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Updated on 12 Nov 2025, 05:10 am
Reviewed By
Aditi Singh | Whalesbook News Team

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रिलायंस इंडस्ट्रीज लिमिटेड (RIL) के शेयर बीएसई (BSE) पर लगभग ₹1,513.3 पर ट्रेड करते हुए चार महीने के उच्चतम स्तर पर पहुंच गए हैं। स्टॉक ₹1,551 के अपने सर्वकालिक उच्च स्तर के करीब है। यह उछाल मुख्य रूप से इसके ऑयल टू केमिकल्स (O2C) व्यवसाय में मजबूत पुनरुद्धार (rebound) के कारण है, जिसका श्रेय घरेलू ईंधन खुदरा (fuel retail) में अनुकूल मार्जिन (margins) और परिवहन ईंधन (transportation fuels), पॉलीप्रोपाइलीन (polypropylene - PP), और पॉलीविनाइल क्लोराइड (polyvinyl chloride - PVC) के लिए बेहतर मूल्य अंतर (price differences - cracks) को दिया जाता है। वित्तीय वर्ष 2026 के पहले छह महीनों में, RIL ने परिचालन लाभ (operating profits) में 15% और राजस्व (revenue) में 8% की साल-दर-साल (year-on-year) मजबूत वृद्धि दर्ज की है। डिजिटल सेवाओं में वृद्धि जारी है, जिसे उच्च औसत राजस्व प्रति उपयोगकर्ता (Average Revenue Per User - ARPU) और मजबूत ग्राहक गति (subscriber momentum) से बढ़ावा मिल रहा है। खुदरा (retail) खंड अपने स्टोर नेटवर्क का विस्तार कर रहा है और लागत दक्षता (cost efficiency) बढ़ा रहा है, जो समग्र वृद्धि में योगदान दे रहा है। 30 सितंबर 2025 को समाप्त छह महीनों के लिए समेकित EBITDA (Consolidated EBITDA) ₹99,467 करोड़ रहा। हालांकि तेल और गैस अन्वेषण और उत्पादन (Exploration and Production - E&P) खंड में परिचालन लाभप्रदता (operating profitability) कच्चे तेल की कीमतों में नरमी के कारण कम हो सकती है, स्थिर गैस की कीमतें समर्थन प्रदान करने की उम्मीद है। विश्लेषक आशावादी बने हुए हैं, जेएम फाइनेंशियल इंस्टीट्यूशनल सिक्योरिटीज (JM Financial Institutional Securities) ने ₹1,700 के लक्षित मूल्य (target price) के साथ 'BUY' रेटिंग दोहराई है, और अगले 3-5 वर्षों में 15-20% ईपीएस सीएजीआर (EPS CAGR) का अनुमान लगाया है। बीएनपी पारिबा इंडिया (BNP Paribas India) ने ₹1,785 के लक्ष्य के साथ 'आउटपरफॉर्म' (outperform) रेटिंग दी है, और भारत की बढ़ती डेटा मांग और इसके आशाजनक हरित ऊर्जा पहलों (green energy ventures) के लिए RIL की मजबूत स्थिति को नोट किया है।
**Impact** इस खबर का रिलायंस इंडस्ट्रीज लिमिटेड के स्टॉक प्रदर्शन पर सकारात्मक प्रभाव पड़ा है, जो निवेशक भावना (investor sentiment) और शेयर मूल्य वृद्धि (share price appreciation) को बढ़ा सकता है। यह ऊर्जा, दूरसंचार और खुदरा जैसे प्रमुख भारतीय आर्थिक क्षेत्रों में भी ताकत का संकेत देता है, जो व्यापक भारतीय शेयर बाजार में सकारात्मक योगदान देता है।
**Difficult Terms** Oil to Chemicals (O2C): रिलायंस इंडस्ट्रीज का वह व्यावसायिक खंड जो कच्चे तेल को विभिन्न रासायनिक उत्पादों में परिवर्तित करता है, जिसमें ईंधन और पेट्रोकेमिकल्स शामिल हैं। Margins: किसी उत्पाद या सेवा की बिक्री मूल्य और उसकी लागत के बीच का अंतर। उच्च मार्जिन का मतलब अधिक लाभप्रदता है। Transportation Fuel Cracks: कच्चे तेल की कीमत और गैसोलीन और डीजल जैसे परिष्कृत परिवहन ईंधन की कीमत के बीच का अंतर। व्यापक क्रैक्स का मतलब रिफाइनर के लिए उच्च लाभ है। Polypropylene (PP) और Polyvinyl Chloride (PVC): विभिन्न उद्योगों में उपयोग किए जाने वाले प्लास्टिक के सामान्य प्रकार। Delta: व्यवसाय/वित्त में, अक्सर एक प्रमुख मीट्रिक में परिवर्तन या अंतर को संदर्भित करता है। यहां, इसका मतलब पीपी (PP) और पीवीसी (PVC) के लिए मूल्य/लाभप्रदता में अंतर है। Operating Profits: किसी कंपनी के मुख्य व्यावसायिक कार्यों से उत्पन्न लाभ, ब्याज, कर, मूल्यह्रास और परिशोधन (depreciation and amortization) को ध्यान में रखे बिना। Average Revenue Per User (ARPU): किसी दूरसंचार सेवा के प्रत्येक सक्रिय ग्राहक से उत्पन्न औसत राजस्व। EBITDA: Earnings Before Interest, Taxes, Depreciation, and Amortization (ब्याज, कर, मूल्यह्रास और परिशोधन से पहले की कमाई)। कंपनी के परिचालन प्रदर्शन का एक पैमाना। Exploration and Production (E&P): तेल और गैस उद्योग का वह खंड जो कच्चे तेल और प्राकृतिक गैस की खोज और निष्कर्षण से संबंधित है। Crude Oil Prices: अपरिष्कृत पेट्रोलियम का बाजार मूल्य। EPS CAGR: Earnings Per Share Compound Annual Growth Rate (प्रति शेयर आय की चक्रवृद्धि वार्षिक वृद्धि दर)। एक निर्दिष्ट अवधि में किसी कंपनी की प्रति शेयर आय की औसत वार्षिक वृद्धि दर। Net Debt to EBITDA: एक वित्तीय उत्तोलन अनुपात (financial leverage ratio) जो किसी कंपनी की बकाया ऋण चुकाने की क्षमता को मापता है। Green Energy Businesses: नवीकरणीय ऊर्जा स्रोतों जैसे सौर, बैटरी, ईंधन सेल और हाइड्रोजन पर केंद्रित व्यवसाय।