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भू-राजनीतिक चिंताओं के बीच खरीदारी के मौके तलाशने से सोने की कीमतों में उछाल।

Commodities

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31st October 2025, 8:20 AM

भू-राजनीतिक चिंताओं के बीच खरीदारी के मौके तलाशने से सोने की कीमतों में उछाल।

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Short Description :

30 अक्टूबर को लगातार चार दिनों की गिरावट के बाद सोने की कीमतों में उछाल आया, जिसका मुख्य कारण 'बार्गेन हंटिंग' (गिरती कीमतों पर खरीदारी) और जारी भू-राजनीतिक अनिश्चितता रही। यह उछाल अमेरिका और चीन के बीच व्यापार समझौते की घोषणा के बावजूद आया। वैश्विक केंद्रीय बैंकों, जिसमें अमेरिकी फेडरल रिजर्व भी शामिल है, ने भी ऐसे नीतिगत निर्णय लिए जिनसे बाजारों पर असर पड़ा। तीसरे क्वार्टर (Q3) में सोने की मांग रिकॉर्ड स्तर पर पहुंच गई, और केंद्रीय बैंकों ने बहुमूल्य धातु की खरीद जारी रखी।

Detailed Coverage :

30 अक्टूबर को स्पॉट गोल्ड की कीमतों में लगभग 2% की बढ़ोतरी हुई और यह $4,007 पर पहुंच गया, जबकि एमसीएक्स दिसंबर गोल्ड कॉन्ट्रैक्ट भी 0.60% बढ़कर ₹121,393 हो गया। यह उछाल हाल ही में 3.29% की साप्ताहिक गिरावट के बाद आया। अमेरिका और चीन 29 अक्टूबर को एक व्यापार समझौते पर पहुंचे, जिसमें टैरिफ में कटौती और संघर्ष विराम का विस्तार शामिल था। हालांकि, कई महत्वपूर्ण बुनियादी मुद्दे अभी भी अनसुलझे हैं, जिससे यह संकेत मिलता है कि यह केवल एक अस्थायी राहत हो सकती है। प्रमुख केंद्रीय बैंकों की कार्रवाइयों ने बाजार को प्रभावित किया: अमेरिकी फेडरल रिजर्व ने अपनी नीतिगत दर (policy rate) में 25 आधार अंकों (basis points) की कटौती करके इसे 3.75%-4% की सीमा में कर दिया और दिसंबर से एसेट रनऑफ (asset runoff) समाप्त करने की घोषणा की। इसके बावजूद, कुछ अधिकारियों की 'हॉकिश' असहमति (hawkish dissent) और फेड चेयर पॉवेल (Fed Chair Powell) की ओर से अमेरिकी सरकारी शटडाउन के कारण डेटा उपलब्धता पर की गई सतर्क टिप्पणियों ने कमोडिटीज पर दबाव डाला, जिससे अमेरिकी डॉलर मजबूत हुआ और यील्ड (yields) बढ़े। बैंक ऑफ कनाडा ने भी अपनी ब्याज दर में 25 आधार अंकों की कटौती करके इसे 2.25% कर दिया। वहीं, यूरोपीय सेंट्रल बैंक ने अपनी प्रमुख ब्याज दरों को अपरिवर्तित रखा। मौद्रिक नीति में इन बदलावों से अमेरिकी डॉलर इंडेक्स (US Dollar Index) मजबूत हुआ और अमेरिकी ट्रेजरी यील्ड (US Treasury yields) बढ़े, जो आमतौर पर सोने के लिए एक मंदी का संकेत (bearish signal) माना जाता है। वैश्विक स्तर पर, अनिश्चित भू-राजनीतिक समय में निवेश के कारण तीसरे क्वार्टर (Q3) में सोने की मांग रिकॉर्ड 1,313 टन पर पहुंच गई। केंद्रीय बैंकों ने अपनी 'खरीद की होड़' (buying spree) जारी रखी, Q3 में 220 टन और साल-दर-तारीख (YTD) तक महत्वपूर्ण मात्रा में सोना खरीदा। इन नीतिगत निर्णयों और व्यापार समझौते की बारीकियों को समझने से अल्पकालिक अस्थिरता की उम्मीद के बावजूद, अमेरिकी फेडरल रिजर्व द्वारा उच्च मुद्रास्फीति (elevated inflation) के समय में दरों में कटौती को सोने के लिए एक सकारात्मक दीर्घकालिक कारक के रूप में देखा जा रहा है। संभावित प्रतिरोध (resistance) $4,160 पर और समर्थन (support) $3,885/$3,820 पर देखा जा रहा है।