Whalesbook Logo

Whalesbook

  • Home
  • About Us
  • Contact Us
  • News

स्पंदना स्फूर्ति में नेतृत्व परिवर्तन: HDFC बैंक के माइक्रोफाइनेंस प्रमुख बने नए एमडी और सीईओ! क्या वे कंपनी को बचा पाएंगे?

Banking/Finance

|

Updated on 11 Nov 2025, 07:29 am

Whalesbook Logo

Reviewed By

Satyam Jha | Whalesbook News Team

Short Description:

स्पंदना स्फूर्ति ने HDFC बैंक के माइक्रोफाइनेंस व्यवसाय के प्रमुख, के. वेंकटेश को अपना नया प्रबंध निदेशक (Managing Director) और मुख्य कार्यकारी अधिकारी (Chief Executive Officer) नियुक्त करने की तैयारी कर ली है। यह कदम अप्रैल 2023 से चली आ रही नेतृत्व अनिश्चितताओं को दूर करने के उद्देश्य से उठाया गया है। यह नियुक्ति स्पंदना स्फूर्ति के लिए वित्तीय मुश्किलों के दौर के बाद हुई है, जिसमें गैर-निष्पादित संपत्तियों (NPAs) में वृद्धि, लोन बुक में भारी गिरावट और स्टॉक की कीमतों में बड़ी गिरावट देखी गई है। कंपनी में उसके संस्थापक के 2021 में जाने के बाद यह दूसरा बड़ा नेतृत्व परिवर्तन है।
स्पंदना स्फूर्ति में नेतृत्व परिवर्तन: HDFC बैंक के माइक्रोफाइनेंस प्रमुख बने नए एमडी और सीईओ! क्या वे कंपनी को बचा पाएंगे?

▶

Stocks Mentioned:

Spandana Sphoorty Financial Limited

Detailed Coverage:

