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Lenskart IPO को पहले दिन मजबूत निवेशक मांग मिली, मूल्यांकन पर बहस के बीच

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31st October 2025, 8:46 AM

Lenskart IPO को पहले दिन मजबूत निवेशक मांग मिली, मूल्यांकन पर बहस के बीच

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Short Description :

Lenskart Solutions के ₹7,278 करोड़ के आरंभिक सार्वजनिक प्रस्ताव (IPO) ने शुक्रवार को मजबूती से शुरुआत की, और सब्सक्रिप्शन के पहले दिन ही काफी निवेशक रुचि आकर्षित की। रिटेल निवेशकों द्वारा इश्यू को ओवरसब्सक्राइब किया गया और एंकर निवेशकों की भागीदारी भी देखी गई, जिन्होंने ₹3,268 करोड़ का योगदान दिया। जबकि कंपनी की मजबूत वृद्धि और मजबूत वित्तीय प्रदर्शन को नोट किया गया है, इसका उच्च मूल्यांकन, लगभग 235-238 गुना FY25 आय, ने बाजार सहभागियों के बीच चर्चा छेड़ दी है।

Detailed Coverage :

Lenskart Solutions ने शुक्रवार को अपना इनिशियल पब्लिक ऑफरिंग (IPO) लॉन्च किया, जिसका लक्ष्य ₹7,278.02 करोड़ जुटाना है। इस इश्यू में ₹2,150 करोड़ का फ्रेश इश्यू और ₹5,128 करोड़ का ऑफर फॉर सेल (OFS) कंपोनेंट शामिल है। सदस्यता के पहले दिन, दोपहर 2 बजे तक, IPO को कुल इश्यू साइज़ के 9.97 करोड़ शेयरों के मुकाबले 6.19 करोड़ शेयरों के लिए बोलियां मिलीं, जो स्वस्थ निवेशक रुचि को दर्शाता है। रिटेल निवेशकों ने अपना आवंटित हिस्सा पूरी तरह से सब्सक्राइब किया (1x), जबकि क्वालिफाइड इंस्टीट्यूशनल बायर्स (QIBs) और नॉन-इंस्टीट्यूशनल इन्वेस्टर्स ने भी भागीदारी दिखाई (क्रमशः 0.68x और 0.25x)। IPO खुलने से पहले, Lenskart ने 147 एंकर निवेशकों से सफलतापूर्वक ₹3,268 करोड़ जुटाए, जो संस्थागत खिलाड़ियों का विश्वास दर्शाता है। IPO 4 नवंबर तक सब्सक्रिप्शन के लिए खुला रहेगा। आवंटन 6 नवंबर तक अपेक्षित है, और कंपनी 10 नवंबर को स्टॉक एक्सचेंजों पर लिस्ट होगी। **मूल्यांकन पर बहस**: चर्चा का एक महत्वपूर्ण बिंदु Lenskart का उच्च मूल्यांकन है, जो ₹402 प्रति शेयर के ऊपरी मूल्य बैंड के आधार पर FY25 की कमाई का लगभग 235-238 गुना है। सीईओ पीयूष बंसल ने इस मूल्यांकन का बचाव किया, कंपनी के मजबूत प्रदर्शन, विकास की संभावनाओं और शेयरधारक मूल्य बनाने की प्रतिबद्धता को उजागर किया, और कहा कि बाजार मूल्यांकन निर्धारित करता है और निवेशकों ने संपूर्ण ड्यू डिलिजेंस किया है। **कंपनी पृष्ठभूमि**: 2010 में स्थापित, Lenskart भारत में एक अग्रणी ओमनीचैनल आईवियर रिटेलर है, जो अपने ऑनलाइन उपस्थिति को भौतिक स्टोरों के बढ़ते नेटवर्क के साथ एकीकृत करने के लिए जाना जाता है। यह भारत में 2,100 से अधिक स्टोर और अंतरराष्ट्रीय स्तर पर सैकड़ों स्टोर संचालित करता है। कंपनी ने वर्चुअल ट्राई-ऑन और होम आई टेस्ट जैसी नवीन सेवाएं पेश की हैं। **वित्तीय स्थिति**: Lenskart ने प्रभावशाली वित्तीय सुधार दिखाया है। FY25 के लिए, इसने ₹297 करोड़ का शुद्ध लाभ दर्ज किया, जो FY24 में ₹10 करोड़ के नुकसान से एक बड़ा सुधार है। घरेलू मांग और अंतरराष्ट्रीय विस्तार से प्रेरित होकर राजस्व में 22% की साल-दर-साल वृद्धि हुई और यह ₹6,625 करोड़ हो गया। प्रभाव: यह IPO महत्वपूर्ण है क्योंकि यह भारत के सबसे बड़े रिटेल IPOs में से एक है, जो महत्वपूर्ण निवेशक पूंजी को आकर्षित कर रहा है। मजबूत प्रारंभिक सदस्यता और एंकर बुक सुस्थापित उपभोक्ता ब्रांडों के लिए निवेशक की भूख दर्शाते हैं। हालांकि, उच्च मूल्यांकन एक जोखिम कारक प्रस्तुत करता है, और भविष्य का स्टॉक प्रदर्शन कंपनी की विकास गति और लाभप्रदता को बनाए रखने की क्षमता पर निर्भर करेगा। सफल लिस्टिंग उपभोक्ता क्षेत्र में अन्य आगामी IPOs के लिए भावना को बढ़ावा दे सकती है। रेटिंग: 8/10। कठिन शब्दों की व्याख्या: IPO (Initial Public Offering): वह प्रक्रिया जिसके द्वारा एक निजी कंपनी पहली बार सार्वजनिक रूप से अपने शेयर पेश करती है, सार्वजनिक रूप से कारोबार करने वाली कंपनी बन जाती है। एंकर निवेशक (Anchor Investors): बड़े संस्थागत निवेशक (जैसे म्यूचुअल फंड, विदेशी पोर्टफोलियो निवेशक) जो आम जनता के लिए IPO खुलने से पहले निवेश करते हैं, स्थिरता प्रदान करते हैं और विश्वास का संकेत देते हैं। रिटेल निवेशक (Retail Investors): व्यक्तिगत निवेशक जो स्टॉक मार्केट में छोटी रकम का निवेश करते हैं। क्वालिफाइड इंस्टीट्यूशनल बायर्स (QIBs): बैंक, म्यूचुअल फंड, पेंशन फंड और बीमा कंपनियों जैसे बड़े वित्तीय संस्थान। नॉन-इंस्टीट्यूशनल इन्वेस्टर्स (NIIs): वे निवेशक जो क्वालिफाइड इंस्टीट्यूशनल बायर्स नहीं हैं और रिटेल निवेशक सीमा से ऊपर निवेश करते हैं (जैसे, उच्च निवल मूल्य वाले व्यक्ति, कॉर्पोरेट निकाय)। ऑफर फॉर सेल (OFS): एक प्रकार का IPO जिसमें मौजूदा शेयरधारक (प्रमोटर, प्रारंभिक निवेशक) कंपनी द्वारा नए शेयर जारी करने के बजाय जनता को अपने शेयर बेचते हैं। मूल्यांकन (Valuation): किसी कंपनी की अनुमानित कीमत, जिसे अक्सर उसकी कमाई, राजस्व या संपत्ति के गुणक के रूप में व्यक्त किया जाता है। FY25 (Fiscal Year 2025): यह उस वित्तीय वर्ष को संदर्भित करता है जो आमतौर पर 31 मार्च, 2025 को समाप्त होता है।