Commodities
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Updated on 12 Nov 2025, 11:53 am
Reviewed By
Akshat Lakshkar | Whalesbook News Team

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हालिया उछाल के बाद सोने की कीमतों में अस्थिरता देखी गई है, जो $4,125 प्रति औंस के करीब कारोबार कर रही हैं। बाजार वर्तमान में पुनर्मूल्यांकन के दौर में है, जो कई प्रमुख चालकों के बीच फंसा हुआ है। संयुक्त राज्य अमेरिका से हाल के निजी क्षेत्र के नौकरी के आंकड़ों ने कमजोर श्रम बाजार का संकेत दिया, जिससे यह राय मजबूत हुई कि फेडरल रिजर्व आगे ब्याज दरों में कटौती कर सकता है। ऐसी कटौती आम तौर पर सोने के लिए सहायक होती है, क्योंकि यह एक गैर-ब्याज-भुगतान वाली संपत्ति है।
हालांकि, बाजार लंबे अमेरिकी सरकारी शटडाउन की आसन्न समाप्ति को भी ध्यान में रख रहा है, जिसने सावधानी का एक तत्व पेश किया है। निवेशकों ने सोने की पिछली महत्वपूर्ण रैली के बाद मुनाफावसूली भी की है, जिसके कारण पिछले महीने यह $4,380 से ऊपर के उच्च स्तर से चढ़ गया था। यह गोल्ड-समर्थित एक्सचेंज-ट्रेडेड फंड (ईटीएफ) में लगातार तीन हफ्तों तक शुद्ध निकासी के रूप में परिलक्षित हो रहा है।
इन गिरावटों के बावजूद, सोना 1979 के बाद अपने सर्वश्रेष्ठ वार्षिक प्रदर्शन के रास्ते पर है, जिसे केंद्रीय बैंकों द्वारा लगातार खरीद जैसे कारकों का समर्थन प्राप्त है। विश्लेषकों का सुझाव है कि शटडाउन से उत्पन्न आर्थिक अनिश्चितता सोने की सुरक्षित-संपत्ति (safe-haven) मांग को बनाए रख सकती है, भले ही अर्थव्यवस्था के फिर से खुलने को लेकर सामान्य आशावाद हो। भविष्य में कीमतों में और समेकन देखा जा सकता है क्योंकि बाजार प्रतिभागी आगामी आर्थिक आंकड़ों और संपत्ति आवंटन में संभावित बदलावों की उम्मीद करते हैं। प्रभाव: इस खबर का भारतीय शेयर बाजारों पर कमोडिटी की कीमतों, सुरक्षित-संपत्ति (safe-haven) संपत्तियों के प्रति निवेशक भावना और संभावित रूप से मुद्रा विनिमय दरों को प्रभावित करके असर पड़ सकता है। सोने की कीमतों में वृद्धि अप्रत्यक्ष रूप से मुद्रास्फीति की अपेक्षाओं को भी प्रभावित कर सकती है। रेटिंग: 5/10 कठिन शब्दावली: बुलियन: सोना या चांदी अपने शुद्ध, बिना सिक्का वाले रूप में। फेडरल रिजर्व (फेड): संयुक्त राज्य अमेरिका की केंद्रीय बैंकिंग प्रणाली। एक्सचेंज-ट्रेडेड फंड (ईटीएफ): स्टॉक एक्सचेंज पर कारोबार करने वाले निवेश फंड, जो किसी सूचकांक या परिसंपत्ति वर्ग को दर्शाते हैं। सेफ-हेवन डिमांड: आर्थिक अनिश्चितता या बाजार में उथल-पुथल के समय कम जोखिम वाली मानी जाने वाली संपत्तियों के लिए निवेशक की मांग।