Brokerage Reports
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Updated on 10 Nov 2025, 04:36 am
Reviewed By
Satyam Jha | Whalesbook News Team
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चोलामंडलम इन्वेस्टमेंट एंड फाइनेंस कंपनी लिमिटेड ने Q2FY26 में मिश्रित प्रदर्शन दर्ज किया है, जिसमें लोन डिबर्समेंट्स फ्लैट रहे और एसेट अंडर मैनेजमेंट (AUM) ग्रोथ मॉडरेट हुई, साथ ही एसेट क्वालिटी भी स्ट्रेस्ड रही। इन ऑपरेशनल चुनौतियों के बावजूद, कंपनी अनुकूल नीतिगत हस्तक्षेपों और बेहतर मैक्रोइकॉनॉमिक कारकों से प्रेरित होकर FY26 के दूसरे हाफ (H2FY26) में एक महत्वपूर्ण वापसी के लिए आशावादी है। GST दर में कमी का प्रभाव लंबी अवधि में कोर व्हीकल फाइनेंस सेगमेंट, विशेषकर लाइट और मीडियम कमर्शियल व्हीकल्स (CVs) के लिए फायदेमंद होगा। मॉर्गेज सेगमेंट में रजिस्ट्रेशन में प्रक्रियात्मक बदलावों से ग्रोथ प्रभावित हुई, जबकि कंज्यूमर और स्मॉल एंटरप्राइज लोंस (CSEL) बिजनेस में डिजिटल पार्टनरशिप्स से बाहर निकलने के कारण H1 में नए बिजनेस अधिग्रहण धीमे हो गए। हालांकि, अक्टूबर में फ्लीट यूटिलाइजेशन और फेस्टिव डिमांड के कारण एक स्वस्थ पिकअप देखा गया। कंपनी अपनी ग्रोथ स्ट्रैटेजी को रीकैलिब्रेट करने की योजना बना रही है, जिसमें गोल्ड लोंस और कंज्यूमर ड्यूरेबल्स जैसे नए इंजनों पर फोकस किया जाएगा, जिसका लक्ष्य FY26 में 20-25 प्रतिशत AUM ग्रोथ का है, जिसमें मॉर्गेज (30% ग्रोथ) और कोर व्हीकल फाइनेंस (20% ग्रोथ) बुक्स के लिए विशिष्ट लक्ष्य हैं। एसेट क्वालिटी H2FY26 में स्थिर होने की उम्मीद है। ग्रॉस स्टेज 3 (GS3) रेशियो, जो मौसमी कारकों और लंबे मानसून के कारण बढ़ा था, टाइट अंडरराइटिंग पॉलिसियों और बेहतर कलेक्शंस के साथ सुधरने की उम्मीद है। क्रेडिट कॉस्ट H2 में 1.6 प्रतिशत तक कम होने का अनुमान है (वर्तमान 1.8 प्रतिशत से), जिसे नेट स्लिपेज में गिरावट के रुझान का समर्थन प्राप्त है, हालांकि मानसून एक निकट-अवधि की चिंता बना हुआ है। प्रॉफिटेबिलिटी में सुधार का अनुमान है, जिसमें नेट इंटरेस्ट मार्जिन्स (NIMs) H2 में 10-15 बेसिस पॉइंट्स तक बढ़ने की उम्मीद है, जो फंडिंग लागत कम होने के कारण है। गोल्ड लोंस, प्री-ओन्ड व्हीकल्स और कार जैसे हाई-यील्ड सेगमेंट्स NIM विस्तार को और सपोर्ट करेंगे। क्रेडिट कॉस्ट और ऑपरेटिंग एक्सपेंसेस (opex) पर सख्त नियंत्रण से रिटर्न ऑन एसेट्स (RoA) में वृद्धि होगी। कंपनी शुरुआती 10 प्रतिशत वार्षिक डिबर्समेंट ग्रोथ लक्ष्य को H1 के धीमे प्रदर्शन के कारण मिस कर सकती है, लेकिन AUM ग्रोथ गाइडेंस ट्रैक पर है। सहायक GST दरें और इंटरेस्ट रेट टेलविंड्स H2 में क्रेडिट ग्रोथ और प्रॉफिटेबिलिटी को बढ़ावा देंगे। **Impact:** यह खबर भारतीय नॉन-बैंकिंग फाइनेंशियल कंपनी (NBFC) सेक्टर के लिए महत्वपूर्ण है। सकारात्मक