सिटी ने रिलायंस इंडस्ट्रीज का प्राइस टारगेट ₹1,805 किया! 17% की तेजी संभव? निवेशकों में हलचल!
Overview
ग्लोबल ब्रोकरेज फर्म सिटी ने रिलायंस इंडस्ट्रीज लिमिटेड (RIL) के शेयर का प्राइस टारगेट बढ़ाकर ₹1,805 प्रति शेयर कर दिया है और 'बाय' रेटिंग बरकरार रखी है। यह कदम RIL की विविध ग्रोथ पर सिटी के बढ़ते विश्वास को दर्शाता है, जिसमें खासतौर पर उसकी डिजिटल आर्म जियो और रिलायंस कंज्यूमर प्रोडक्ट्स लिमिटेड (RCPL) में हिस्सेदारी का मूल्यांकन शामिल है। इस अपग्रेड से मौजूदा स्तरों से लगभग 17% की संभावित बढ़ोतरी का संकेत मिलता है, और RIL ने इस साल निफ्टी 50 को पहले ही पीछे छोड़ दिया है।
Stocks Mentioned
विश्लेषक के अपग्रेड से रिलायंस की तेजी को बल
ग्लोबल ब्रोकरेज फर्म सिटी ने रिलायंस इंडस्ट्रीज लिमिटेड (RIL) पर एक मजबूत सकारात्मक रुख जारी किया है, अपने प्राइस टारगेट को बढ़ाया है और 'बाय' रेटिंग दोहराई है। ब्रोकरेज के नवीनतम मूल्यांकन से निफ्टी 50 की इस दिग्गज कंपनी के लिए महत्वपूर्ण तेजी की संभावना का पता चलता है, जो समूह की बहुआयामी विकास रणनीति में निरंतर निवेशक विश्वास को दर्शाता है।
रिलायंस इंडस्ट्रीज पर सिटी का बुलिश रुख
सिटी के विश्लेषकों ने रिलायंस इंडस्ट्रीज पर अपने दृष्टिकोण को अपडेट किया है, प्राइस टारगेट को बढ़ाकर ₹1,805 प्रति शेयर कर दिया है। यह स्टॉक की पिछली क्लोजिंग कीमत से लगभग 17% की संभावित अपसाइड का प्रतिनिधित्व करता है। फर्म ने अपनी 'बाय' सिफारिश बनाए रखी है, जो RIL के भविष्य के प्रदर्शन में अपने विश्वास को रेखांकित करती है।
- सिटी ने जियो प्लेटफॉर्म्स के लिए FY27E EV/EBITDA मल्टीपल को 13x से बढ़ाकर 14x कर दिया है, जो भारती एयरटेल के मल्टीपल के अनुरूप है।
- इस संशोधन के कारण जियो के अनुमानित एंटरप्राइज वैल्यू में $135 बिलियन से $145 बिलियन की वृद्धि हुई है।
- पहली बार, सिटी ने रिलायंस कंज्यूमर प्रोडक्ट्स लिमिटेड (RCPL) को अपने मूल्यांकन में स्पष्ट रूप से शामिल किया है, रिलायंस रिटेल वेंचर्स लिमिटेड (RRVL) से डीमर्जर के बाद व्यवसाय को ₹63 प्रति शेयर का मूल्य दिया है।
- सिटी ने भारतीय तेल और गैस क्षेत्र में रिलायंस इंडस्ट्रीज को अपना शीर्ष पसंदीदा स्टॉक (top pick) के रूप में पुष्टि की है।
ब्रोकरेज की आम राय मजबूत बनी हुई है
सिटी का सकारात्मक मूल्यांकन अन्य प्रमुख वित्तीय संस्थानों के अनुरूप है। पिछले हफ्ते, जेफरीज ने रिलायंस इंडस्ट्रीज पर अपनी 'बाय' रेटिंग दोहराई थी, और प्राइस टारगेट ₹1,785 प्रति शेयर रखा था। जेपी मॉर्गन ने भी 'ओवरवेट' (Overweight) रेटिंग बनाए रखी और अपना प्राइस टारगेट ₹1,695 से बढ़ाकर ₹1,727 कर दिया।
रिलायंस इंडस्ट्रीज: एक ग्रोथ पावरहाउस
सकारात्मक भावना RIL के मुख्य व्यावसायिक खंडों के प्रदर्शन पर आधारित है। विदेशी ब्रोकरेज के अनुसार, रिलायंस इंडस्ट्रीज के तीनों प्रमुख वर्टिकल - डिजिटल सेवाएं (जियो), ऊर्जा और रिटेल - ने चालू वित्तीय वर्ष में मजबूत डबल-डिजिट ग्रोथ दिखाई है।
मूल्यांकन और पीयर तुलना
