Banking/Finance
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Updated on 12 Nov 2025, 06:20 pm
Reviewed By
Satyam Jha | Whalesbook News Team
वित्तीय सेवा विभाग के सचिव एम. नागराजू ने सार्वजनिक क्षेत्र के बैंक प्रमुखों के साथ एक प्रदर्शन समीक्षा बैठक की अध्यक्षता की, जिसमें महत्वपूर्ण क्षेत्रों में ऋण (lending) बढ़ाने का स्पष्ट निर्देश जारी किया गया। बैंकों को सूक्ष्म, लघु और मध्यम उद्यमों (MSMEs) और कृषि क्षेत्र में ऋण प्रवाह (credit flow) को बढ़ावा देने के लिए अनिवार्य किया गया है, साथ ही कम लागत वाली जमाओं को बढ़ाने और मजबूत जोखिम प्रबंधन प्रथाओं (risk management practices) को बनाए रखने पर भी ध्यान केंद्रित किया गया है। मंत्रालय ने ग्राहक-केंद्रित बैंकिंग को गहरा करने और भारत के वित्तीय परिवर्तन (financial transformation) का नेतृत्व करने के लिए विवेक (prudence) और नवाचार (innovation) के संयोजन पर जोर दिया।
प्रभाव (Impact): यह खबर भारतीय शेयर बाजार के लिए अत्यधिक प्रभावशाली है। यह सीधे तौर पर सभी सार्वजनिक क्षेत्र के बैंकों की रणनीति और परिचालन पर ध्यान केंद्रित करती है, संभावित रूप से उनके ऋण की मात्रा और लाभप्रदता को बढ़ा सकती है, खासकर MSME और कृषि खंडों में। इससे ऋण की मांग बढ़ सकती है, आर्थिक विकास का समर्थन हो सकता है और संबंधित क्षेत्रों पर सकारात्मक प्रभाव पड़ सकता है। डिजिटल परिवर्तन, जोखिम प्रबंधन और उभरते क्षेत्रों पर जोर व्यापक आर्थिक विकास लक्ष्यों के अनुरूप है। प्रभाव रेटिंग (Impact Rating): 8/10