Commodities
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29th October 2025, 2:32 PM

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सितंबर 2025 में वैश्विक इस्पात उत्पादन साल-दर-साल 1.6% घटकर 141.8 मिलियन टन (एमटी) रहा। हालांकि, भारत ने इस प्रवृत्ति के विपरीत प्रदर्शन किया, विश्व इस्पात संघ के आंकड़ों के अनुसार इसी अवधि में इसके इस्पात उत्पादन में 13.2% की वृद्धि होकर 13.6 एमटी हो गया। भारत के इस मजबूत प्रदर्शन के सामने अन्य प्रमुख उत्पादकों को गिरावट का सामना करना पड़ा। दुनिया के सबसे बड़े इस्पात उत्पादक चीन का उत्पादन 4.6% घटकर 73.5 एमटी रहा। वहीं, संयुक्त राज्य अमेरिका ने 6.7% की सकारात्मक वृद्धि दर्ज की और 6.9 एमटी का उत्पादन किया। जापान का उत्पादन 3.7% घटकर 6.4 एमटी रहा, जबकि रूस का उत्पादन 3.8% बढ़कर 5.2 एमटी हो गया। दक्षिण कोरिया का उत्पादन 2.4% घटकर 5 एमटी रहा। तुर्की का उत्पादन 3.3% बढ़कर 3.2 एमटी रहा, और जर्मनी के उत्पादन में 0.6% की मामूली गिरावट आई और यह 3.0 एमटी रहा। ब्राजील का उत्पादन 3.2% घटकर 2.8 एमटी रहा, और ईरान का उत्पादन 6% बढ़कर 2.3 एमटी हो गया। क्षेत्रीय रूप से, एशिया और ओशिनिया ने 102.9 एमटी (2.1% की वृद्धि), यूरोपीय संघ ने 10.1 एमटी (4.5% की वृद्धि), और उत्तरी अमेरिका ने 8.8 एमटी (1.8% की वृद्धि) का उत्पादन किया। Impact: इस खबर का भारतीय इस्पात क्षेत्र पर सकारात्मक प्रभाव पड़ता है, जो इसकी बढ़ती उत्पादन क्षमता और प्रतिस्पर्धात्मकता को उजागर करता है। यह मजबूत घरेलू मांग या सफल निर्यात रणनीतियों का सुझाव देता है, जिससे भारतीय इस्पात कंपनियों के वित्तीय परिणामों में सुधार हो सकता है। वैश्विक रुझानों के विपरीत, यह भारत को अंतरराष्ट्रीय इस्पात बाजार में एक प्रमुख खिलाड़ी के रूप में स्थापित करता है, जिससे आगे और निवेश आकर्षित हो सकता है। रेटिंग: 8/10। Difficult Terms: मिलियन टन (एमटी): माप की एक इकाई जो एक मिलियन मीट्रिक टन का प्रतिनिधित्व करती है, जिसका उपयोग इस्पात या तेल जैसी थोक वस्तुओं की बड़ी मात्रा के लिए किया जाता है।