Brokerage Reports
|
Updated on 10 Nov 2025, 08:26 am
Reviewed By
Simar Singh | Whalesbook News Team
▶
आनंद राठी की नवीनतम रिसर्च रिपोर्ट UPL लिमिटेड के मजबूत Q2 प्रदर्शन पर प्रकाश डालती है, जिसने बाजार की उम्मीदों को पार कर लिया है। कंपनी का रेवेन्यू ₹120.2 बिलियन और EBITDA ₹22 बिलियन रहा, जो साल-दर-साल (YoY) क्रमशः 8% और 40% की वृद्धि दर्शाता है। UPL ने ₹4.4 बिलियन का प्रॉफिट आफ्टर टैक्स (PAT) भी हासिल किया, जो Q1 FY25 में ₹4.3 बिलियन के नुकसान से एक महत्वपूर्ण सुधार है। इस रिकवरी को बिक्री मात्रा (sales volumes) में 7% की वृद्धि से बढ़ावा मिला, हालांकि कीमतों में साल-दर-साल थोड़ी 2% की गिरावट देखी गई। कंपनी ने FY26 EBITDA ग्रोथ के अनुमान को पहले के 10-14% से बढ़ाकर 12-16% कर दिया है। यह अनुमान मुख्य रूप से वॉल्यूम और बेहतर परिचालन दक्षता (operational efficiency) से संचालित दूसरी छमाही FY26 में मजबूत वृद्धि की उम्मीद पर आधारित है, जबकि कीमतें स्थिर रहने की उम्मीद है। UPL का लक्ष्य FY26 के अंत तक नेट-डेब्ट-टू-EBITDA अनुपात को 1.6-1.8x तक लाना है, और अगले 18-24 महीनों में पर्याप्त ऋण कटौती की योजना है, जिससे व्यावसायिक खंडों के IPO के माध्यम से मूल्य अनलॉक होने की संभावना है। फर्म का मानना है कि इन्वेंटरी ओवरहैंग से संबंधित चुनौतियां अब UPL के लिए काफी हद तक पीछे छूट गई हैं, और H2 FY26 में धीरे-धीरे रिकवरी की उम्मीद है। आनंद राठी का दृष्टिकोण सकारात्मक है, और उन्हें उम्मीद है कि विकास विभेदित समाधानों (differentiated solutions) पर ध्यान केंद्रित करने और नए उत्पाद लॉन्च से प्रेरित होगा, जिससे मार्जिन में सुधार होगा। नतीजतन, ब्रोकरेज ने UPL पर अपनी रेटिंग को 'BUY' में अपग्रेड किया है और 12 महीने के प्राइस टारगेट को ₹820 तक बढ़ा दिया है, जो स्टॉक को उसके H1 FY28 अर्निंग्स पर शेयर (EPS) के 16 गुना पर वैल्यू करता है।
Impact: इस अपग्रेड और सकारात्मक दृष्टिकोण से UPL लिमिटेड में निवेशकों का विश्वास काफी बढ़ने की उम्मीद है, जिससे इसके स्टॉक मूल्य में वृद्धि हो सकती है। बेहतर अनुमान और ऋण कम करने की योजनाएं प्रमुख चिंताओं को दूर करती हैं, जो कंपनी को विकास के लिए तैयार करती हैं। यह खबर भारतीय एग्रोकेमिकल क्षेत्र और इसके निवेशकों के लिए अत्यधिक प्रभावशाली है।