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29th October 2025, 4:32 PM

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यूनाइटेड ब्रुअरीज लिमिटेड ने 30 सितंबर, 2025 को समाप्त हुई दूसरी तिमाही के लिए अपने नेट प्रॉफिट में 64% की साल-दर-साल गिरावट की घोषणा की है, जो ₹46.95 करोड़ रहा, जबकि पिछले वर्ष की इसी अवधि में यह ₹132.2 करोड़ था। यह आंकड़ा सीएनबीसी-टीवी18 के ₹110 करोड़ के अनुमान से काफी कम था।
तिमाही के लिए राजस्व ₹2,051 करोड़ था, जो पिछले साल की दूसरी तिमाही के ₹2,115 करोड़ से मामूली 3% की वृद्धि है, लेकिन यह ₹2,156 करोड़ के अनुमान से भी चूक गया। ब्याज, कर, मूल्यह्रास और परिशोधन से पहले की कमाई (EBITDA) पिछले वर्ष के ₹227 करोड़ से 42.4% घटकर ₹130.4 करोड़ हो गई, और EBITDA मार्जिन 10.7% से घटकर 6.4% पर आ गया, जो अनुमानित 9.5% से नीचे था।
कंपनी ने इन परिणामों का श्रेय सामान्य से अधिक मजबूत मानसून और आम तौर पर सुस्त बीयर बाजार को दिया, जिसके कारण समग्र बिक्री-इन मात्रा (sell-in volume) में 3% की कमी आई। हालांकि, यूनाइटेड ब्रुअरीज ने बिक्री-आउट आधार (sell-out basis) पर बाजार हिस्सेदारी हासिल करने में कामयाबी हासिल की, जिसमें किंगफिशर अल्ट्रा और हेइनकेन® सिल्वर जैसे उत्पादों द्वारा संचालित प्रीमियम सेगमेंट में 17% की मजबूत वृद्धि देखी गई।
ब्रांडिंग में निवेश 22% बढ़ गया, जिससे परिचालन लीवरेज (operating deleverage) के कारण ब्याज से पहले की कमाई (EBIT) में 55% की गिरावट आई। पूंजीगत व्यय (capex) तिमाही के दौरान काफी बढ़कर ₹293 करोड़ हो गया, जो मुख्य रूप से उत्तर प्रदेश में एक नई परियोजना और वाणिज्यिक विकास पहलों के लिए था।
प्रभाव: इस खबर का निवेशक भावना पर नकारात्मक प्रभाव पड़ने की संभावना है, क्योंकि मुनाफे में भारी कमी और उम्मीद से कम राजस्व और EBITDA दर्ज किए गए हैं। प्रीमियम सेगमेंट में मजबूत प्रदर्शन के बावजूद, समग्र बाजार की चुनौतियों ने लगातार आर्थिक दबावों को उजागर किया है। हालांकि, कंपनी के रणनीतिक निवेश और दीर्घकालिक उद्योग विकास के प्रति आशावाद कुछ संतुलित दृष्टिकोण प्रदान कर सकते हैं।