Whalesbook Logo

Whalesbook

  • Home
  • About Us
  • Contact Us
  • News

भारत में खनन का घमासान: नए नियमों से उद्योग और सरकार के बीच तीखी टक्कर!

Commodities

|

Updated on 10 Nov 2025, 07:43 pm

Whalesbook Logo

Reviewed By

Simar Singh | Whalesbook News Team

Short Description:

भारत का खनन उद्योग मिनरल (ऑक्शन) रूल्स, 2015 के संशोधनों से चिंतित है, क्योंकि उन्हें डर है कि कड़े प्रदर्शन दंड (performance penalties) मौजूदा लीज पर पूर्वव्यापी (retrospectively) लागू हो सकते हैं। सरकार का कहना है कि इन बदलावों का उद्देश्य उत्पादन बढ़ाना और संसाधनों के जमाखोरी को रोकना है, और यह आश्वासन दिया गया है कि दंड केवल भविष्य की स्वीकृतियों पर लागू होंगे। उद्योग को कुछ परिचालनों के लिए छह महीने की खनन योजना अनुमोदन (mining plan approval) अवधि भी बहुत कम लगती है।
भारत में खनन का घमासान: नए नियमों से उद्योग और सरकार के बीच तीखी टक्कर!

▶

Detailed Coverage:

भारत के खनन क्षेत्र ने मिनरल (ऑक्शन) रूल्स, 2015 में हुए हालिया संशोधनों को लेकर महत्वपूर्ण चिंताएं व्यक्त की हैं। विवाद का एक प्रमुख बिंदु कड़े "प्रदर्शन-लिंक्ड दंड" (performance-linked penalties) का परिचय है, जिसे उद्योग प्रतिनिधियों को डर है कि मौजूदा खनन पट्टों (mining leases) पर पूर्वव्यापी रूप से लागू किया जा सकता है। इससे पहले से चल रहे परिचालनों पर वित्तीय बोझ पड़ सकता है।

हालांकि, सरकारी अधिकारी इस बात पर कायम हैं कि नए नियम, जो अक्टूबर से प्रभावी हैं, नीलाम की गई खदानों से अनुशासन लागू करने और उत्पादन में तेजी लाने के उद्देश्य से हैं। वे कहते हैं कि दंड प्रावधान केवल भविष्य की स्वीकृतियों पर लागू होंगे और इनका उद्देश्य "कब्जाधारियों" (squatters) को प्राकृतिक संसाधनों को जमा करने से रोकना है, जिससे संपत्ति की नीलामी के लिए मुक्त हो सके। उन्होंने यह भी कहा कि पहले की देरी के लिए अर्जित किसी भी दंड को नीलामी प्रीमियम (auction premium) के मुकाबले समायोजित किया जाएगा यदि अंतिम मील का पत्थर निर्धारित समय सीमा के भीतर प्राप्त किया जाता है।

फेडरेशन ऑफ इंडियन मिनरल इंडस्ट्रीज (Federation of Indian Mineral Industries) ने यह भी बताया है कि लेटर ऑफ इंटेंट (letter of intent) जारी होने के बाद खनन योजना को मंजूरी देने के लिए प्रदान की गई छह महीने की अवधि हमेशा संभव नहीं होती है। यह विशेष रूप से गहरे खनिजों के लिए सच है, जिनके लिए विस्तृत भूमिगत खनन अध्ययनों की आवश्यकता होती है, जबकि लोहे अयस्क, बॉक्साइट और चूना पत्थर जैसे सतही खनन परिचालनों के विपरीत।

2017 से लगभग 580 खदानों की नीलामी हुई है, जिनमें से 77 वर्तमान में चालू हैं। हाल ही में नीलामियों की गति तेज हुई है, जिसमें 2023 से लगभग 250 खदान अनुबंध प्रदान किए गए हैं।

**प्रभाव** यह खबर सीधे तौर पर भारत के खनन क्षेत्र की कंपनियों के परिचालन परिदृश्य और निवेश की भावना को प्रभावित करती है। संभावित नियामक अनिश्चितताएं, अनुपालन लागत और दंड का जोखिम लाभप्रदता और भविष्य के निवेश निर्णयों को प्रभावित कर सकता है, जिससे स्टॉक मूल्यांकन (stock valuations) पर भी असर पड़ेगा।

रेटिंग: 6/10

**परिभाषाएँ** * **प्रदर्शन-लिंक्ड दंड**: कंपनियों पर लगाए जाने वाले वित्तीय दंड यदि वे अपने अनुबंधों में उल्लिखित विशिष्ट प्रदर्शन बेंचमार्क या समय-सीमाओं को पूरा करने में विफल रहती हैं, जो यहां खनन उत्पादन और परिचालनों से संबंधित हैं। * **पूर्वव्यापी (Retrospectively)**: किसी नियम, कानून या दंड को उन घटनाओं या कार्यों पर लागू करना जो नियम या कानून के आधिकारिक रूप से पेश होने से पहले हुए थे।


Consumer Products Sector

ट्रेंट के Q2 नतीजे: मजबूत मार्जिन के बावजूद ग्रोथ धीमी - निवेशकों को यह जानना ज़रूरी है!

ट्रेंट के Q2 नतीजे: मजबूत मार्जिन के बावजूद ग्रोथ धीमी - निवेशकों को यह जानना ज़रूरी है!