के. वेंकटेश, जो वर्तमान में HDFC बैंक में माइक्रोफाइनेंस संचालन का नेतृत्व कर रहे हैं, आने वाले हफ्तों में स्पंदना स्फूर्ति फाइनेंशियल लिमिटेड के नए प्रबंध निदेशक और मुख्य कार्यकारी अधिकारी (MD & CEO) के रूप में शामिल होंगे। इस नियुक्ति से स्पंदना स्फूर्ति के नेतृत्व में स्थिरता आने की उम्मीद है, जो अप्रैल 2023 में पूर्व एमडी और सीईओ शलभ सक्सेना के अचानक इस्तीफे के बाद से अनिश्चित बनी हुई थी। उस समय मुख्य वित्तीय अधिकारी (CFO) आशीष दमानी ने अंतरिम सीईओ के रूप में कार्यभार संभाला था। यह परिवर्तन कंपनी के संस्थापक सीईओ, पद्मजा रेड्डी के नवंबर 2021 में पद छोड़ने के बाद स्पंदना स्फूर्ति में दूसरा बड़ा नेतृत्व फेरबदल है। सक्सेना और दमानी दोनों ही रेड्डी के जाने के कुछ समय बाद इंडसइंड बैंक की इकाई, भारत फाइनेंशियल इन्क्लूजन लिमिटेड से कंपनी में आए थे। केदारा कैपिटल द्वारा समर्थित कंपनी, वित्तीय चुनौतियों का सामना कर रही है। मार्च 2025 वित्तीय तिमाही में इसकी सकल गैर-निष्पादित संपत्तियां (NPAs) बढ़कर 5.63 प्रतिशत हो गई थीं। मई में कंपनी की नकदी स्थिति का आकलन करने के लिए संभावित फोरेंसिक ऑडिट की खबरें भी सामने आई थीं। इसके अलावा, 30 सितंबर 2025 तक स्पंदना स्फूर्ति की लोन बुक एक साल पहले के मुकाबले घटकर ₹4,088 करोड़ रह गई थी। यह वित्तीय तनाव उसके स्टॉक प्रदर्शन में भी दिख रहा है, जो पिछले एक साल में 120 प्रतिशत से अधिक गिर गया है। प्रभाव: इस खबर का स्पंदना स्फूर्ति के स्टॉक पर मध्यम प्रभाव पड़ सकता है, जिससे नेतृत्व स्पष्ट होने के कारण अल्पकालिक सकारात्मक भावना आ सकती है। हालांकि, कंपनी का वित्तीय प्रदर्शन और बाजार की धारणा वेंकटेश की वर्तमान चुनौतियों, जैसे एनपीए प्रबंधन और ऋण वृद्धि, से कंपनी को बाहर निकालने की क्षमता पर बहुत अधिक निर्भर करेगी। HDFC बैंक के लिए, यह उसके माइक्रोफाइनेंस डिवीजन में एक प्रमुख कार्यकारी का नुकसान है। रेटिंग: 6/10। कठिन शब्दों की व्याख्या: प्रबंध निदेशक (MD) और मुख्य कार्यकारी अधिकारी (CEO): ये कंपनी में शीर्ष कार्यकारी पद हैं। माइक्रोफाइनेंस: कम आय वाले व्यक्तियों और छोटे व्यवसायों को ऋण, बचत और बीमा जैसी वित्तीय सेवाएं प्रदान करना। सकल गैर-निष्पादित संपत्तियां (NPAs): ऐसे ऋण जिनका भुगतान उधारकर्ता एक निश्चित अवधि (आमतौर पर 90 दिन) तक नहीं करता है। अंतरिम सीईओ: स्थायी उत्तराधिकारी मिलने तक अस्थायी रूप से सीईओ। लोन बुक: एक वित्तीय संस्थान द्वारा जारी किए गए कुल बकाया ऋणों का मूल्य। फोरेंसिक ऑडिट: वित्तीय रिकॉर्ड और लेनदेन की गहन जांच, जो धोखाधड़ी या वित्तीय अनियमितताओं के संदेह पर की जाती है। केदारा कैपिटल: एक प्रमुख निजी इक्विटी फर्म जो भारतीय कंपनियों में निवेश करती है।


Personal Finance Sector

अपनी दौलत बढ़ाएँ! बाज़ार की अस्थिरता से निपटने के लिए भारत के विशेषज्ञ ने बताया आसान 10-7-10 SIP रूल

अपनी दौलत बढ़ाएँ! बाज़ार की अस्थिरता से निपटने के लिए भारत के विशेषज्ञ ने बताया आसान 10-7-10 SIP रूल

80,000 करोड़ रुपये अनछुए! क्या आपके परिवार का भविष्य सुरक्षित है? अभी तत्काल योजना की आवश्यकता है!

80,000 करोड़ रुपये अनछुए! क्या आपके परिवार का भविष्य सुरक्षित है? अभी तत्काल योजना की आवश्यकता है!

अपनी दौलत बढ़ाएँ! बाज़ार की अस्थिरता से निपटने के लिए भारत के विशेषज्ञ ने बताया आसान 10-7-10 SIP रूल

अपनी दौलत बढ़ाएँ! बाज़ार की अस्थिरता से निपटने के लिए भारत के विशेषज्ञ ने बताया आसान 10-7-10 SIP रूल

80,000 करोड़ रुपये अनछुए! क्या आपके परिवार का भविष्य सुरक्षित है? अभी तत्काल योजना की आवश्यकता है!

80,000 करोड़ रुपये अनछुए! क्या आपके परिवार का भविष्य सुरक्षित है? अभी तत्काल योजना की आवश्यकता है!


Transportation Sector

Accumulate Delhivery; target of Rs 489: Prabhudas Lilladher

Accumulate Delhivery; target of Rs 489: Prabhudas Lilladher

Accumulate Delhivery; target of Rs 489: Prabhudas Lilladher

Accumulate Delhivery; target of Rs 489: Prabhudas Lilladher