Banking/Finance
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Updated on 13 Nov 2025, 12:07 pm
Reviewed By
Aditi Singh | Whalesbook News Team
सैनएम इन्वेस्टमेंट ग्रुप के मुख्य कार्यकारी कार्ल रूथमैन ने श्रीराम के एसेट और वेल्थ मैनेजमेंट ऑपरेशंस में अपनी शेयरधारिता बढ़ाकर भारत में समूह की उपस्थिति का विस्तार करने की तीव्र इच्छा व्यक्त की है। रूथमैन ने दक्षिण अफ्रीका और शेष अफ्रीका के साथ-साथ भारत को सैनएम के तीन प्राथमिक विकास बाजारों में से एक बताया है। कंपनी का लक्ष्य श्रीराम के साथ अपनी साझेदारी का लाभ उठाकर भारतीय परिसंपत्ति प्रबंधन क्षेत्र में एक अग्रणी खिलाड़ी बनना है, जिसका लक्ष्य अगले चार से पांच वर्षों में शीर्ष 15-20 परिसंपत्ति प्रबंधन कंपनियों में अपनी जगह बनाना और 3 अरब डॉलर की संपत्ति प्रबंधन (AUM) हासिल करना है। सैनएम, श्रीराम के स्थापित ब्रांड और वितरण नेटवर्क को पोर्टफोलियो निर्माण, अनुसंधान क्षमताओं और निवेश रणनीतियों में अपनी विशेषज्ञता के साथ जोड़ने की योजना बना रहा है। समूह ब्लैकॉक के एक पोर्टफोलियो प्रबंधक सहित अनुभवी पेशेवरों को नियुक्त करके अपनी टीम को भी मजबूत कर रहा है।
प्रभाव इस विकास से श्रीराम की परिसंपत्ति और धन प्रबंधन क्षमताओं को काफी बढ़ावा मिल सकता है, जिससे उत्पाद प्रस्तावों और ग्राहक सेवाओं में वृद्धि हो सकती है। भारतीय वित्तीय बाजार के लिए, यह निरंतर विदेशी निवेशक विश्वास और प्रतिस्पर्धा का संकेत देता है, जो नवाचार और निवेशकों के लिए बेहतर रिटर्न को बढ़ावा दे सकता है। उभरते बाजारों और अनुकूलन (customisation) और निष्क्रिय निवेश (passive investing) जैसे विशिष्ट रुझानों पर सैनएम का ध्यान उत्पाद विकास के लिए एक आधुनिक दृष्टिकोण का सुझाव देता है।
कठिन शब्द: एसेट मैनेजमेंट (Asset Management): एक सेवा जहां वित्तीय विशेषज्ञ ग्राहकों की संपत्ति बढ़ाने के लिए उनके निवेश का प्रबंधन करते हैं। वेल्थ मैनेजमेंट (Wealth Management): धनी व्यक्तियों के लिए एक व्यापक वित्तीय सेवा, जिसमें निवेश, सेवानिवृत्ति योजना और संपत्ति प्रबंधन शामिल है। AUM (Assets Under Management): एक निवेश कंपनी द्वारा अपने ग्राहकों की ओर से प्रबंधित सभी वित्तीय संपत्तियों का कुल बाजार मूल्य। पोर्टफोलियो कंस्ट्रक्शन (Portfolio Construction): विशिष्ट निवेश लक्ष्यों को पूरा करने के लिए विभिन्न निवेशों (जैसे स्टॉक और बॉन्ड) का चयन और संयोजन करने की प्रक्रिया। पैसिव इन्वेस्टिंग (Passive Investing): एक निवेश रणनीति जिसका उद्देश्य प्रतिभूतियों को सक्रिय रूप से चुनने के बजाय एक बाजार सूचकांक के प्रदर्शन को प्रतिबिंबित करना है। ईटीएफ (ETFs - Exchange-Traded Funds): स्टॉक एक्सचेंजों पर कारोबार करने वाले निवेश फंड, जो आम तौर पर एक सूचकांक को ट्रैक करते हैं। वैकल्पिक संपत्तियां (Alternative Assets): स्टॉक, बॉन्ड और नकदी जैसी पारंपरिक श्रेणियों के बाहर के निवेश, जैसे कि निजी इक्विटी, हेज फंड या रियल एस्टेट।