Consumer Products
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3rd November 2025, 12:43 AM
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वित्तीय वर्ष 2026 (Q2 FY26) की दूसरी तिमाही में, स्विगी का शुद्ध घाटा 74% बढ़कर ₹1,000 करोड़ से अधिक हो गया, जबकि राजस्व 54% बढ़कर ₹5,561 करोड़ हो गया। पिछली तिमाही की तुलना में, शुद्ध घाटा 9% कम हुआ और राजस्व 12% बढ़ा। कंपनी की क्विक कॉमर्स सेवा, इंस्टामार्ट, राजस्व में लगातार योगदान बढ़ा रही है, जो पिछले साल के 13% की तुलना में अब लगभग 18% है, और यह प्रतिस्पर्धियों ब्लिंकइट और ज़ेप्टो के समान इन्वेंट्री-आधारित मॉडल में परिवर्तित हो रही है। इंस्टामार्ट ने ग्रॉस ऑर्डर वैल्यू (GOV) और एवरेज ऑर्डर वैल्यू (AOV) में मजबूत वृद्धि दिखाई है, हाल ही में ब्लिंकइट के AOV को भी पार कर लिया है, जो किराने के सामान से परे विस्तारित उत्पाद श्रृंखला द्वारा संचालित है। हालांकि, उच्च छूट, डिलीवरी लागत और इसके डार्क स्टोर नेटवर्क की लाभप्रदता के संबंध में चिंताएं बनी हुई हैं। जेएम फाइनेंशियल सावधानी बरतने की सलाह देता है, अनुमान लगाते हुए कि इंस्टामार्ट का समायोजित EBITDA ब्रेकइवन FY29 से पहले नहीं हो सकता। स्विगी ₹10,000 करोड़ का क्वालिफाइड इंस्टीट्यूशनल प्लेसमेंट (QIP) कर रही है, जो भारतीय-स्वामित्व वाली और नियंत्रित कंपनी का दर्जा प्राप्त करने के लिए महत्वपूर्ण है, जो इन्वेंट्री-आधारित ई-कॉमर्स मॉडल के लिए एक पूर्व-आवश्यकता है। इन प्रयासों के बावजूद, नतीजों और QIP घोषणा के बाद स्विगी के शेयरों में थोड़ी गिरावट देखी गई। प्रभाव: यह खबर भारतीय शेयर बाजार और क्विक कॉमर्स व फूड डिलीवरी क्षेत्रों में रुचि रखने वाले निवेशकों के लिए महत्वपूर्ण है। यह एक प्रतिस्पर्धी, उच्च-विकास वाले बाजार में लाभप्रदता प्राप्त करने की चुनौतियों को उजागर करती है और व्यावसायिक मॉडल तथा नियामक अनुपालन में संभावित बदलावों का संकेत देती है जो भविष्य के आईपीओ और मौजूदा बाजार खिलाड़ियों को प्रभावित कर सकते हैं। विश्लेषकों का सतर्क रुख संबंधित सूचीबद्ध कंपनियों और व्यापक उपभोक्ता टेक स्पेस में निवेश निर्णयों को प्रभावित कर सकता है। रेटिंग: 7/10।