सोने में गिरावट, चांदी में तेजी, वैश्विक बाजार में घबराहट: निवेशकों को अभी क्या जानना ज़रूरी है!
Overview
गुरुवार को सोने की कीमतों में गिरावट आई, जबकि चांदी के वायदा कारोबार में बढ़त देखी गई। यह मिश्रित वैश्विक रुझानों और कमजोर अमेरिकी आर्थिक आंकड़ों के बीच हुआ। विश्लेषकों का कहना है कि अमेरिकी रोज़गार के आंकड़ों और भू-राजनीतिक तनावों के कारण यह अस्थिरता बढ़ी है। निवेशक अब महत्वपूर्ण अमेरिकी मुद्रास्फीति डेटा का इंतजार कर रहे हैं। सोने की सुरक्षित-पूंजी (safe-haven) अपील का परीक्षण होने के कारण यह सतर्कता का माहौल बना हुआ है।
गुरुवार को सोने की कीमतों में गिरावट आई, जबकि चांदी के वायदा कारोबार में बढ़त देखी गई, जो मिश्रित वैश्विक बाजार संकेतों और उम्मीद से कमजोर अमेरिकी आर्थिक आंकड़ों के जारी होने को दर्शाता है। इस उतार-चढ़ाव ने कीमती धातुओं के बाजार में नेविगेट करने वाले निवेशकों के बीच सतर्कता की भावना पैदा की है।
प्रमुख बाजार हलचलें
- मल्टी कमोडिटी एक्सचेंज (MCX) पर, दिसंबर डिलीवरी वाले गोल्ड फ्यूचर्स 88 रुपये, या 0.07 प्रतिशत की गिरावट के साथ 1,30,374 रुपये प्रति 10 ग्राम पर बंद हुए। इस सौदे में 13,122 लॉट शामिल थे।
- इसके विपरीत, मार्च 2026 अनुबंध वाले सिल्वर फ्यूचर्स में 320 रुपये, या 0.18 प्रतिशत की वृद्धि देखी गई, जो 1,82,672 रुपये प्रति किलोग्राम पर पहुंच गया, जिसमें 13,820 लॉट का कारोबार हुआ।
- अंतरराष्ट्रीय स्तर पर, कॉमक्स गोल्ड फ्यूचर्स फरवरी डिलीवरी के लिए 0.15 प्रतिशत गिरकर $4,225.95 प्रति औंस हो गए।
- कॉमक्स पर सिल्वर मार्च डिलीवरी 0.25 प्रतिशत बढ़कर $58.76 प्रति औंस हो गया, जो बुधवार को दर्ज किए गए $59.65 के हाल के जीवनकाल उच्च स्तर के करीब था।
विशेषज्ञ विश्लेषण
- मेहनत इक्विटीज लिमिटेड में कमोडिटीज के उपाध्यक्ष राहुल कलंत्री ने बताया कि सोने में तेज इंट्राडे अस्थिरता देखी गई, जो निचले स्तरों से उबरने में कामयाब रहा लेकिन लाभ को बनाए नहीं रख सका।
- उन्होंने समझाया कि कीमती धातुओं पर प्रमुख अमेरिकी आर्थिक आंकड़ों और बढ़ते भू-राजनीतिक तनावों की बाजार प्रतिक्रियाओं का प्रभाव पड़ा।
- रिलायंस सिक्योरिटीज के वरिष्ठ शोध विश्लेषक जिगर त्रिवेदी ने इस बात पर प्रकाश डाला कि निवेशक शुक्रवार को आने वाले सितंबर पर्सनल कंजम्पशन एक्सपेंडिचर्स (PCE) मुद्रास्फीति डेटा पर बारीकी से नजर रख रहे हैं, जो फेडरल रिजर्व के भविष्य के मौद्रिक नीति निर्णयों में अंतर्दृष्टि प्रदान करेगा।
कीमतों को प्रभावित करने वाले कारक
- अमेरिकी ऑटोमेटिक डेटा प्रोसेसिंग (ADP) के गैर-कृषि रोजगार परिवर्तन (non-farm employment change) की रिपोर्ट बुधवार को अपेक्षा से काफी कम रही। इसने ब्याज दरों के संबंध में फेडरल रिजर्व की संभावित कार्रवाइयों के बारे में अटकलों को हवा दी है।
- कमजोर अमेरिकी आर्थिक आंकड़ों ने डॉलर इंडेक्स को 99 के निशान से नीचे लाने में मदद की, जिससे कीमती धातुओं को अतिरिक्त तेजी मिली।
- आर्थिक अनिश्चितता बढ़ने के साथ ही सुरक्षित-पूंजी संपत्ति के रूप में सोने की भूमिका बढ़ रही है, जिससे निवेशक इसकी स्थिरता पर भरोसा कर रहे हैं।
- हाल ही में अमेरिका और रूस के बीच यूक्रेन युद्ध पर हुई बातचीत, जिसमें कोई सफलता नहीं मिली, जैसी भू-राजनीतिक जोखिमों ने 'भू-राजनीतिक जोखिम प्रीमियम' जोड़ा जिसने बुलियन का समर्थन किया।
