Consumer Products
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Updated on 05 Nov 2025, 11:07 am
Reviewed By
Akshat Lakshkar | Whalesbook News Team
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खेतिगा, एक डायरेक्ट-टू-कंज्यूमर (D2C) स्टार्टअप, सुविधाजनक और स्वस्थ खाद्य विकल्पों, विशेष रूप से रेडी-टू-कुक (RTC) और क्लीन लेबल सेगमेंट में भारत की बढ़ती मांग का फायदा उठा रहा है। कंपनी ने वित्त वर्ष 25 में 50% की साल-दर-साल राजस्व वृद्धि दर्ज की, जो 247 करोड़ रुपये है, और लाभप्रदता के करीब है। खेतिगा की मुख्य रणनीति शुद्ध सामग्री पेश करने और पोषक तत्व-प्रतिधारण तकनीक का उपयोग करने के इर्द-गिर्द घूमती है, जो इसे एक शून्य-परिरक्षक (zero-preservative) ब्रांड के रूप में स्थापित करता है।
भारत में क्लीन लेबल उत्पादों का बाजार 75,000 करोड़ रुपये ($9 बिलियन) का है और रेडी-टू-कुक भोजन का बाजार $6.65 बिलियन है, जिसके 2033 तक $12 बिलियन तक पहुंचने का अनुमान है। यह वृद्धि युवा उपभोक्ताओं (Gen Z और millennials) द्वारा प्रेरित है जो व्यस्त जीवन शैली के अनुकूल सुविधाजनक, स्वस्थ और प्रामाणिक भोजन समाधान चाहते हैं। खेतिगा भारत के विशाल खाद्य प्रसंस्करण क्षेत्र (मूल्य $354.5 बिलियन) में व्याप्त मिलावट के व्यवस्थित मुद्दों को संबोधित करता है, जिसमें लगभग 70% मुख्य खाद्य पदार्थ दूषित पाए जाते हैं।
खेतिगा सिंगल-ऑरिजिन सोर्सिंग, किसानों से सीधी खरीद, और SCADA के साथ एकीकृत निम्न-तापमान पत्थर-पिसाई प्रणाली (low-temperature stone-grinding systems) जैसी उन्नत प्रसंस्करण तकनीकों के माध्यम से खुद को अलग करता है। यह पोषण मूल्य और प्रामाणिक स्वाद को संरक्षित करता है। कंपनी ने $18 मिलियन की सीरीज़ बी फंडिंग राउंड सुरक्षित कर ली है और आक्रामक विस्तार की योजना बना रही है, जिसका लक्ष्य अगले 2-3 वर्षों में 2,000 करोड़ रुपये का राजस्व प्राप्त करना है, जिसमें विदेशी बाजार भी शामिल हैं। वे उत्पाद वितरण के लिए क्विक कॉमर्स का भी लाभ उठा रहे हैं और नई उत्पाद श्रृंखलाओं के साथ प्रयोग कर रहे हैं।
प्रभाव यह खबर भारत में कंज्यूमर स्टेपल्स, फूड प्रोसेसिंग और D2C ई-कॉमर्स क्षेत्रों के निवेशकों के लिए अत्यधिक प्रासंगिक है। खेतिगा की रणनीति और विकास की राह प्रमुख बाजार के रुझानों को उजागर करती है जो निवेश निर्णयों और अन्य खिलाड़ियों के लिए प्रतिस्पर्धी रणनीतियों को प्रभावित कर सकती हैं। गुणवत्ता और पारदर्शिता पर इसका ध्यान विकसित हो रही उपभोक्ता प्राथमिकताओं के साथ मेल खाता है। रेटिंग: 7/10
कठिन शब्द: - D2C (डायरेक्ट-टू-कंज्यूमर): वे कंपनियां जो पारंपरिक स्टोरों को दरकिनार कर सीधे ग्राहकों को ऑनलाइन उत्पाद बेचती हैं। - RTC (रेडी-टू-कुक): खाद्य पदार्थ जिन्हें खाने से पहले न्यूनतम पकाने या गर्म करने की आवश्यकता होती है। - क्लीन लेबल: ऐसे खाद्य पदार्थ जो सरल, प्राकृतिक सामग्री से बने होते हैं जिन्हें उपभोक्ता आसानी से पहचान सकते हैं, कृत्रिम योजकों से बचते हुए। - SCADA (सुपरवाइजरी कंट्रोल एंड डेटा एक्विजिशन): औद्योगिक प्रक्रियाओं, जैसे खाद्य निर्माण में तापमान और दबाव की निगरानी और नियंत्रण के लिए एक प्रणाली। - IPM (इंटीग्रेटेड पेस्ट मैनेजमेंट): कीटों को नियंत्रित करने की एक विधि जिसमें फसलों को उगाने के लिए प्राकृतिक तरीकों और कम रसायनों का उपयोग किया जाता है। - FSSC 22000: एक वैश्विक खाद्य सुरक्षा प्रमाणन मानक जो यह सुनिश्चित करता है कि उत्पाद उपभोग के लिए सुरक्षित हैं।