Banking/Finance
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Updated on 13 Nov 2025, 07:44 am
Reviewed By
Satyam Jha | Whalesbook News Team
यूबीएस इंडिया के कंट्री हेड मिकी दोशी ने निवेशकों की भावनाओं में एक महत्वपूर्ण बदलाव का संकेत दिया है, जिसके बाद भारत अब पिछले साल क्षेत्रीय बाजारों में पिछड़ने के बाद सकारात्मक ध्यान आकर्षित कर रहा है। विदेशी निवेशक, जिन्होंने पहले चीन और कोरिया जैसे बाजारों में अपना आवंटन बढ़ाया था, वे अब भारतीय अवसरों की फिर से सक्रिय रूप से तलाश कर रहे हैं। यह नई रुचि नीति निर्माताओं की सहायक टिप्पणियों से बढ़ रही है, जो आर्थिक विकास का समर्थन करने वाली मौद्रिक नीति में विश्वास को मजबूत करती हैं। दोशी ने भारतीय बैंकों में बढ़ते प्रत्यक्ष विदेशी निवेश (FDI) का उल्लेख किया, जिसमें एक निजी ऋणदाता में उल्लेखनीय हिस्सेदारी अधिग्रहण भी शामिल है, जो नियामक रुख और निवेशक की भूख में अनुकूल बदलाव का प्रमाण है। उनका मानना है कि भारत की वित्तीय सेवाएं इसके विशाल उपभोक्ता आधार तक पहुंचने का एक प्रमुख मार्ग हैं, और वे वैश्विक और भारतीय बैंकों के बीच अधिक सीमा-पार सहयोग की उम्मीद करते हैं। यूबीएस द्वारा प्रमुख भारतीय धन और संपत्ति प्रबंधन फर्म 360 ONE WAM में 5% हिस्सेदारी का हालिया अधिग्रहण इस प्रवृत्ति का एक उदाहरण है। इस साझेदारी का उद्देश्य यूबीएस की वैश्विक विशेषज्ञता का लाभ 360 ONE WAM की स्थानीय ताकत के साथ उठाना है, जो भारतीय ग्राहकों को अंतरराष्ट्रीय अवसर प्रदान करती है और वैश्विक निवेशकों को भारत की विकास गाथा में एक मार्ग प्रदान करती है। दोशी ने इसे एक जीत-जीत (win-win) सहयोग बताया, और सुझाव दिया कि यह एक गहरी साझेदारी की शुरुआत है। प्रभाव यह खबर भारत के वित्तीय क्षेत्र में निवेशकों के आत्मविश्वास और संभावित पूंजी प्रवाह का संकेत देती है, जो स्टॉक मार्केट को सकारात्मक रूप से प्रभावित कर सकती है, खासकर वित्तीय सेवाओं और संबंधित उद्योगों में। यूबीएस जैसे वैश्विक खिलाड़ी द्वारा रणनीतिक निवेश भारतीय धन प्रबंधन फर्मों की विकास क्षमता को भी मान्य करता है। शर्तें: प्रत्यक्ष विदेशी निवेश (FDI): एक देश में एक फर्म या व्यक्ति द्वारा दूसरे देश में स्थित व्यावसायिक हितों में किया गया निवेश। आरंभिक सार्वजनिक पेशकश (IPO): एक निजी कंपनी द्वारा जनता को अपने शेयर पहली बार पेश करने की प्रक्रिया। द्वितीयक बाजार (Secondary Markets): ये वित्तीय बाजार हैं जहां निवेशक प्रारंभिक पेशकश के बाद शेयरों और बॉन्ड जैसी प्रतिभूतियों को खरीदते और बेचते हैं।