Brokerage Reports
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3rd November 2025, 4:55 AM
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मारुति सुजुकी इंडिया लिमिटेड ने अपने Q2FY26 के नतीजे घोषित किए, जो काफी हद तक उम्मीदों के अनुरूप थे। बेहतर रियलाइजेशन, बेहतर मॉडल मिक्स, बढ़ी हुई सीएनजी बिक्री और मजबूत स्पेयर-पार्ट राजस्व से प्रेरित होकर, राजस्व साल-दर-साल 13% बढ़कर ₹42,100 करोड़ हो गया। EBITDA ₹4,430 करोड़ पर सपाट रहा, लेकिन राजस्व में वृद्धि के कारण अनुमानों को पार कर गया। नुवामा इंस्टीट्यूशनल इक्विटीज, मोतीलाल ओसवाल और एचडीएफसी सिक्योरिटीज सहित अधिकांश प्रमुख ब्रोकरेज फर्मों ने स्टॉक पर अपना सकारात्मक रुख फिर से दोहराया है। उन्होंने 'खरीदें' रेटिंग बरकरार रखी है, जिसका कारण मजबूत घरेलू मांग में सुधार है, विशेष रूप से जीएसटी दर में कटौती के कारण छोटे-कार सेगमेंट में। मजबूत निर्यात वृद्धि और Victoris और e-Vitara जैसे नए वाहन लॉन्च की आशाजनक पाइपलाइन भी प्रमुख कारक हैं। इन फर्मों ने अपने लक्ष्य मूल्य ₹18,600-₹18,700 की सीमा तक बढ़ा दिए हैं और FY25-28 के दौरान दोहरे अंकों में आय वृद्धि की उम्मीद कर रहे हैं। उनकी उम्मीद है कि क्षमता उपयोग बढ़ने के साथ मार्जिन में सुधार होगा। हालांकि, चॉइस इंस्टीट्यूशनल इक्विटीज ने अधिक सतर्क दृष्टिकोण प्रस्तुत किया और 'घटाएं' (Reduce) रेटिंग बरकरार रखी। फर्म ने संभावित मार्जिन दबाव और एंट्री-लेवल कार बिक्री की धीमी रिकवरी पर चिंता जताई। इसके बावजूद, वे नए मॉडलों और निर्यात विस्तार से प्रेरित दीर्घकालिक संभावनाओं के बारे में सतर्क रूप से आशावादी बने हुए हैं। सोमवार, 3 नवंबर, 2025 को, मारुति सुजुकी के शेयरों में गिरावट देखी गई, जो इंट्राडे में 3.11% तक गिरकर ₹15,688.00 के निचले स्तर पर पहुंच गए, और सपाट चल रहे बीएसई सेंसेक्स से भी नीचे कारोबार कर रहे थे। प्रभाव यह खबर निवेशकों को मारुति सुजुकी की भविष्य की आय क्षमता के संबंध में विश्लेषक भावना की अंतर्दृष्टि प्रदान करती है, जो उत्पाद लॉन्च और बाजार की मांग से प्रेरित है। विभिन्न ब्रोकरेज विचारों से संभावित जोखिमों और अवसरों पर प्रकाश पड़ता है, जो निवेश निर्णयों को प्रभावित करते हैं। स्टॉक की दैनिक चाल इन रिपोर्टों और कंपनी के प्रदर्शन पर तत्काल बाजार की प्रतिक्रिया को भी दर्शाती है।