Banking/Finance
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Updated on 10 Nov 2025, 10:28 am
Reviewed By
Satyam Jha | Whalesbook News Team
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केंद्रीय सहकारिता मंत्री अमित शाह ने हाल ही में शहरी सहकारी बैंकों के लिए 'सहकार डिजी पे' और 'सहकार डिजी लोन' नामक नए मोबाइल एप्लिकेशन लॉन्च किए हैं। उन्होंने जोर देकर कहा कि डिजिटल भुगतान प्रणालियों को अपनाना शहरी सहकारी बैंकों के लिए तेजी से कैशलेस होती अर्थव्यवस्था में प्रतिस्पर्धी बने रहने के लिए महत्वपूर्ण है। यह लॉन्च शहरी सहकारी ऋण क्षेत्र पर एक अंतरराष्ट्रीय सम्मेलन के दौरान हुआ।
मंत्री ने इन बैंकों के आधुनिकीकरण में समर्थन के लिए भारतीय रिजर्व बैंक की सराहना की। उन्होंने इस क्षेत्र के वित्तीय स्वास्थ्य में महत्वपूर्ण सुधारों पर प्रकाश डाला, यह देखते हुए कि पिछले दो वर्षों में गैर-निष्पादित परिसंपत्तियां (NPAs) 2.8% से घटकर 0.6% हो गई हैं, जो बेहतर परिचालन दक्षता और वित्तीय अनुशासन को दर्शाता है।
शाह ने नेशनल फेडरेशन ऑफ अर्बन कोऑपरेटिव बैंक्स एंड क्रेडिट सोसाइटीज लिमिटेड (NAFCUB) के लिए एक महत्वाकांक्षी विकास लक्ष्य निर्धारित किया है, जिसका लक्ष्य पांच साल के भीतर दो लाख से अधिक आबादी वाले प्रत्येक शहर में कम से कम एक नया शहरी सहकारी बैंक स्थापित करना और सफल सहकारी क्रेडिट सोसायटियों को शहरी सहकारी बैंकों में परिवर्तित करना है।
उन्होंने NAFCUB से दो साल के भीतर 1,500 बैंकों को नए डिजिटल प्लेटफॉर्म पर ऑनबोर्ड करने का आग्रह किया, और इस बात पर जोर दिया कि डिजिटल भुगतान को अपनाना जीवित रहने के लिए एक आवश्यकता है। मंत्री ने सहकारी बैंकों की आजीविका बनाने और गरीबों के उत्थान में भूमिका पर भी प्रकाश डाला, और उनसे युवा उद्यमियों और आर्थिक रूप से वंचितों पर वित्तपोषण पर ध्यान केंद्रित करने का आग्रह किया। 2021-22 में सहयोग मंत्रालय के गठन के बाद शुरू किए गए नीति सुधारों का उद्देश्य इस क्षेत्र का आधुनिकीकरण करना है।
Impact: यह खबर भारतीय वित्तीय क्षेत्र और व्यापारिक पेशेवरों के लिए अत्यधिक प्रासंगिक है। यह भारत में शहरी सहकारी बैंकों और व्यापक सहकारी ऋण प्रणाली की रणनीति और संचालन को सीधे प्रभावित करती है। पहलों का उद्देश्य आधुनिकीकरण और बढ़ी हुई वित्तीय समावेशन है, जिसका आर्थिक विकास और बैंकिंग सेवाओं तक सार्वजनिक पहुंच पर व्यापक प्रभाव पड़ सकता है।