अपने शेयरों में साल-दर-तारीख (YTD) 27% की महत्वपूर्ण वृद्धि के बावजूद, जिसने निफ्टी 50 के 10% लाभ को पीछे छोड़ दिया है, विश्लेषकों का मानना है कि रिलायंस इंडस्ट्रीज आकर्षक मूल्यांकन प्रदान करती है। जेपी मॉर्गन ने रेखांकित किया कि RIL का स्टॉक रिटेल सेगमेंट में एवेन्यू सुपरमार्केट और टेलीकॉम सेक्टर में भारती एयरटेल जैसे साथियों की तुलना में लगभग 15% की छूट पर कारोबार कर रहा है।
स्टॉक प्रदर्शन स्नैपशॉट
रिलायंस इंडस्ट्रीज के शेयरों ने मंगलवार के सत्र को ₹1,548.30 पर बंद किया, जो 1.14% की गिरावट थी। स्टॉक वर्तमान में अपने हालिया उच्च ₹1,581.30 के करीब कारोबार कर रहा है, जो निरंतर निवेशक रुचि को दर्शाता है।
विश्लेषक भावना
रिलायंस इंडस्ट्रीज के प्रति समग्र विश्लेषक भावना अत्यधिक सकारात्मक बनी हुई है। स्टॉक को कवर करने वाले 37 विश्लेषकों में से, एक महत्वपूर्ण बहुमत, 35, 'बाय' की सलाह देते हैं, जबकि केवल दो 'सेल' रेटिंग बनाए रखते हैं। आम सहमति वाले प्राइस टारगेट मौजूदा ट्रेडिंग स्तरों से लगभग 9% की अपसाइड का सुझाव देते हैं।
प्रभाव
- इस खबर से रिलायंस इंडस्ट्रीज के शेयर मूल्य पर सकारात्मक प्रभाव पड़ने की संभावना है, जो इसे सिटी और अन्य ब्रोकरेज द्वारा निर्धारित नए लक्ष्य मूल्य की ओर ले जा सकता है।
- यह बड़े-कैप स्टॉक और विविध समूह क्षेत्र के लिए समग्र बाजार भावना को भी बढ़ावा दे सकता है।
- RIL शेयर रखने वाले निवेशकों को बढ़ी हुई वैल्यू दिख सकती है, जबकि संभावित निवेशक इसे प्रवेश करने या अपनी पोजीशन बढ़ाने का एक अच्छा अवसर मान सकते हैं।
- प्रभाव रेटिंग: 8
कठिन शब्दों की व्याख्या
- EV/EBITDA: एंटरप्राइज वैल्यू टू अर्निंग्स बिफोर इंटरेस्ट, टैक्सेस, डेप्रिसिएशन, एंड एमोटाइजेशन (Enterprise Value to Earnings Before Interest, Taxes, Depreciation, and Amortization)। एक वित्तीय अनुपात जिसका उपयोग किसी कंपनी के मूल्यांकन का उसकी परिचालन लाभप्रदता के सापेक्ष आकलन करने के लिए किया जाता है।
- एंटरप्राइज वैल्यू (EV): किसी कंपनी के कुल मूल्य का एक माप, जिसे अक्सर मार्केट कैपिटलाइजेशन के विकल्प के रूप में उपयोग किया जाता है। इसमें इक्विटी, ऋण और अल्पसंख्यक हित (minority interest) का बाजार मूल्य शामिल है, जिसमें नकद और नकद समकक्ष (cash and cash equivalents) घटा दिए जाते हैं।
- डीमर्जर (Demerger): किसी कंपनी का दो या अधिक स्वतंत्र संस्थाओं में अलग होना। इसमें अक्सर किसी डिवीजन या सहायक कंपनी को स्पिन ऑफ (spin off) करना शामिल होता है।
- होल्डिंग कंपनी डिस्काउंट (Holding Company Discount): एक होल्डिंग कंपनी पर लागू किया जाने वाला मूल्यांकन डिस्काउंट, जो उसकी व्यक्तिगत सहायक कंपनियों के बाजार मूल्यों के योग की तुलना में होता है। यह एक छाते के नीचे कई संस्थाओं के प्रबंधन की जटिलताओं या अक्षमताओं को दर्शाता है।
- निफ्टी 50 (Nifty 50): भारत में एक बेंचमार्क स्टॉक मार्केट इंडेक्स जो नेशनल स्टॉक एक्सचेंज पर सूचीबद्ध 50 सबसे बड़ी भारतीय कंपनियों का भारित औसत (weighted average) दर्शाता है।

