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29th October 2025, 9:56 AM

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अनिल अग्रवाल के नेतृत्व वाली वेदांता लिमिटेड की कॉर्पोरेट पुनर्रचना योजना, जिसमें डीमर्जर शामिल है, में और देरी हो गई है। डीमर्जर योजना की सुनवाई करने वाली नेशनल कंपनी लॉ ट्रिब्यूनल (NCLT) बेंच का पुनर्गठन किया गया है, जिसका अर्थ है कि उसके सदस्य बदल दिए गए हैं। इसके कारण ट्रिब्यूनल को वेदांता के प्रस्ताव और सरकार की आपत्तियों की सुनवाई प्रक्रिया फिर से शुरू करनी होगी। वेदांता ने शीघ्र सुनवाई का अनुरोध किया है, और NCLT ने 12 नवंबर से कार्यवाही शुरू करने का समय निर्धारित किया है। इससे पहले, सिक्योरिटीज एंड एक्सचेंज बोर्ड ऑफ इंडिया (SEBI) ने डीमर्जर के संबंध में एक चेतावनी पत्र जारी किया था, लेकिन अब उसने वेदांता की संशोधित योजना को मंजूरी दे दी है। वेदांता ने बताया कि SEBI ने एक 'रॅप ऑन द नकल्स' (हल्की फटकार) जारी की थी, लेकिन अंततः संशोधित योजना स्वीकार कर ली।
प्रभाव: डीमर्जर प्रक्रिया में इस तरह की बार-बार होने वाली देरी से निवेशकों में अनिश्चितता पैदा हो सकती है और वेदांता के शेयर प्रदर्शन पर असर पड़ सकता है। SEBI की मंजूरी की खबरों के बाद वेदांता के शेयर पहले 4% तक बढ़ गए थे। हालांकि, सुनवाई स्थगन की नवीनतम खबर से शेयर अपने दिन के उच्चतम स्तर से पीछे हट गए हैं। यह वर्तमान में ₹509.35 पर 1.5% ऊपर कारोबार कर रहा है। शेयर ने हाल ही में 2025 में पहली बार ₹500 का स्तर पार किया था। लगातार देरी से शेयर पर और दबाव पड़ सकता है। रेटिंग: 6।