Consumer Products
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Updated on 06 Nov 2025, 04:46 am
Reviewed By
Aditi Singh | Whalesbook News Team
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कर्नाटक मिल्क फेडरेशन (KMF), एक प्रमुख डेयरी सहकारी समिति, ने अपने नंदिनी घी की कीमत ₹90 प्रति लीटर बढ़ाने का फैसला किया है। परिणामस्वरूप, उपभोक्ताओं को अब उत्पाद के लिए ₹700 प्रति लीटर का भुगतान करना होगा। KMF अधिकारियों ने इस मूल्य संशोधन का श्रेय अंतरराष्ट्रीय बाजार में बढ़ती लागत और मांग को दिया है, और इस बात पर जोर दिया कि नंदिनी घी की कीमतें वैश्विक स्तर पर प्रतिस्पर्धी बनी हुई हैं और यह समायोजन आर्थिक व्यवहार्यता और बाजार के रुझानों के अनुरूप होने के लिए आवश्यक है।
यह विकास हाल ही में हुई मूल्य कटौती के कुछ समय बाद हुआ है, जब नंदिनी घी ₹640 प्रति लीटर से घटकर ₹610 प्रति लीटर में उपलब्ध था, यह बदलाव माल और सेवा कर (जीएसटी) स्लैब में हालिया कमी के कारण हुआ था। वर्तमान वृद्धि उपभोक्ताओं के लिए उस लाभ को उलट देती है।
प्रभाव: इस मूल्य वृद्धि का कर्नाटक में नंदिनी घी के उपभोक्ताओं पर सीधा प्रभाव पड़ेगा, जिससे उनके घरेलू खर्च बढ़ जाएंगे। निवेशकों के लिए, यह डेयरी क्षेत्र के भीतर संभावित लागत दबावों का संकेत देता है और यदि समान रुझान उभरते हैं तो दूध सहकारी समितियों और संबंधित उपभोक्ता वस्तुओं की कंपनियों की लाभप्रदता को प्रभावित कर सकता है। रेटिंग: 3/10।
कठिन शब्द: कर्नाटक मिल्क फेडरेशन (KMF): एक सहकारी संगठन जो कर्नाटक, भारत के डेयरी किसानों से दूध और दूध उत्पादों को एकत्र, संसाधित और विपणन करता है। जीएसटी स्लैब: भारत की वस्तु एवं सेवा कर (जीएसटी) व्यवस्था के तहत विभिन्न वस्तुओं और सेवाओं पर लागू विभिन्न कर दरें।