Commodities
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Updated on 07 Nov 2025, 08:52 am
Reviewed By
Simar Singh | Whalesbook News Team
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शुक्रवार को सोने और चांदी के वायदा कारोबार में कीमतों में उल्लेखनीय वृद्धि देखी गई, जो लगातार तीन सत्रों की तेजी को जारी रखती है। यह बढ़ोतरी कमजोर अमेरिकी आर्थिक आंकड़ों के जारी होने से प्रेरित हुई। संयुक्त राज्य अमेरिका से आए नरम आर्थिक संकेतकों ने बाजार की इन उम्मीदों को मजबूत किया है कि फेडरल रिजर्व पहले की अपेक्षा जल्द ही ब्याज दरों में कटौती कर सकता है। कम ब्याज दरें आम तौर पर सोने जैसी गैर-उपज वाली संपत्तियों को ब्याज-भुगतान करने वाली संपत्तियों की तुलना में अधिक आकर्षक बनाती हैं।
बाजार प्रतिक्रिया: मल्टी कमोडिटी एक्सचेंज (MCX) पर, दिसंबर सोने का अनुबंध 520 रुपये या 0.43% बढ़कर 1,21,133 रुपये प्रति 10 ग्राम पर बंद हुआ, जिसमें काफी ट्रेडिंग वॉल्यूम देखा गया। इसी तरह, MCX पर दिसंबर चांदी का वायदा 1,598 रुपये या 1.09% बढ़कर 1,48,667 रुपये प्रति किलोग्राम हो गया। Comex पर अंतरराष्ट्रीय कीमतों ने भी इस प्रवृत्ति को दर्शाया, जिसमें सोने के वायदा और चांदी के वायदा दोनों में वृद्धि हुई।
निवेशक भावना: बाजार विश्लेषकों का संकेत है कि कीमती धातुएं जोखिम-विरोधी वैश्विक भावना और संभावित दर कटौती में बढ़ते विश्वास से लाभान्वित हो रही हैं। निवेशक अनिश्चित आर्थिक समय में सुरक्षित निवेश (safe-haven asset) के रूप में बुलियन की ओर अधिक रुख कर रहे हैं।
प्रभाव: यह खबर सीधे तौर पर कमोडिटी व्यापारियों, सोना और चांदी रखने वाले निवेशकों, और केंद्रीय बैंक की नीतियों को प्रभावित करने वाले मैक्रोइकॉनॉमिक रुझानों को ट्रैक करने वालों को प्रभावित करती है। सोने की कीमतों में वृद्धि से भारत में आभूषणों की उपभोक्ता मांग भी प्रभावित हो सकती है, हालांकि MCX वायदा वित्तीय निवेशकों के लिए अधिक प्रासंगिक है।