Consumer Products
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3rd November 2025, 5:43 AM
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हाल ही में 22 सितंबर से 21 अक्टूबर तक चले त्योहारी मौसम के दौरान भारत में उपभोक्ता खर्च में 8.5% की मजबूत वृद्धि देखी गई। पूरे देश में कुल बिक्री 67.6 अरब डॉलर रही, जो एक महत्वपूर्ण आर्थिक सुधार को दर्शाती है। इस उछाल का मुख्य कारण लगभग 400 उत्पाद श्रेणियों पर सरकार द्वारा लागू की गई टैक्स कटौती थी, जिसे पिछली आर्थिक दबावों, जिसमें अमेरिका द्वारा एक बड़ा आयात शुल्क (import levy) भी शामिल था, की प्रतिक्रिया के रूप में पेश किया गया था। आभूषण, इलेक्ट्रॉनिक्स, परिधान, साज-सज्जा (furnishing) और मिठाइयों जैसे क्षेत्रों में उल्लेखनीय मांग देखी गई। ऑटोमोटिव क्षेत्र को भी काफी बढ़ावा मिला, जहाँ मारुति सुजुकी इंडिया लिमिटेड, टाटा मोटर्स पैसेंजर व्हीकल्स लिमिटेड और महिंद्रा एंड महिंद्रा लिमिटेड जैसी प्रमुख निर्माताओं ने वाहनों की कम लागत के कारण मासिक बिक्री में वृद्धि दर्ज की। हुंडई मोटर इंडिया लिमिटेड ने बिक्री में 20% की वृद्धि दर्ज की, जबकि महिंद्रा एंड महिंद्रा ने ट्रैक्टर की बिक्री में 27% की वृद्धि देखी, जिसे अच्छे मानसून का भी लाभ मिला। कोटक महिंद्रा बैंक लिमिटेड और एसबीआई कार्ड्स एंड पेमेंट्स सर्विसेज लिमिटेड जैसी वित्तीय सेवा फर्मों ने भी उपभोक्ता खर्च में मजबूत वृद्धि दर्ज की। क्रॉम्प्टन ग्रीव्स कंज्यूमर इलेक्ट्रिकल्स लिमिटेड ने किचनवेयर (kitchenware) श्रेणी में उछाल देखा, जिसका श्रेय टैक्स कटौती को दिया गया। हालांकि, नोमुरा सहित कुछ अर्थशास्त्रियों ने चेतावनी दी कि बिक्री के उच्च आंकड़े आंशिक रूप से दबी हुई मांग (pent-up demand) को दर्शा सकते हैं और अगले महीनों के डेटा रुझानों को ध्यान में रखने की सलाह दी। बीओएफए सिक्योरिटीज की रिपोर्टों ने धीमी आय वृद्धि और कमजोर श्रम बाजार जैसी मौजूदा चिंताओं को भी उजागर किया। इन आरक्षणों के बावजूद, क्रॉम्प्टन ग्रीव्स कंज्यूमर इलेक्ट्रिकल्स लिमिटेड जैसी कंपनियां आशावादी दृष्टिकोण बनाए हुए हैं, और उम्मीद कर रही हैं कि वर्तमान बिक्री की गति जारी रहेगी। कंपनी रियल एस्टेट और वायर एंड केबल जैसे क्षेत्रों की बारीकी से निगरानी कर रही है। प्रभाव: यह खबर भारतीय उपभोक्ता खर्च में एक मजबूत सुधार का संकेत देती है, जिससे ऑटो, इलेक्ट्रॉनिक्स, उपभोक्ता वस्तुओं और वित्तीय सेवा क्षेत्रों की कंपनियों को सीधे लाभ होगा। यह सकारात्मक आर्थिक गति का सुझाव देता है, जो भारतीय शेयर बाजार के लिए एक अनुकूल संकेतक है। रेटिंग: 8/10।