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Lenskart IPO पहले दिन ही पूरी तरह सब्सक्राइब हुआ, निवेशकों की मजबूत मांग।

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31st October 2025, 11:12 AM

Lenskart IPO पहले दिन ही पूरी तरह सब्सक्राइब हुआ, निवेशकों की मजबूत मांग।

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Short Description :

आईवियर रिटेलर Lenskart Solutions Ltd का 7,278 करोड़ रुपये का इनिशियल पब्लिक ऑफरिंग (IPO) बोली के पहले दिन ही पूरी तरह सब्सक्राइब हो गया। इसे क्वालिफाइड इंस्टीट्यूशनल बायर्स (QIBs) और रिटेल इंडिविजुअल इन्वेस्टर्स (RIIs) से महत्वपूर्ण रुचि मिली। IPO, जिसका प्राइस बैंड 382–402 रुपये प्रति शेयर है, में एक फ्रेश इश्यू और मौजूदा हितधारकों द्वारा ऑफर फॉर सेल (OFS) शामिल है। कंपनी इन पैसों का उपयोग स्टोर विस्तार, प्रौद्योगिकी निवेश और सामान्य कॉर्पोरेट उद्देश्यों के लिए करना चाहती है। Lenskart के स्टॉक एक्सचेंजों पर 10 नवंबर को लिस्ट होने की उम्मीद है।

Detailed Coverage :

Lenskart Solutions Ltd ने 7,278 करोड़ रुपये के अपने इनिशियल पब्लिक ऑफरिंग (IPO) को बोली के पहले ही दिन पूरी तरह सब्सक्राइब करा लिया है। एक्सचेंज डेटा मजबूत मांग दिखा रहा है, शुक्रवार दोपहर तक इश्यू 1.06 गुना सब्सक्राइब हो चुका था। क्वालिफाइड इंस्टीट्यूशनल बायर्स (QIBs) श्रेणी में मजबूत रुचि देखी गई, जो 1.42 गुना सब्सक्राइब हुई, जबकि रिटेल इंडिविजुअल इन्वेस्टर्स (RIIs) ने अपने आवंटित हिस्से का 1.12 गुना सब्सक्राइब किया। IPO में 2,150 करोड़ रुपये का फ्रेश इश्यू है जो व्यावसायिक विस्तार के लिए है और 5,128 करोड़ रुपये का ऑफर फॉर सेल (OFS) है, जिसमें प्रमोटर और मौजूदा निवेशक अपने शेयर बेचेंगे। शेयरों के लिए प्राइस बैंड 382 रुपये से 402 रुपये के बीच तय किया गया है। Lenskart ने पहले ही 3,268 करोड़ रुपये एंकर निवेशकों से 402 रुपये प्रति शेयर पर शेयर आवंटित करके जुटाए थे। कंपनी फंड का उपयोग नए कंपनी-स्वामित्व वाले स्टोर खोलने, लीज भुगतान, तकनीकी अपग्रेड, क्लाउड इंफ्रास्ट्रक्चर, ब्रांड मार्केटिंग, संभावित अधिग्रहण और सामान्य कॉर्पोरेट जरूरतों के लिए करना चाहती है। Lenskart, जिसकी स्थापना 2008 में हुई थी, एक ऑनलाइन प्लेटफॉर्म से बहु-शहर रिटेलर के रूप में विकसित हुई है, जिसकी अंतरराष्ट्रीय उपस्थिति भी है।

प्रभाव इस मजबूत सब्सक्रिप्शन से Lenskart और भारत में आईवियर रिटेल क्षेत्र में निवेशकों का उच्च विश्वास दिखता है, जो लिस्टिंग पर स्टॉक के प्रदर्शन को सकारात्मक रूप से प्रभावित कर सकता है। यह भारतीय बाजार में IPOs के लिए स्वस्थ भूख का भी संकेत देता है। रेटिंग: 8/10।

कठिन शब्दावली: IPO (Initial Public Offering): किसी कंपनी द्वारा पूंजी जुटाने के लिए पहली बार जनता को अपने शेयर बेचने की प्रक्रिया। Subscription: IPO में शेयरों के लिए निवेशकों द्वारा आवेदन करने की प्रक्रिया; सब्सक्रिप्शन स्तर दर्शाता है कि प्रस्तावित शेयरों के लिए कितनी बार आवेदन किया गया है। Qualified Institutional Buyers (QIBs): बड़े वित्तीय संस्थान जैसे म्यूचुअल फंड, विदेशी संस्थागत निवेशक और पेंशन फंड। Retail Individual Investors (RIIs): व्यक्तिगत निवेशक जो 2 लाख रुपये से कम के शेयरों के लिए आवेदन करते हैं। Offer for Sale (OFS): एक तंत्र जिसके द्वारा कंपनी के मौजूदा शेयरधारक नए निवेशकों को अपने शेयर बेचते हैं, जिससे उन्हें बाहर निकलने या नकदी निकालने की अनुमति मिलती है। Anchor Investors: बड़े संस्थागत निवेशक जो IPO जनता के लिए खुलने से पहले महत्वपूर्ण मात्रा में शेयर खरीदने की प्रतिबद्धता जताते हैं, जिससे इश्यू को स्थिरता मिलती है।