शिता बढ़ाकर, और विश्वसनीय उत्पादों और लगातार संचार के माध्यम से विश्वास बनाकर अपनी शीर्ष स्थिति फिर से हासिल करें। Impact: WazirX जैसी एक प्रमुख इकाई का पुन: लॉन्च भारतीय क्रिप्टो बाज़ार के लिए महत्वपूर्ण है। यह बड़े सुरक्षा उल्लंघनों और कानूनी चुनौतियों के प्रति लचीलापन (resilience) दिखाता है, जो डिजिटल एसेट्स और उन्हें ट्रेड करने वाले प्लेटफॉर्म में विश्वास बढ़ा सकता है। हालाँकि, क्रिप्टो स्पेस की अंतर्निहित कमजोरियाँ (underlying vulnerabilities) अभी भी चिंता का विषय हैं। Rating: 7/10.


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