आउटलुक और एनालिस्ट रिकमेन्डेशन्स चोलामंडलम इन्वेस्टमेंट एंड फाइनेंस कंपनी लिमिटेड और संभावित रूप से अन्य समान कंपनियों के लिए निवेशक भावना को प्रभावित कर सकती हैं, जिससे उनके स्टॉक की कीमतों पर असर पड़ेगा। कंपनी के प्रदर्शन मेट्रिक्स जैसे AUM ग्रोथ, एसेट क्वालिटी और NIMs NBFC सेक्टर के वित्तीय स्वास्थ्य के लिए प्रमुख संकेतक हैं। Rating: 7. **Difficult Terms and Meanings:** * **AUM (Asset Under Management)**: किसी वित्तीय संस्थान द्वारा अपने ग्राहकों की ओर से प्रबंधित सभी वित्तीय संपत्तियों का कुल बाजार मूल्य। चोलामंडलम के लिए, यह बकाया ऋणों के कुल मूल्य को संदर्भित करता है। * **NIMs (Net Interest Margins)**: किसी वित्तीय संस्थान द्वारा उत्पन्न ब्याज आय और उसके उधारदाताओं को भुगतान किए गए ब्याज के बीच के अंतर का माप। यह ऋण देने की गतिविधियों से लाभप्रदता दर्शाता है। * **GS3 (Gross Stage 3)**: लेखांकन मानकों (जैसे IFRS 9) के तहत वित्तीय संपत्तियों के लिए एक वर्गीकरण, जो महत्वपूर्ण क्रेडिट जोखिम का अनुभव कर चुकी हैं या खराब हो चुकी हैं। GS3 में ऋण वे हैं जिनकी चुकौती संदिग्ध है या काफी overdue है। * **CSEL (Consumer and Small Enterprise Loans)**: व्यक्तिगत उपभोक्ताओं और छोटे व्यवसायों को दिए जाने वाले ऋण। यह सेगमेंट अधिक अस्थिर हो सकता है और विभिन्न जोखिम प्रोफाइल के अधीन हो सकता है। * **RoA (Return on Assets)**: एक लाभप्रदता अनुपात जो मापता है कि कोई कंपनी कितनी कुशलता से अपनी संपत्ति का उपयोग करके आय उत्पन्न कर रही है। इसकी गणना शुद्ध आय को कुल संपत्ति से विभाजित करके की जाती है। * **NBFC (Non-Banking Financial Company)**: एक वित्तीय संस्थान जो बैंकिंग जैसी सेवाएं प्रदान करता है लेकिन बैंकिंग लाइसेंस नहीं रखता है। यह ऋण, क्रेडिट सुविधाएं और निवेश जैसी सेवाएं प्रदान करता है। * **GST (Goods and Services Tax)**: भारत में वस्तुओं और सेवाओं की आपूर्ति पर लगाया जाने वाला उपभोग कर। GST दरों में परिवर्तन से व्यावसायिक लागत और उपभोक्ता मांग प्रभावित हो सकती है। * **CV (Commercial Vehicle)**: माल के परिवहन के लिए उपयोग किए जाने वाले वाहन, जैसे ट्रक और वैन। यह चोलामंडलम इन्वेस्टमेंट के लिए एक मुख्य सेगमेंट है। * **FY26 / H2FY26**: वित्तीय वर्ष 2026 / वित्तीय वर्ष 2026 का दूसरा हाफ। भारत का वित्तीय वर्ष 1 अप्रैल से 31 मार्च तक चलता है। * **Basis Points (bps)**: वित्त में उपयोग की जाने वाली एक इकाई जो ब्याज दरों या अन्य प्रतिशत में छोटे बदलावों का वर्णन करने के लिए उपयोग की जाती है। 100 बेसिस पॉइंट्स 1 प्रतिशत के बराबर होते हैं। * **Opex (Operating Expenses)**: किसी व्यवसाय के सामान्य संचालन को बनाए रखने के लिए होने वाली निरंतर लागतें, जिसमें बेचे गए माल की लागत और ब्याज भुगतान शामिल नहीं हैं।