Commodities
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Updated on 14th November 2025, 9:28 AM
Author
Aditi Singh | Whalesbook News Team
शुक्रवार को भारतीय डेरिवेटिव्स बाजार में सोने की कीमतों में गिरावट देखी गई, जो वैश्विक स्तर पर कमजोर रुझान को दर्शाती है। इस हलचल का कारण अमेरिकी फेडरल रिजर्व द्वारा ब्याज दर में कटौती की उम्मीदों का कम होना था। मल्टी कमोडिटी एक्सचेंज (MCX) पर दिसंबर और फरवरी 2026 दोनों के गोल्ड फ्यूचर्स निचले स्तर पर बंद हुए, जबकि वैश्विक कीमतें लगभग $4,195 प्रति औंस पर थीं। विश्लेषकों ने डॉलर के नरम पड़ने और अमेरिकी सरकार के फिर से खुलने के बाद की अनिश्चितता को प्रमुख प्रभाव कारक बताया।
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शुक्रवार को भारत के घरेलू डेरिवेटिव्स बाजार में सोने की कीमतों में गिरावट आई, क्योंकि व्यापारियों को ऐसे संकेत मिले कि अमेरिकी फेडरल रिजर्व शायद उम्मीद से पहले ब्याज दरों में कटौती न करे। इसके चलते मल्टी कमोडिटी एक्सचेंज (MCX) पर गोल्ड फ्यूचर्स कॉन्ट्रैक्ट पूरे सत्र में निचले स्तर पर कारोबार करते रहे।
दिसंबर गोल्ड फ्यूचर्स कॉन्ट्रैक्ट में 345 रुपये, या 0.27% की गिरावट आई, जो 10 ग्राम के लिए 1,26,406 रुपये पर बंद हुआ। इसी तरह, फरवरी 2026 का कॉन्ट्रैक्ट 434 रुपये, या 0.34% घटकर 10 ग्राम के लिए 1,27,973 रुपये पर निपटा।
वैश्विक स्तर पर, Comex गोल्ड (दिसंबर डिलीवरी) लगभग $4,195 प्रति औंस पर कारोबार कर रहा था। रिलायंस सिक्योरिटीज के सीनियर रिसर्च एनालिस्ट जिगर त्रिवेदी ने टिप्पणी की कि शुक्रवार को सोने की कीमतों में $4,190 प्रति औंस से ऊपर की बढ़ोतरी हुई, जो एक महीने में अपने सर्वश्रेष्ठ सप्ताह की ओर बढ़ रही थी। यह मुख्य रूप से डॉलर के नरम पड़ने और अमेरिकी सरकार के फिर से खुलने के बाद आधिकारिक डेटा जारी होने को लेकर अनिश्चितता से प्रेरित था।
प्रभाव: यह खबर सीधे तौर पर उन निवेशकों को प्रभावित करती है जिनके पास गोल्ड फ्यूचर्स या भौतिक सोना है, क्योंकि कीमतों में गिरावट से नुकसान हो सकता है। यह व्यापक कमोडिटी और वित्तीय बाजारों में भावना को भी प्रभावित करता है, क्योंकि सोने को अक्सर एक सुरक्षित-संपत्ति (safe-haven asset) माना जाता है। डॉलर का कमजोर होना और अमेरिकी मौद्रिक नीति को लेकर अनिश्चितता सोने के लिए प्रमुख चालक हैं, जो वैश्विक व्यापार और निवेश प्रवाह को प्रभावित करते हैं।
शर्तें समझाई गईं: * डेरिवेटिव्स मार्केट (Derivatives Market): एक वित्तीय बाजार जहां अंतर्निहित संपत्तियों (जैसे सोना) से प्राप्त अनुबंध (जैसे फ्यूचर्स) का कारोबार होता है। * MCX (मल्टी कमोडिटी एक्सचेंज ऑफ इंडिया): भारत का अग्रणी कमोडिटी डेरिवेटिव्स एक्सचेंज। * फ्यूचर्स कॉन्ट्रैक्ट (Futures Contract): भविष्य की तारीख पर पूर्व-निर्धारित मूल्य पर किसी विशेष संपत्ति को खरीदने या बेचने का समझौता। * Comex: कमोडिटी एक्सचेंज इंक., न्यूयॉर्क मर्केंटाइल एक्सचेंज (NYMEX) का एक प्रभाग, जो धातुओं के लिए वायदा अनुबंधों के व्यापार के लिए जाना जाता है। * औंस (Ounce): वजन की एक इकाई, जिसका उपयोग आमतौर पर कीमती धातुओं के लिए किया जाता है। एक ट्रॉय औंस लगभग 31.1 ग्राम होता है। * नरम डॉलर (Softer Dollar): जब अमेरिकी डॉलर का मूल्य अन्य मुद्राओं की तुलना में घट जाता है। * यूएस फेडरल रिजर्व (US Federal Reserve): संयुक्त राज्य अमेरिका की केंद्रीय बैंकिंग प्रणाली। * रेट कट (Rate Cut): केंद्रीय बैंक द्वारा ब्याज दर में कमी, जो आमतौर पर आर्थिक विकास को प्रोत्साहित करने के लिए की जाती है।