Commodities
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Updated on 08 Nov 2025, 01:52 pm
Reviewed By
Akshat Lakshkar | Whalesbook News Team
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भारतीय प्रतिभूति और विनिमय बोर्ड (सेबी) ने डिजिटल गोल्ड और ई-गोल्ड उत्पादों से जुड़े जोखिमों के बारे में निवेशकों को आगाह किया है, जिन्हें विभिन्न अनियंत्रित संस्थाएं भौतिक सोने के निवेश के विकल्प के रूप में बाजार में उतार रही हैं। सेबी ने नोट किया है कि ये डिजिटल गोल्ड पेशकशें सेबी-विनियमित सोने के उत्पादों से अलग हैं। वे न तो प्रतिभूतियों (securities) के रूप में वर्गीकृत हैं और न ही वस्तु व्युत्पन्न (commodity derivatives) के रूप में विनियमित हैं, जिसका अर्थ है कि वे सेबी के नियामक ढांचे के पूरी तरह से बाहर काम करते हैं। ये अनियंत्रित डिजिटल गोल्ड उत्पाद निवेशकों के लिए महत्वपूर्ण जोखिम पेश कर सकते हैं, जिसमें प्रतिपक्ष जोखिम (counterparty risk) शामिल है, जहां प्लेटफॉर्म सोने या उसके मूल्य को वितरित करने में विफल हो सकता है, और परिचालन जोखिम (operational risk), जो प्लेटफॉर्म की प्रक्रियाओं या प्रणालियों के साथ समस्याओं से उत्पन्न होता है। सबसे महत्वपूर्ण बात यह है कि निवेशकों को वे निवेशक संरक्षण तंत्र (investor protection mechanisms) उपलब्ध नहीं होंगे जो आमतौर पर प्रतिभूति बाजार नियमों के तहत उपलब्ध होते हैं। सेबी ने इस बात पर प्रकाश डाला है कि वह सोने में निवेश के लिए विनियमित रास्ते प्रदान करता है। इनमें एक्सचेंज-ट्रेडेड कमोडिटी डेरिवेटिव अनुबंधों (exchange-traded commodity derivative contracts) के माध्यम से सोने में निवेश, म्यूचुअल फंड द्वारा पेश किए गए गोल्ड एक्सचेंज ट्रेडेड फंड (Gold ETFs), और स्टॉक एक्सचेंजों पर व्यापार योग्य इलेक्ट्रॉनिक गोल्ड रसीदों (Electronic Gold Receipts - EGRs) के माध्यम से सोने में निवेश शामिल है। इन सेबी-विनियमित सोने के उत्पादों में निवेश सेबी-पंजीकृत मध्यस्थों (SEBI-registered intermediaries) के माध्यम से किया जा सकता है और ये सेबी के स्थापित नियामक ढांचे द्वारा शासित होते हैं, जो सुरक्षा और निगरानी की उच्च डिग्री सुनिश्चित करता है। प्रभाव: सेबी की यह चेतावनी निवेशकों को संभावित धोखाधड़ी और वित्तीय नुकसान से बचाने के उद्देश्य से है, उन्हें सुरक्षित, विनियमित निवेश चैनलों की ओर मार्गदर्शन करके। इससे अनियंत्रित डिजिटल गोल्ड पेशकशों में रुचि कम हो सकती है और सेबी-अनुमोदित सोने के निवेश उपकरणों की मांग बढ़ सकती है। विनियमित उत्पादों में निवेशक जागरूकता और बाजार विश्वास पर इसका प्रभाव 7/10 रेट किया गया है।