आगामी आर्थिक निगरानी
- बाजार अब फेडरल रिजर्व की मौद्रिक नीति के लिए एक प्रमुख संकेतक, अमेरिकी सितंबर पर्सनल कंजम्पशन एक्सपेंडिचर्स (PCE) मुद्रास्फीति डेटा का बेसब्री से इंतजार कर रहा है।
- विश्लेषकों का सुझाव है कि जहां बुलियन को कमजोर अमेरिकी डॉलर और जोखिम से बचाव की सामान्य भावना से समर्थन मिल रहा है, वहीं व्यापारियों को आगे के दिशात्मक संकेतों के लिए आगामी आर्थिक डेटा और केंद्रीय बैंक के अधिकारियों के बयानों की निगरानी करते हुए निरंतर अस्थिरता की उम्मीद करनी चाहिए।
आज के शहर-वार सोने के भाव
- बेंगलुरु, दिल्ली, मुंबई, चेन्नई, कोलकाता, हैदराबाद, अहमदाबाद, जयपुर, भुवनेश्वर, पुणे और कानपुर जैसे प्रमुख भारतीय शहरों में सोने की कीमतों में पिछले दिन की तुलना में मामूली भिन्नता और थोड़ी कमी देखी गई। उदाहरण के लिए, बेंगलुरु में 24K सोने की कीमत 22 रुपये प्रति ग्राम कम हुई, जबकि चेन्नई में 24K सोने के लिए 44 रुपये प्रति ग्राम की बड़ी गिरावट दर्ज की गई।
प्रभाव
- सोने और चांदी की कीमतों में उतार-चढ़ाव से आभूषण खुदरा विक्रेताओं और निर्माताओं की लाभप्रदता प्रभावित हो सकती है, जिसका असर उनके स्टॉक प्रदर्शन पर पड़ता है।
- व्यक्तिगत निवेशकों के लिए, ये उतार-चढ़ाव मुद्रास्फीति और आर्थिक अनिश्चितता के खिलाफ पोर्टफोलियो विविधीकरण और हेजिंग रणनीतियों को प्रभावित करते हैं।
- कमोडिटी की कीमतों के रुझान व्यापक बाजार की भावना को प्रभावित कर सकते हैं, खासकर जब वे आर्थिक मंदी या मुद्रास्फीति के दबाव का संकेत देते हैं।
- प्रभाव रेटिंग: 7/10
कठिन शब्दों की व्याख्या
- फ्यूचर्स (Futures): एक वित्तीय अनुबंध जो खरीदार को पूर्व-निर्धारित भविष्य की तारीख और मूल्य पर एक संपत्ति खरीदने (या विक्रेता को बेचने) के लिए बाध्य करता है।
- लॉट्स (Lots): एक एक्सचेंज पर कारोबार की जाने वाली किसी विशेष कमोडिटी की मानक मात्रा। लॉट का आकार कमोडिटी के अनुसार भिन्न होता है।
- कॉमक्स (Comex): कमोडिटी एक्सचेंज, इंक., कीमती धातुओं के लिए एक प्रमुख अमेरिकी-आधारित वायदा (futures) एक्सचेंज।
- ADP नॉन-फार्म एम्प्लॉयमेंट चेंज (ADP non-farm employment change): ऑटोमैटिक डेटा प्रोसेसिंग, इंक. की एक मासिक रिपोर्ट जो अमेरिकी निजी क्षेत्र के रोजगार का अनुमान प्रदान करती है, जिसे अक्सर आधिकारिक नॉन-फार्म पेरोल रिपोर्ट का अग्रदूत माना जाता है।
- फेडरल रिजर्व (Federal Reserve): संयुक्त राज्य अमेरिका की केंद्रीय बैंकिंग प्रणाली।
- डॉलर इंडेक्स (Dollar Index): विदेशी मुद्राओं की एक टोकरी के मुकाबले अमेरिकी डॉलर के मूल्य का एक माप।
- भू-राजनीतिक तनाव (Geopolitical tensions): देशों के बीच संबंधों में तनाव, जिसमें अक्सर राजनीतिक और सैन्य कारक शामिल होते हैं।
- जोखिम से बचाव (Risk aversion): एक ऐसी भावना जिसमें निवेशक अनिश्चितता के समय में कम जोखिम वाले निवेशों को प्राथमिकता देते हैं और सट्टा वाले से बचते हैं।
- बुलियन (Bullion): भारी मात्रा में सोना, चांदी या प्लैटिनम, आमतौर पर बिस्कुट या सिल्लियों के रूप में।
- पर्सनल कंजम्पशन एक्सपेंडिचर्स (PCE) मुद्रास्फीति डेटा: फेडरल रिजर्व द्वारा देखा जाने वाला एक प्रमुख मुद्रास्फीति गेज, जो व्यक्तियों द्वारा उपभोग किए जाने वाले सामानों और सेवाओं की कीमतों को मापता है।

