Brokerage Reports
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Updated on 10 Nov 2025, 06:15 am
Reviewed By
Abhay Singh | Whalesbook News Team
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स्टेट बैंक ऑफ इंडिया (SBI) ने Q2FY26 के लिए एक प्रभावशाली वित्तीय प्रदर्शन की घोषणा की है, जिसमें 201.6 अरब रुपये का टैक्स के बाद मुनाफा (PAT) दर्ज किया गया है। इस मजबूत परिणाम को यस बैंक में अपनी हिस्सेदारी की बिक्री से काफी बढ़ावा मिला और साथ ही मुख्य व्यवसाय की उत्कृष्ट वृद्धि से भी मदद मिली। ऋण वृद्धि: एसबीआई के ऋणों में साल-दर-साल (YoY) 13% और तिमाही-दर-तिमाही (QoQ) 4% की स्वस्थ वृद्धि देखी गई, जो उद्योग औसत से बेहतर है। यह वृद्धि व्यापक थी, जिसमें एसएमई सेगमेंट लगातार ग्यारहवीं तिमाही में 15% YoY से अधिक बढ़ा, और खुदरा और आवास ऋणों में भी क्रमशः 14% और 15% YoY की मजबूत वृद्धि दर्ज की गई, भले ही उनका मौजूदा वॉल्यूम काफी बड़ा हो। लाभप्रदता: देनदारियों (liabilities) के बेहतर प्रबंधन के कारण नेट इंटरेस्ट मार्जिन (NIMs) में 7 आधार अंकों (basis points) की तिमाही-दर-तिमाही (QoQ) वृद्धि हुई, जो 2.97% हो गया। गैर-कर्मचारी परिचालन व्यय (non-staff operating expenses) में थोड़ी वृद्धि के बावजूद, शुल्क आय (fee income) में भी साल-दर-साल (YoY) 25% की भारी उछाल देखी गई। संपत्ति की गुणवत्ता: बैंक ने स्थिर संपत्ति की गुणवत्ता का प्रदर्शन किया, जिसमें सकल स्लिपेज (gross slippages) तिमाही-दर-तिमाही (QoQ) और साल-दर-साल (YoY) दोनों आधारों पर कम हुए। नेट नॉन-परफॉर्मिंग एसेट्स (NPAs) में सुधार का रुझान जारी रहा, और एक्सप्रेस क्रेडिट सेगमेंट (Xpress credit segment) में भी सकल एनपीए अनुपात (Gross NPA ratio) में सुधार देखा गया। पूंजी पर्याप्तता: एसबीआई 11.47% के आरामदायक कॉमन इक्विटी टियर 1 (CET1) अनुपात को बनाए रखता है। प्रभाव: इस मजबूत प्रदर्शन और सकारात्मक दृष्टिकोण के कारण आईसीआईसीआई सिक्योरिटीज ने एसबीआई शेयरों पर अपनी 'खरीदें' (BUY) रेटिंग बरकरार रखी है और इसके लक्ष्य मूल्य को बढ़ाकर 1,150 रुपये कर दिया है। यह लगभग 1.5 गुना FY27 अनुमानित प्रति शेयर समायोजित बुक वैल्यू (ABV) पर आधारित है। यह एसबीआई की विकास गति और लाभप्रदता में निरंतर विश्वास का सुझाव देता है, जो संभावित रूप से निवेशक की रुचि और शेयर मूल्य में वृद्धि को बढ़ावा दे सकता है। कठिन शब्द: PAT: Profit After Tax (टैक्स के बाद का मुनाफा), वह लाभ जो किसी कंपनी के पास सभी खर्चों, ब्याज और करों को घटाने के बाद बचता है। NIM: Net Interest Margin (नेट इंटरेस्ट मार्जिन), वित्तीय संस्थानों के लिए लाभप्रदता का एक माप, जिसकी गणना ब्याज आय और भुगतान किए गए ब्याज के अंतर को औसत ब्याज-अर्जन संपत्तियों से विभाजित करके की जाती है। RoA: Return on Assets (संपत्ति पर रिटर्न), एक लाभप्रदता अनुपात जो दर्शाता है कि कोई कंपनी अपनी कुल संपत्ति के मुकाबले कितनी लाभदायक है। YoY: Year-on-Year (साल-दर-साल), पिछले वर्ष की समान अवधि के डेटा की तुलना। QoQ: Quarter-on-Quarter (तिमाही-दर-तिमाही), एक तिमाही के डेटा की पिछली तिमाही से तुलना। GNPA: Gross Non-Performing Asset (सकल गैर-निष्पादित संपत्ति), वह ऋण जिसके मूलधन या ब्याज का भुगतान एक निर्दिष्ट अवधि के लिए अतिदेय (overdue) है। NPA: Non-Performing Asset (गैर-निष्पादित संपत्ति), एक संपत्ति (जैसे ऋण) जो बैंक के लिए आय उत्पन्न नहीं कर रही है। ABV: Adjusted Book Value (समायोजित बुक वैल्यू), किसी कंपनी की शुद्ध संपत्ति मूल्य का एक माप, जिसका अक्सर वित्तीय मूल्यांकन में उपयोग किया जाता है। CET1: Common Equity Tier 1 (कॉमन इक्विटी टियर 1), बैंक के लिए उच्चतम गुणवत्ता वाली नियामक पूंजी।