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31st October 2025, 11:41 AM
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लोकप्रिय कंज्यूमर इलेक्ट्रॉनिक्स ब्रांड boAt की पेरेंट कंपनी Imagine Marketing ने अपने इनिशियल पब्लिक ऑफरिंग (IPO) के लिए भारतीय प्रतिभूति और विनिमय बोर्ड (SEBI) के पास एक अपडेटेड ड्राफ्ट रेड हेरिंग प्रॉस्पेक्टस (UDRHP) फाइल किया है। कंपनी का लक्ष्य इस पब्लिक ऑफरिंग के माध्यम से 1,500 करोड़ रुपये जुटाना है। IPO में 500 करोड़ रुपये तक के इक्विटी शेयरों का फ्रेश इश्यू और 1,000 करोड़ रुपये तक का ऑफर-फॉर-सेल (OFS) कंपोनेंट शामिल होगा। IPO का यह संशोधित आकार 2022 के प्रयास से कम है, जिसमें 2,000 करोड़ रुपये के पब्लिक फ्लोट का लक्ष्य रखा गया था। OFS के तहत, को-फाउंडर्स अमन गुप्ता और समीर मेहता क्रमशः 225 करोड़ रुपये और 75 करोड़ रुपये के शेयर बेचने की योजना बना रहे हैं। इसके अलावा, प्रमुख निवेशक साउथ लेक इन्वेस्टमेंट भी 500 करोड़ रुपये तक के शेयर बेचेंगे। फ्रेश इश्यू से प्राप्त धन का उपयोग वर्किंग कैपिटल (225 करोड़ रुपये) और ब्रांडिंग एवं मार्केटिंग गतिविधियों (150 करोड़ रुपये) के लिए किया जाएगा, और शेष राशि सामान्य कॉर्पोरेट उद्देश्यों के लिए आवंटित की जाएगी। वित्तीय रूप से, boAt ने सुधार दिखाया है, Q1 FY26 में 21.3 करोड़ रुपये का लाभ दर्ज किया है, जो पिछले साल की इसी तिमाही में 31 करोड़ रुपये के घाटे से एक महत्वपूर्ण उलटफेर है। पूरे वित्तीय वर्ष FY25 के लिए, कंपनी ने 61 करोड़ रुपये का लाभ दर्ज किया था। प्रभाव: यह फाइलिंग महत्वपूर्ण है क्योंकि यह boAt के सार्वजनिक होने की दिशा में नवीनीकृत गति का संकेत देती है, जिससे विस्तार के लिए अधिक पूंजी उपलब्ध हो सकती है और कंज्यूमर इलेक्ट्रॉनिक्स क्षेत्र में निवेशकों का विश्वास बढ़ सकता है। कंपनी के बेहतर वित्तीय प्रदर्शन, विशेष रूप से लाभप्रदता की ओर इसका झुकाव, इसकी बाजार स्थिति और IPO की संभावनाओं को मजबूत करता है। निवेशक SEBI की मंजूरी और बाजार की प्रतिक्रिया पर बारीकी से नज़र रखेंगे। शब्दों की व्याख्या: ड्राफ्ट रेड हेरिंग प्रॉस्पेक्टस (DRHP): सिक्योरिटीज रेगुलेटर के पास फाइल किया गया एक प्रारंभिक दस्तावेज़ जिसमें कंपनी का विवरण और प्रस्तावित IPO जानकारी होती है, लेकिन अंतिम मूल्य निर्धारण शामिल नहीं होता। इनिशियल पब्लिक ऑफरिंग (IPO): वह प्रक्रिया जिसके द्वारा एक निजी कंपनी पहली बार जनता को शेयर बेचती है। फ्रेश इश्यू: पूंजी जुटाने के लिए कंपनी द्वारा नए शेयर जारी करना। ऑफर-फॉर-सेल (OFS): मौजूदा शेयरधारकों द्वारा नए निवेशकों को शेयर बेचना; प्राप्तियां विक्रेताओं को जाती हैं। SEBI: भारतीय प्रतिभूति और विनिमय बोर्ड, भारत के प्रतिभूति बाजार का प्राथमिक नियामक।