Commodities
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29th October 2025, 3:02 PM

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समाचार सारांश: इंडियन शुगर एंड बायो-एनर्जी मैन्युफैक्चरर्स एसोसिएशन (ISMA) ने ऑयल मार्केटिंग कंपनियों (OMCs) द्वारा 2025-26 आपूर्ति वर्ष के लिए इथेनॉल के आवंटन पर गंभीर चिंता व्यक्त की है। इथेनॉल खरीद का एक disproportionately छोटा हिस्सा चीनी-आधारित फीडस्टॉक से आवंटित किया गया है, जिससे उद्योग में चिंता बढ़ गई है। मुख्य आंकड़े: 2025-26 इथेनॉल आपूर्ति वर्ष (ESY) के लिए, चीनी-आधारित स्रोतों से केवल 2890 मिलियन लीटर (कुल आवश्यकता का 28%) आवंटित किया गया है। इसकी तुलना में, मक्का और चावल जैसे अनाज-आधारित स्रोतों को 7610 मिलियन लीटर (72%) का बड़ा हिस्सा आवंटित किया गया है। उद्योग की चिंताएँ: ISMA चेतावनी देता है कि यह असंतुलन अतिरिक्त चीनी स्टॉक में वृद्धि का कारण बन सकता है, क्योंकि 2025-26 के लिए अनुमानित चीनी उत्पादन 18% बढ़कर 34.9 मिलियन टन (MT) होने की उम्मीद है। चूंकि इथेनॉल में डायवर्जन के लिए केवल थोड़ी मात्रा में चीनी ही पात्र है, इसलिए एक बड़ी मात्रा (glut) की उम्मीद है। इस स्थिति में उन डिस्टिलरियों के अल्प-उपयोग का भी जोखिम है जो पिछले सरकारी रोडमैप के आधार पर स्थापित की गई थीं, जिसमें 40,000 करोड़ रुपये से अधिक का निवेश शामिल है। इसके अलावा, उद्योग को मिलों की तंग तरलता के कारण किसानों को भुगतान में देरी का डर है। उद्योग की मांगें: इन मुद्दों को कम करने के लिए, ISMA ने अनुरोध किया है कि OMCs इथेनॉल खरीद को पुनर्संतुलित करें ताकि कम से कम 50% चीनी-आधारित स्रोतों को आवंटित किया जा सके। वे 2025-26 सीज़न में कम से कम दो मिलियन टन (MT) कच्ची चीनी का निर्यात करने की अनुमति और चीनी के न्यूनतम बिक्री मूल्य (MSP) में संशोधन की भी मांग कर रहे हैं। वित्तीय दबाव: लेख एक वित्तीय असंतुलन को उजागर करता है जहां गन्ने के रस और बी-भारी शीरे से इथेनॉल बनाने की लागत, OMCs द्वारा पेश की जाने वाली वर्तमान खरीद कीमतों से अधिक है, जिससे लगभग 5 रुपये प्रति लीटर का नुकसान हो रहा है। यह गन्ने-आधारित इथेनॉल उत्पादन को अव्यवहार्य बनाता है। इसके अतिरिक्त, चीनी का MSP फरवरी 2019 से अपरिवर्तित है, जबकि गन्ने का उचित और लाभकारी मूल्य (FRP) काफी बढ़ गया है, जिससे चीनी उत्पादन की लागत बढ़ गई है। सरकारी विचार: रिपोर्टों से संकेत मिलता है कि खाद्य मंत्रालय 2025-26 विपणन वर्ष के लिए चीनी निर्यात की अनुमति देने पर विचार कर रहा है, क्योंकि अधिशेष स्टॉक जमा हो रहे हैं। प्रभाव: इस खबर का भारतीय शेयर बाजार पर महत्वपूर्ण प्रभाव पड़ा है, खासकर चीनी और संबंधित क्षेत्रों की कंपनियों पर। यह चीनी मिलों पर संभावित वित्तीय दबाव को उजागर करता है, जिससे किसानों के भुगतान और निवेश पर रिटर्न प्रभावित होता है। इथेनॉल सम्मिश्रण पर सरकार की नीति, जो चीनी और शीरे की मांग को प्रभावित करती है, भी एक प्रमुख कारक है। यह कृषि-व्यवसाय और ऊर्जा क्षेत्रों में वस्तुओं की कीमतों, कॉर्पोरेट आय और निवेशक भावना को प्रभावित कर सकता है। प्रभाव रेटिंग: 8/10. कठिन शब्दों की व्याख्या: OMCs (ऑयल मार्केटिंग कंपनियाँ): वे कंपनियाँ जो पेट्रोल और डीजल जैसे पेट्रोलियम उत्पादों की मार्केटिंग और वितरण में शामिल हैं। उदाहरणों में इंडियन ऑयल कॉर्पोरेशन, भारत पेट्रोलियम कॉर्पोरेशन लिमिटेड (BPCL), और हिंदुस्तान पेट्रोलियम कॉर्पोरेशन लिमिटेड (HPCL) शामिल हैं। इथेनॉल: एक प्रकार का अल्कोहल जो शर्करा और स्टार्च के किण्वन से उत्पन्न होता है, जिसका उपयोग अक्सर पेट्रोल में बायोफ्यूल योजक के रूप में किया जाता है। फीडस्टॉक: औद्योगिक प्रक्रिया में उपयोग किया जाने वाला कच्चा माल। इस संदर्भ में, यह गन्ने के रस, शीरे, या अनाज को संदर्भित करता है जिनका उपयोग इथेनॉल का उत्पादन करने के लिए किया जाता है। ESY (इथेनॉल आपूर्ति वर्ष): वह अवधि जिसके दौरान इथेनॉल ऑयल मार्केटिंग कंपनियों को आपूर्ति की जाती है, जो आमतौर पर भारत में नवंबर से अक्टूबर तक चलती है। MT (मीट्रिक टन): द्रव्यमान की एक इकाई जो 1,000 किलोग्राम के बराबर होती है। MSP (न्यूनतम बिक्री मूल्य): वह न्यूनतम मूल्य जिस पर किसी वस्तु को बेचा जा सकता है, जिसे उत्पादकों की सुरक्षा के लिए सरकार द्वारा तय किया जाता है। ISMA (इंडियन शुगर एंड बायो-एनर्जी मैन्युफैक्चरर्स एसोसिएशन): भारत में चीनी और बायो-एनर्जी निर्माताओं का प्रतिनिधित्व करने वाला एक उद्योग संघ। NITI Aayog: नेशनल इंस्टीट्यूशन फॉर ट्रांसफॉर्मिंग इंडिया, एक सरकारी नीति थिंक टैंक। E20: एक ईंधन मिश्रण जिसमें 80% गैसोलीन और 20% इथेनॉल होता है। FRP (उचित और लाभकारी मूल्य): गन्ने के लिए सरकार द्वारा घोषित न्यूनतम वैधानिक मूल्य जो चीनी मिलें किसानों से खरीदती हैं। क्विंटल: दक्षिण एशिया में आमतौर पर इस्तेमाल होने वाली वजन की एक इकाई, जो 100 किलोग्राम के बराबर होती है। बी-भारी शीरा: चीनी शोधन का एक उप-उत्पाद, जो एक गाढ़ा, गहरा सिरप है और इथेनॉल उत्पादन का प्राथमिक स्रोत है।