Commodities
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31st October 2025, 10:50 AM
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कृषि कमोडिटी प्रोसेसिंग से जुड़ी कंपनी श्रीजी ग्लोबल एफएमसीजी, ₹85 करोड़ जुटाने के लिए एक आरंभिक सार्वजनिक पेशकश (IPO) शुरू करने जा रही है। आईपीओ एनएसई ईएमर्ज प्लेटफॉर्म पर सूचीबद्ध होगा, जिसमें ₹120 से ₹125 प्रति शेयर के प्राइस बैंड पर 68 लाख इक्विटी शेयर पेश किए जाएंगे। सब्सक्रिप्शन अवधि मंगलवार को खुलने वाली है।
इस आईपीओ से प्राप्त शुद्ध आय का उपयोग महत्वपूर्ण विस्तार और विकास गतिविधियों के लिए किया जाएगा। इनमें एक नया प्रसंस्करण संयंत्र स्थापित करना, एक कोल्ड स्टोरेज सुविधा स्थापित करना, एक सौर ऊर्जा परियोजना में निवेश करना और कंपनी की कार्यशील पूंजी को बढ़ाना शामिल है।
श्रीजी ग्लोबल एफएमसीजी के प्रबंध निदेशक, जितेंद्र कक्कर ने कहा कि जुटाई गई धनराशि उत्पादन दक्षता बढ़ाने, ऊर्जा स्थिरता को बढ़ावा देने और आपूर्ति श्रृंखला क्षमताओं को मजबूत करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाएगी। उन्होंने आगे कहा कि इस विस्तार से कंपनी अपने उत्पाद पोर्टफोलियो का विस्तार कर सकेगी और उपभोक्ताओं की बदलती जरूरतों को बेहतर ढंग से पूरा कर सकेगी।
कंपनी 'शेठजी' ब्रांड नाम के तहत काम करती है, जो भारत के 22 राज्यों में फैला हुआ है और 25 अंतरराष्ट्रीय बाजारों में निर्यात करता है। श्रीजी ग्लोबल एफएमसीजी ने पहले ही राजकोट के पास स्वचालित मसाला और मल्टीग्रेन प्रसंस्करण इकाइयां और 5,000-टन की महत्वपूर्ण कोल्ड स्टोरेज सुविधा स्थापित कर ली है। उनकी उत्पाद श्रृंखला में ग्लूटेन-मुक्त, उच्च-फाइबर आटा और विभिन्न रेडी-टू-यूज़ मसाला मिक्स जैसे गरम मसाला, पाव भाजी मसाला और सांभर मसाला शामिल हैं।
पिछले वित्तीय वर्ष के लिए, कंपनी ने ₹649 करोड़ का राजस्व, ₹20 करोड़ का EBITDA और ₹12 करोड़ का शुद्ध लाभ दर्ज किया।
इंटरैक्टिव फाइनेंशियल सर्विसेज बुक-रनिंग लीड मैनेजर के रूप में कार्य कर रही है, जबकि MUFG Intime India को इश्यू के लिए रजिस्ट्रार नियुक्त किया गया है।
प्रभाव इस आईपीओ से श्रीजी ग्लोबल एफएमसीजी की परिचालन क्षमता और बाजार पहुंच को महत्वपूर्ण रूप से बढ़ावा मिलने की उम्मीद है, जिससे वित्तीय प्रदर्शन में सुधार और शेयरधारक मूल्य में वृद्धि हो सकती है। नई सुविधाओं और स्थिरता परियोजनाओं में निवेश एक दूरंदेशी रणनीति को दर्शाता है। रेटिंग: 6/10
कठिन शब्दावली आईपीओ (आरंभिक सार्वजनिक पेशकश): जब कोई निजी कंपनी पूंजी जुटाने के लिए पहली बार जनता को अपने शेयर पेश करती है। एनएसई ईएमर्ज: नेशनल स्टॉक एक्सचेंज ऑफ इंडिया का एक प्लेटफॉर्म जो लघु और मध्यम आकार के उद्यमों (SMEs) के लिए डिज़ाइन किया गया है। प्राइस बैंड: वह सीमा जिसके भीतर संभावित निवेशक आईपीओ में शेयरों के लिए बोली लगा सकते हैं। इक्विटी शेयर: कंपनी में स्वामित्व की इकाइयाँ जो उसकी संपत्ति और आय पर दावा प्रस्तुत करती हैं। शुद्ध आय (Net Proceeds): सभी इश्यू-संबंधित खर्चों को घटाने के बाद आईपीओ से जुटाई गई कुल राशि। कार्यशील पूंजी (Working Capital): वह धनराशि जिसका उपयोग कंपनी अपने दिन-प्रतिदिन के परिचालन खर्चों के लिए करती है। बुक-रनिंग लीड मैनेजर: प्राथमिक निवेश बैंक जो आईपीओ के प्रबंधन, जिसमें विपणन और अंडरराइटिंग शामिल है, के लिए जिम्मेदार है। रजिस्ट्रार: शेयरधारकों के रिकॉर्ड बनाए रखने और शेयर आवंटन और हस्तांतरण जैसे आईपीओ के लिए प्रशासनिक कार्यों को संभालने के लिए जिम्मेदार इकाई। EBITDA (ब्याज, कर, मूल्यह्रास और परिशोधन से पहले की कमाई): कंपनी के परिचालन प्रदर्शन का एक माप, जिसमें गैर-परिचालन व्यय और गैर-नकद शुल्क शामिल नहीं हैं।