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ऑर्कला इंडिया (एमटीआर फूड्स) 10,000 करोड़ रुपये के मूल्यांकन पर स्टॉक मार्केट में लिस्ट हुई

Consumer Products

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Updated on 08 Nov 2025, 02:49 am

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Reviewed By

Abhay Singh | Whalesbook News Team

Short Description:

नॉर्वेजियन समूह ऑर्कला की भारतीय खाद्य इकाई, ऑर्कला इंडिया लिमिटेड, जो अपने एमटीआर फूड्स ब्रांड के लिए जानी जाती है, ने बाजार में पदार्पण किया है। लगभग 10,000 करोड़ रुपये के इनिशियल पब्लिक ऑफरिंग (आईपीओ) के बाद, कंपनी के शेयर बॉम्बे स्टॉक एक्सचेंज (बीएसई) और नेशनल स्टॉक एक्सचेंज (एनएसई) दोनों पर प्रीमियम के साथ खुले। ऑर्कला ने 2007 में एमटीआर फूड्स का अधिग्रहण किया था, जिसने इसे एक क्षेत्रीय ब्रांड से भारत के पैक्ड फूड बाजार में एक महत्वपूर्ण खिलाड़ी के रूप में बदल दिया, जिसका एक विविध पोर्टफोलियो है।
ऑर्कला इंडिया (एमटीआर फूड्स) 10,000 करोड़ रुपये के मूल्यांकन पर स्टॉक मार्केट में लिस्ट हुई

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Detailed Coverage:

मवल्ली टिफिन रूम्स (एमटीआर), जो अपने दक्षिण भारतीय नाश्ते के आइटम और मसाला पाउडर के लिए पहचाना जाने वाला ब्रांड है, की विरासत 1924 में बेंगलुरु में शुरू हुई थी। 2007 में जब नॉर्वेजियन समूह ऑर्कला ने एमटीआर फूड्स का 353 करोड़ रुपये में अधिग्रहण किया, तो इसकी दिशा में महत्वपूर्ण बदलाव आया। ऑर्कला के स्वामित्व के तहत, एमटीआर फूड्स को ऑर्कला इंडिया लिमिटेड में एकीकृत किया गया, जिसमें मसालों और सुविधा खाद्य पदार्थों की एक विस्तृत श्रृंखला को शामिल करके उत्पाद प्रसाद का विस्तार किया, जिससे राजस्व में भारी वृद्धि हुई। ऑर्कला इंडिया ने रसोइ मैजिक और ईस्टर्न कंडिमेंट्स जैसे अन्य खाद्य ब्रांडों का अधिग्रहण करके अपनी स्थिति को और मजबूत किया।

प्रभाव: यह इनिशियल पब्लिक ऑफरिंग (आईपीओ) ऑर्कला इंडिया के लिए एक बड़ा मील का पत्थर है, जो भारतीय बाजार के प्रति उसकी प्रतिबद्धता को रेखांकित करता है और देश के बढ़ते पैक्ड फूड सेक्टर में निवेशक विश्वास को बढ़ावा देने की संभावना है। कंपनी का मजबूत वित्तीय प्रदर्शन और प्रमुख दक्षिणी भारतीय राज्यों में स्थापित बाजार हिस्सेदारी भविष्य में काफी विकास क्षमता का सुझाव देती है। सफल लिस्टिंग प्रतिस्पर्धियों के रणनीतिक निर्णयों को भी प्रभावित कर सकती है और खाद्य उद्योग में और अधिक निवेश आकर्षित कर सकती है। रेटिंग: 8/10

कठिन शब्द: * **इनिशियल पब्लिक ऑफरिंग (IPO)**: वह प्रक्रिया जिसके द्वारा एक निजी स्वामित्व वाली कंपनी पहली बार सार्वजनिक रूप से स्टॉक शेयर बेचती है, जिससे वह स्टॉक एक्सचेंजों पर निवेशकों से पूंजी जुटा सकती है। * **मूल्यांकन (Valuation)**: किसी कंपनी का अनुमानित वित्तीय मूल्य, जिसका निर्धारण अक्सर धन उगाहने वाले दौर या आईपीओ के दौरान किया जाता है। * **समूह (Conglomerate)**: एक बड़ी कॉर्पोरेट संस्था जो कई, अक्सर असंबंधित, व्यवसायों से बनी होती है। * **CAGR (चक्रवृद्धि वार्षिक वृद्धि दर)**: एक निर्दिष्ट अवधि में निवेश की औसत वार्षिक वृद्धि दर, यह मानते हुए कि लाभ का पुनर्निवेश किया गया है। * **EBITDA (ब्याज, कर, मूल्यह्रास और परिशोधन से पहले की कमाई)**: किसी कंपनी के परिचालन प्रदर्शन को मापने के लिए उपयोग किया जाने वाला एक वित्तीय मीट्रिक। * **ऑफर-फॉर-सेल (Offer-for-Sale)**: आईपीओ का एक प्रकार जिसमें मौजूदा शेयरधारक कंपनी द्वारा नए शेयर जारी करने के बजाय, जनता को अपने शेयर बेचते हैं। * **एंकर निवेशक (Anchor Investors)**: बड़े संस्थागत निवेशक जो आईपीओ के आम जनता के लिए खुलने से पहले शेयर खरीदने के लिए प्रतिबद्ध होते हैं, जिसका उद्देश्य पेशकश को स्थिरता प्रदान करना होता है।


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