Consumer Products
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Updated on 07 Nov 2025, 05:53 pm
Reviewed By
Satyam Jha | Whalesbook News Team
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ब्रिटानिया इंडस्ट्रीज चालू वित्तीय वर्ष (FY26) की दूसरी छमाही में वॉल्यूम वृद्धि में महत्वपूर्ण उछाल की उम्मीद कर रही है। यह आशा हाल ही में की गई गुड्स एंड सर्विसेज टैक्स (GST) दर के युक्तिकरण से उपजी है, जिसने बिस्किट सहित अधिकांश खाद्य और पेय उत्पादों पर कर को 12-18% की सीमा से घटाकर 5% कर दिया है। इसके जवाब में, ब्रिटानिया ने रणनीतिक मूल्य निर्धारण और पैकेजिंग समायोजन लागू किए हैं। कंपनी ने अपने लोकप्रिय लो-यूनिट पैक, जैसे कि 5 रुपये और 10 रुपये के उत्पाद, जो इसके पोर्टफोलियो का 65% हिस्सा हैं, पर ग्रामेज (उत्पाद का वजन) 10-13% बढ़ा दिया है। शेष 35% का प्रतिनिधित्व करने वाले बड़े पैक के लिए, ब्रिटानिया मूल्य कटौती कर रही है। इन परिवर्तनों के मध्य नवंबर तक पूरी तरह से लागू होने की उम्मीद है। Impact: यह खबर ब्रिटानिया इंडस्ट्रीज और व्यापक भारतीय फास्ट-मूविंग कंज्यूमर गुड्स (FMCG) क्षेत्र के लिए अत्यंत सकारात्मक है। GST में कमी और उसके परिणामस्वरूप मूल्य/ग्रामेज समायोजन को उपभोक्ता मांग और बाजार हिस्सेदारी बढ़ाने के लिए डिज़ाइन किया गया है। कंपनी की सक्रिय रणनीतियाँ, जिनमें टॉपलाइन और वॉल्यूम-आधारित वृद्धि पर मजबूत ध्यान, ब्रांड निवेश में वृद्धि, और छोटे शहरों तथा ग्रामीण क्षेत्रों को लक्षित करने वाला एक नया रीजनलाइजेशन दृष्टिकोण शामिल है, से महत्वपूर्ण वृद्धि की उम्मीद है। रेडी-टू-ड्रिंक प्रोटीन पेय बाज़ार में प्रवेश से नए राजस्व स्रोत भी खुलेंगे। कंपनी FY26 की पहली छमाही में कम सिंगल-डिजिट या सपाट वॉल्यूम वृद्धि से दूसरी छमाही में हाई सिंगल-डिजिट या डबल-डिजिट वृद्धि की ओर बदलाव की उम्मीद कर रही है।