Consumer Products
|
Updated on 06 Nov 2025, 09:47 am
Reviewed By
Abhay Singh | Whalesbook News Team
▶
देवयानी इंटरनेशनल ने सितंबर तिमाही के लिए ₹21.8 करोड़ का शुद्ध घाटा दर्ज किया है, जो पिछले साल की इसी अवधि में दर्ज ₹0.02 करोड़ के मामूली लाभ से एक महत्वपूर्ण बदलाव है। यह गिरावट तब आई जब कंपनी का राजस्व 12.7% बढ़कर ₹1,376.7 करोड़ हो गया, जो एक साल पहले ₹1,222 करोड़ था। लाभप्रदता में यह गिरावट कमजोर परिचालन प्रदर्शन का परिणाम है। कंपनी की आय ब्याज, कर, मूल्यह्रास और परिशोधन (EBITDA) से पहले ₹192 करोड़ तक 1.8% कम हो गई, और इसके लाभ मार्जिन पिछले वर्ष के 16% से घटकर 14% रह गए। वित्तीय चुनौतियों के बावजूद, देवयानी इंटरनेशनल ने अपनी विस्तार रणनीति जारी रखी। इसका नेटवर्क कुल 2,184 स्टोर्स तक बढ़ गया, जिसमें तिमाही के दौरान 39 शुद्ध नए स्टोर्स जोड़े गए, जिनमें विशेष रूप से भारत में 30 नए KFC आउटलेट शामिल हैं। देवयानी इंटरनेशनल के गैर-कार्यकारी अध्यक्ष रवि जयपुरिया ने हालिया GST 2.0 परिवर्तन पर टिप्पणी करते हुए इसे "GST ढांचे को 2-स्तरीय संरचना में सरल और सामंजस्य स्थापित करने का एक ऐतिहासिक कदम" बताया। उन्होंने कहा कि हालांकि अभी इसका पूरी तरह से मूल्यांकन करना जल्दबाजी होगी, लेकिन ऑटोमोबाइल और ड्यूरेबल्स जैसी उपभोग श्रेणियों के लिए शुरुआती संकेत उत्साहजनक हैं। उन्होंने आगे कहा कि क्विक सर्विस रेस्तरां (QSR) श्रेणी और उनके व्यवसाय पर इसका प्रभाव न्यूनतम रहा है, और उन्होंने उपभोक्ताओं को इनपुट लागत में हुई कमी के लाभ दिए हैं। इन नतीजों की घोषणा के बाद, देवयानी इंटरनेशनल लिमिटेड के शेयरों में थोड़ी वृद्धि देखी गई, जो गुरुवार को ₹155.90 पर 2.12% की तेजी के साथ कारोबार कर रहे थे। हालांकि, स्टॉक ने 2025 में वर्ष-दर-तारीख (year-to-date) 15% की गिरावट देखी है। Impact इस खबर का मिला-जुला असर है। शुद्ध घाटा और मार्जिन में कमी कंपनी के अल्पावधि वित्तीय स्वास्थ्य और निवेशक भावना के लिए नकारात्मक संकेत हैं। हालांकि, लगातार राजस्व वृद्धि और आक्रामक स्टोर विस्तार भविष्य की क्षमता के लिए सकारात्मक संकेतक हैं। स्टॉक की प्रतिक्रिया एक सतर्क बाजार प्रतिक्रिया का सुझाव देती है। व्यापक भारतीय शेयर बाजार पर इसका प्रभाव मुख्य रूप से QSR और खुदरा क्षेत्रों तक सीमित है। रेटिंग: 4/10। Difficult Terms EBITDA: आय ब्याज, कर, मूल्यह्रास और परिशोधन से पहले (Earnings Before Interest, Taxes, Depreciation, and Amortization)। यह कंपनी के परिचालन प्रदर्शन का एक पैमाना है। GST 2.0: यह भारत की वस्तु एवं सेवा कर (GST) प्रणाली के सरलीकरण या पुनर्गठन के एक संभावित या प्रस्तावित भविष्य के संस्करण को संदर्भित करता है, जिसका लक्ष्य एक अधिक सुव्यवस्थित ढांचा तैयार करना है।