Consumer Products
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Updated on 14th November 2025, 2:50 PM
Author
Abhay Singh | Whalesbook News Team
फ्लिपकार्ट ने ₹1,000 से कम कीमत वाले सभी उत्पादों के लिए शून्य कमीशन मॉडल लॉन्च किया है। यह कदम उपभोक्ता खर्च को बढ़ावा देने और मीशो जैसे वैल्यू-फोक्स्ड प्रतिस्पर्धियों को चुनौती देने के लिए है। यह पहल, जो इसके शोप्सी प्लेटफॉर्म पर भी सभी मूल्य बिंदुओं पर लागू की गई है, का उद्देश्य कमीशन और रिटर्न शुल्क कम करके विक्रेताओं की लागत को 30% तक कम करना है, साथ ही अधिक विक्रेताओं को उत्पादों की एक विस्तृत श्रृंखला सूचीबद्ध करने के लिए प्रोत्साहित करना है।
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घरेलू ई-कॉमर्स दिग्गज फ्लिपकार्ट ने अपने प्लेटफॉर्म पर ₹1,000 से कम कीमत वाले उत्पादों के लिए कमीशन शुल्क समाप्त करने का एक महत्वपूर्ण बदलाव पेश किया है। इस रणनीतिक कदम का उद्देश्य उपभोग को बढ़ावा देना और मीशो जैसे उभरते वैल्यू रिटेल प्लेटफॉर्म के खिलाफ प्रतिस्पर्धा को तेज करना है, जो पहले से ही समान शून्य कमीशन संरचना पर काम कर रहा है। शोप्सी और फ्लिपकार्ट मार्केटप्लेस के वाइस-प्रेसिडेंट कपिल थिरानी ने कहा कि यह पहली बार है जब शून्य कमीशन मॉडल को ₹1,000 से कम के उत्पादों के इतने बड़े चयन पर लागू किया गया है, जो उनके कुल प्रस्तावों का एक महत्वपूर्ण हिस्सा हैं। कंपनी ने अपने हाइपर-वैल्यू प्लेटफॉर्म, शोप्सी में भी उत्पाद की कीमत की परवाह किए बिना, इस शून्य कमीशन लाभ का विस्तार किया है। कमीशन परिवर्तन के अलावा, फ्लिपकार्ट ने अपने सभी वर्टिकल में रिटर्न शुल्क को ₹35 कम कर दिया है। विक्रेता के लिए रिटर्न एक महत्वपूर्ण चिंता का विषय है, और इस कमी से उन्हें काफी राहत मिलने की उम्मीद है, जिससे ₹1,000 से कम के उत्पादों पर व्यापार करने की समग्र लागत 30% तक कम हो जाएगी। फ्लिपकार्ट को उम्मीद है कि इन उपायों से अधिक विक्रेता उसके प्लेटफॉर्म पर आकर्षित होंगे और मौजूदा विक्रेता उच्च मूल्य वाली वस्तुएं सूचीबद्ध करने के लिए प्रोत्साहित होंगे। कंपनी का मानना है कि AI-संचालित तकनीक द्वारा संचालित दक्षता लाभ, उसकी कमाई पर किसी भी महत्वपूर्ण प्रभाव को कम करेगा। फ्लिपकार्ट का यह भी लक्ष्य है कि विक्रेता इन लागत बचतों को उपभोक्ताओं तक पहुंचाएं। प्रभाव: इस खबर से भारत के ई-कॉमर्स क्षेत्र में प्रतिस्पर्धा बढ़ने की उम्मीद है, जिससे उपभोक्ताओं के लिए, विशेष रूप से बजट सेगमेंट में, अधिक प्रतिस्पर्धी मूल्य निर्धारण हो सकता है। यह विक्रेताओं को एक महत्वपूर्ण लाभ भी प्रदान करता है, उनकी परिचालन लागत को कम करता है और उन्हें अपने प्रसाद का विस्तार करने के लिए प्रोत्साहित करता है। यह कदम फ्लिपकार्ट और शोप्सी के लिए बिक्री की मात्रा में वृद्धि का कारण बन सकता है, और प्रतिस्पर्धियों पर अपनी शुल्क संरचनाओं को अनुकूलित करने का दबाव डाल सकता है। रेटिंग: 8/10। कठिन शब्दों की व्याख्या: कमीशन शुल्क: बिक्री मूल्य का एक प्रतिशत जो एक ई-कॉमर्स प्लेटफॉर्म उत्पाद को सूचीबद्ध करने और बेचने की सुविधा के लिए विक्रेताओं से लेता है। रिटर्न शुल्क: जब कोई ग्राहक किसी उत्पाद को वापस करता है तो लगने वाला शुल्क, जिसे अक्सर प्लेटफॉर्म द्वारा विक्रेता पर डाला जाता है।