ब्रिटानिया का दशक-लंबा ग्रोथ इंजन थमा: एमडी वरुण बेरी ने पद छोड़ा - निवेशकों के लिए आगे क्या?

ब्रिटानिया का दशक-लंबा ग्रोथ इंजन थमा: एमडी वरुण बेरी ने पद छोड़ा - निवेशकों के लिए आगे क्या?

ब्रिटानिया के सीईओ का पत्ता साफ! नए लीडर और ग्रोथ के बड़े प्लान का खुलासा - भारत के पसंदीदा फूड्स का अगला कदम क्या?

ब्रिटानिया के सीईओ का पत्ता साफ! नए लीडर और ग्रोथ के बड़े प्लान का खुलासा - भारत के पसंदीदा फूड्स का अगला कदम क्या?

भारत के फेस्टिवल्स में बड़ा बदलाव: पारंपरिक मिठाइयों की जगह ले रहे हैं चॉकलेट्स और 'दुबई डिलाइट्स'! 😱 इसके पीछे क्या है कारण?

भारत के फेस्टिवल्स में बड़ा बदलाव: पारंपरिक मिठाइयों की जगह ले रहे हैं चॉकलेट्स और 'दुबई डिलाइट्स'! 😱 इसके पीछे क्या है कारण?

स्पेंसर रिटेल का चौंकाने वाला नतीजा: घाटा कम, पर रेवेन्यू गिरा! क्या वापसी की तैयारी?

स्पेंसर रिटेल का चौंकाने वाला नतीजा: घाटा कम, पर रेवेन्यू गिरा! क्या वापसी की तैयारी?

Bira 91 संकट गहराया: भारी नुकसान और आरोपों के बीच संस्थापक पर गिरी गाज, निवेशक बाहर निकलने की मांग पर अड़े!

Bira 91 संकट गहराया: भारी नुकसान और आरोपों के बीच संस्थापक पर गिरी गाज, निवेशक बाहर निकलने की मांग पर अड़े!

ट्रेंट के Q2 नतीजे: मजबूत मार्जिन के बावजूद ग्रोथ धीमी - निवेशकों को यह जानना ज़रूरी है!

ट्रेंट के Q2 नतीजे: मजबूत मार्जिन के बावजूद ग्रोथ धीमी - निवेशकों को यह जानना ज़रूरी है!

ब्रिटानिया का दशक-लंबा ग्रोथ इंजन थमा: एमडी वरुण बेरी ने पद छोड़ा - निवेशकों के लिए आगे क्या?

ब्रिटानिया का दशक-लंबा ग्रोथ इंजन थमा: एमडी वरुण बेरी ने पद छोड़ा - निवेशकों के लिए आगे क्या?

ब्रिटानिया के सीईओ का पत्ता साफ! नए लीडर और ग्रोथ के बड़े प्लान का खुलासा - भारत के पसंदीदा फूड्स का अगला कदम क्या?

ब्रिटानिया के सीईओ का पत्ता साफ! नए लीडर और ग्रोथ के बड़े प्लान का खुलासा - भारत के पसंदीदा फूड्स का अगला कदम क्या?

भारत के फेस्टिवल्स में बड़ा बदलाव: पारंपरिक मिठाइयों की जगह ले रहे हैं चॉकलेट्स और 'दुबई डिलाइट्स'! 😱 इसके पीछे क्या है कारण?

भारत के फेस्टिवल्स में बड़ा बदलाव: पारंपरिक मिठाइयों की जगह ले रहे हैं चॉकलेट्स और 'दुबई डिलाइट्स'! 😱 इसके पीछे क्या है कारण?

स्पेंसर रिटेल का चौंकाने वाला नतीजा: घाटा कम, पर रेवेन्यू गिरा! क्या वापसी की तैयारी?

स्पेंसर रिटेल का चौंकाने वाला नतीजा: घाटा कम, पर रेवेन्यू गिरा! क्या वापसी की तैयारी?

Bira 91 संकट गहराया: भारी नुकसान और आरोपों के बीच संस्थापक पर गिरी गाज, निवेशक बाहर निकलने की मांग पर अड़े!

Bira 91 संकट गहराया: भारी नुकसान और आरोपों के बीच संस्थापक पर गिरी गाज, निवेशक बाहर निकलने की मांग पर अड़े!


Renewables Sector

सोलर पावरहाउस एमवी (Emmvee) फोटोनॉल्टिक आईपीओ ने टॉप ग्लोबल निवेशकों से ₹1,305 करोड़ जुटाए - क्या आप निवेश करेंगे?

सोलर पावरहाउस एमवी (Emmvee) फोटोनॉल्टिक आईपीओ ने टॉप ग्लोबल निवेशकों से ₹1,305 करोड़ जुटाए - क्या आप निवेश करेंगे?

सोलर पावरहाउस एमवी (Emmvee) फोटोनॉल्टिक आईपीओ ने टॉप ग्लोबल निवेशकों से ₹1,305 करोड़ जुटाए - क्या आप निवेश करेंगे?

सोलर पावरहाउस एमवी (Emmvee) फोटोनॉल्टिक आईपीओ ने टॉप ग्लोबल निवेशकों से ₹1,305 करोड़ जुटाए - क्या आप निवेश करेंगे?