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बर्जर पेंट्स को H2 FY26 में कच्चे माल की लागत नरम पड़ने से मार्जिन में 100-150 बेसिस पॉइंट का विस्तार देखने की उम्मीद

Consumer Products

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Updated on 05 Nov 2025, 09:14 am

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Reviewed By

Satyam Jha | Whalesbook News Team

Short Description:

बर्जर पेंट्स को इस वित्तीय वर्ष की दूसरी छमाही में कच्चे माल की कीमतों में नरमी आने के कारण सकल मार्जिन (gross margin) में 100-150 बेसिस पॉइंट का विस्तार होने की उम्मीद है। यह उम्मीद एक चुनौतीपूर्ण दूसरी तिमाही के बाद आई है, जहां भारी बारिश के कारण प्रीमियम उत्पादों की बिक्री प्रभावित हुई और डाउन-ट्रेडिंग (down-trading) को बढ़ावा मिला, जिससे मार्जिन में गिरावट आई। कंपनी भविष्य के विकास को बढ़ाने के लिए अपने डीलर नेटवर्क का विस्तार करने की भी योजना बना रही है।
बर्जर पेंट्स को H2 FY26 में कच्चे माल की लागत नरम पड़ने से मार्जिन में 100-150 बेसिस पॉइंट का विस्तार देखने की उम्मीद

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Stocks Mentioned:

Berger Paints India Limited

Detailed Coverage:

बर्जर पेंट्स, भारत की दूसरी सबसे बड़ी पेंट निर्माता, ने चालू वित्तीय वर्ष की दूसरी छमाही में अपने सकल मार्जिन में 100 से 150 बेसिस पॉइंट के महत्वपूर्ण सुधार का अनुमान लगाया है। यह सकारात्मक पूर्वानुमान मुख्य रूप से कच्चे माल की कीमतों में आई नरमी के कारण है।

इस आशावादी दृष्टिकोण के बावजूद, कंपनी ने वित्त वर्ष 26 की दूसरी तिमाही में चुनौतियों का सामना किया। इसका स्टैंडअलोन सकल मार्जिन 80 बेसिस पॉइंट घटकर 39.6% हो गया, जो पिछले वर्ष की इसी तिमाही में 40.4% था। इस गिरावट का मुख्य कारण लगातार और अत्यधिक बारिश थी, जिसने उच्च-मूल्य वाले बाहरी इमल्शन (exterior emulsion) उत्पादों की बिक्री को प्रतिकूल रूप से प्रभावित किया और उपभोक्ताओं को अधिक किफायती अर्थव्यवस्था खंड (economy segment) के उत्पादों की ओर जाने के लिए प्रोत्साहित किया, जिसे डाउन-ट्रेडिंग (down-trading) कहा जाता है।

बर्जर पेंट्स के प्रबंध निदेशक और सीईओ, अभिजीत रॉय ने बताया कि दूसरी तिमाही खराब मौसम के कारण कठिन थी, जिसके परिणामस्वरूप उच्च एकल-अंक में वॉल्यूम ग्रोथ (volume growth) हुई, लेकिन केवल निम्न एकल-अंक में वैल्यू ग्रोथ (value growth) हुई। समेकित आधार पर, शुद्ध लाभ साल-दर-साल 23.53% घटकर ₹206.38 करोड़ हो गया। मूल्यह्रास, ब्याज और करों से पहले लाभ (PBDIT) मार्जिन भी पिछले वर्ष की अवधि के 15.6% से घटकर 12.5% ​​हो गया। राजस्व (revenue) में 1.9% की मामूली वृद्धि हुई और यह ₹2,827.49 करोड़ रहा।

कंपनी अपने डीलर नेटवर्क का विस्तार करने पर भी रणनीतिक रूप से ध्यान केंद्रित कर रही है। बाजार के अवसरों का लाभ उठाने और चौथी तिमाही में बेहतर बिक्री परिणाम लाने के लिए इसकी योजना तीसरी तिमाही में अधिक डीलरों को जोड़ने की है।

प्रभाव: कच्चे माल की कीमतों में नरमी से सीधे लाभ मार्जिन में वृद्धि होने की उम्मीद है। हालांकि, भारी मानसून जैसी प्रतिकूल मौसम की स्थिति बिक्री की मात्रा और बिक्री मिश्रण (sales mix) के लिए जोखिम पैदा करती है, जिससे प्रीमियम उत्पादों से होने वाली आय प्रभावित हो सकती है। डीलर नेटवर्क का विस्तार मध्यम से लंबी अवधि में बाजार में पैठ और बिक्री की मात्रा बढ़ाने का एक रणनीतिक पहल है।


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