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MCX को SEBI का चार घंटे के ट्रेडिंग हॉल्ट पर जुर्माना; बुलियन ट्रेडर्स को भारी नुकसान

Commodities

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31st October 2025, 9:04 AM

MCX को SEBI का चार घंटे के ट्रेडिंग हॉल्ट पर जुर्माना; बुलियन ट्रेडर्स को भारी नुकसान

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Stocks Mentioned :

Multi Commodity Exchange of India Limited

Short Description :

भारत के बाज़ार नियामक, भारतीय प्रतिभूति और विनिमय बोर्ड (SEBI), मंगलवार को चार घंटे के ट्रेडिंग व्यवधान के बाद मल्टी कमोडिटी एक्सचेंज (MCX) पर जुर्माना लगाने के लिए तैयार है। इस आउटेज का कारण "क्षमता उल्लंघन" (capacity breach) बताया गया, जहाँ एक्सचेंज के सिस्टम भारी मात्रा में ट्रेडों को संभाल नहीं सके, विशेष रूप से 'यूनिक क्लाइंट कोड्स' (unique client codes) में अचानक वृद्धि के कारण। इस घटना से बुलियन व्यापारियों को भारी नुकसान हुआ जो वैश्विक मूल्य सुधार के दौरान अपनी पोजीशन से बाहर नहीं निकल पाए। SEBI समस्या की पहचान में हुई देरी से चिंतित है और MCX को अपनी सिस्टम क्षमता बढ़ाने का निर्देश दे सकता है।

Detailed Coverage :

भारत के बाज़ार नियामक, भारतीय प्रतिभूति और विनिमय बोर्ड (SEBI), मंगलवार को हुए चार घंटे के बड़े ट्रेडिंग हॉल्ट के बाद मल्टी कमोडिटी एक्सचेंज (MCX) पर जुर्माना लगाने की तैयारी कर रहा है। इस मामले से जुड़े सूत्रों ने बताया कि यह व्यवधान "क्षमता उल्लंघन" (capacity breach) के कारण हुआ, जिसका मतलब है कि MCX के ट्रेडिंग सिस्टम एक साथ व्यापार कर रहे ग्राहकों की भारी संख्या को संभालने में विफल रहे। एक्सचेंज ने कहा कि उसके सिस्टम में पूर्वनिर्धारित पैरामीटर हैं जो 'यूनिक क्लाइंट कोड्स' (unique client codes) की संख्या को सीमित करते हैं, और इस सीमा को पार करने के कारण ये बाधाएँ उत्पन्न हुईं। SEBI की चिंता ट्रेडिंग हॉल्ट के मूल कारण की पहचान में हुई देरी को लेकर भी है। सूत्रों का सुझाव है कि यदि MCX ने क्षमता के मुद्दे को पहले पहचाना होता, तो ट्रेडिंग बहुत तेज़ी से फिर से शुरू हो सकती थी। एक्सचेंज का डिजास्टर रिकवरी साइट (disaster recovery site) भी इस समस्या को हल नहीं कर सका क्योंकि भारी मात्रा में स्पाइक के कारण क्षमता उल्लंघन बना रहा। MCX ने कहा है कि उसने भविष्य में ऐसी घटनाओं को रोकने के लिए उपाय लागू किए हैं। ट्रेडिंग हॉल्ट के कारण कई बुलियन व्यापारियों, विशेष रूप से सोना और चांदी में कारोबार करने वालों को भारी वित्तीय नुकसान हुआ। वैश्विक कीमतों में गिरावट के साथ, लॉन्ग पोजीशन वाले व्यापारी अपने ट्रेडों से समय पर बाहर नहीं निकल सके, जिससे उन्हें बड़े नुकसान उठाने पड़े। इन व्यापारियों ने इंडिया बुलियन एंड जूलर्स एसोसिएशन लिमिटेड (IBJA) से संपर्क किया है ताकि वे नियामक के समक्ष उनका पक्ष रख सकें। IBJA के एक अधिकारी ने बताया कि इस साल MCX पर ट्रेडिंग में देरी और हॉल्ट अधिक बार होने लगे हैं, जिससे व्यापारियों पर नकारात्मक प्रभाव पड़ रहा है। प्रभाव: इस खबर का भारतीय शेयर बाज़ार और भारतीय व्यवसायों पर महत्वपूर्ण प्रभाव पड़ता है। यह एक प्रमुख कमोडिटी एक्सचेंज के भीतर परिचालन जोखिमों को उजागर करता है, जो निवेशकों के विश्वास और ट्रेडिंग गतिविधि को प्रभावित कर सकता है। बुलियन व्यापारियों, जो कमोडिटी बाज़ार के प्रतिभागियों का एक प्रमुख वर्ग हैं, को सीधे वित्तीय नुकसान हुआ है, जो ऐसे व्यवधानों के वास्तविक दुनिया के परिणामों को दर्शाता है। संभावित जुर्माना और SEBI की जांच भी एक्सचेंजों के लिए सिस्टम की मजबूती और क्षमता प्रबंधन के संबंध में नियामक अपेक्षाओं को दर्शाती है। रेटिंग: 8/10 परिभाषाएँ: * क्षमता उल्लंघन (Capacity Breach): तब होता है जब किसी सिस्टम के संसाधन (जैसे प्रोसेसिंग पावर, मेमोरी, या नेटवर्क बैंडविड्थ) उस पर पड़ने वाली मांग को संभालने के लिए अपर्याप्त होते हैं, जिससे प्रदर्शन में गिरावट या विफलता होती है। * यूनिक क्लाइंट कोड्स (Unique Client Codes): एक्सचेंज पर व्यापार करने वाले प्रत्येक व्यक्ति या इकाई को सौंपा गया एक अनूठा पहचानकर्ता, जिसका उपयोग ट्रेडिंग गतिविधि को ट्रैक करने और नियमों का अनुपालन करने के लिए किया जाता है। * डिजास्टर रिकवरी साइट (Disaster Recovery Site): एक बैकअप स्थान या सुविधा जहां कोई संगठन किसी बड़ी आपदा या व्यवधान की स्थिति में अपने संचालन को स्थानांतरित कर सकता है। * बुलियन ट्रेडर (Bullion Traders): वे व्यक्ति या संस्थाएं जो सोने और चांदी जैसी कीमती धातुओं में भौतिक या डेरिवेटिव रूपों में व्यापार करते हैं।