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30th October 2025, 5:09 PM

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नेशनल कंपनी लॉ ट्रिब्यूनल (NCLT), मुंबई बेंच ने आधिकारिक तौर पर हिंदुस्तान यूनिलीवर लिमिटेड (HUL) के आइसक्रीम व्यवसाय उपक्रम को क्वालिटी वॉल्स (इंडिया) लिमिटेड में डीमर्ज करने की व्यवस्था योजना (Scheme of Arrangement) को मंजूरी दे दी है। यह महत्वपूर्ण कॉर्पोरेट पुनर्गठन NCLT द्वारा 30 अक्टूबर, 2025 को स्वीकृत किया गया था, जिसके पहले ट्रिब्यूनल ने डीमर्जर प्रस्ताव के लिए शेयरधारकों की बैठक बुलाने की मंजूरी दी थी। डीमर्जर को कंपनी अधिनियम, 2013 की धारा 230 से 232 के तहत निष्पादित किया जा रहा है।
यह अलगाव यूनिलीवर की वैश्विक ग्रोथ एक्शन प्लान (GAP) का एक प्रमुख घटक है। अपने आइसक्रीम डिवीजन को अलग करके, यूनिलीवर अपने ढांचे को सरल बनाना चाहती है और अपने चार मुख्य व्यावसायिक समूहों: सौंदर्य और कल्याण, व्यक्तिगत देखभाल, घरेलू देखभाल और पोषण पर अधिक ध्यान केंद्रित करना चाहती है। डीमर्जर से स्वतंत्र इकाई, क्वालिटी वॉल्स (इंडिया) लिमिटेड, लक्षित विकास रणनीतियों को अपनाने, पूंजी आवंटन को अनुकूलित करने और अधिक परिचालन दक्षता प्राप्त करने में सक्षम होगी।
प्रभाव यह डीमर्जर एक रणनीतिक कदम है जो शेयरधारकों के लिए मूल्य बढ़ा सकता है, क्योंकि यह आइसक्रीम व्यवसाय को HUL के व्यापक FMCG पोर्टफोलियो से अलग करके केंद्रित प्रबंधन और निवेश की अनुमति देगा। निवेशक डीमर्ज की गई इकाई और शेष HUL व्यवसाय दोनों के वित्तीय प्रदर्शन और बाजार मूल्यांकन पर बारीकी से नजर रखेंगे।