Banking/Finance
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Updated on 10 Nov 2025, 09:01 am
Reviewed By
Satyam Jha | Whalesbook News Team
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भारत का फिक्स्ड-डिपॉजिट बाज़ार उन जोखिम-रहित बचतकर्ताओं के लिए एक लोकप्रिय विकल्प बना हुआ है जो स्थिर रिटर्न की तलाश में हैं। भारतीय रिजर्व बैंक द्वारा जून में रेपो रेट को 50 बेसिस पॉइंट (6% से 5.5%) तक कम करने के बाद, कई बैंकों ने सामान्य और वरिष्ठ नागरिकों दोनों के लिए अपनी ब्याज दरों को समायोजित किया है। प्रमुख बैंकों की वर्तमान पेशकशों में सामान्य जमाकर्ताओं के लिए वार्षिक ब्याज दरें आम तौर पर 2.75% और 7.25% के बीच हैं, जबकि वरिष्ठ नागरिक 3.25% से 7.75% तक की दरों से लाभान्वित हो सकते हैं। एक्सिस बैंक, एचडीएफसी बैंक, आईसीआईसीआई बैंक, आईडीबीआई बैंक, स्टेट बैंक ऑफ इंडिया और पंजाब नेशनल बैंक उन बैंकों में से हैं जो विभिन्न अवधियों में प्रतिस्पर्धी दरें दे रहे हैं, जो सात दिनों से लेकर दस या कुछ मामलों में बीस साल तक की हो सकती हैं।\n\nImpact\nयह खबर लाखों भारतीय बचतकर्ताओं और जमाकर्ताओं के लिए सीधे तौर पर प्रासंगिक है, जो उनकी बचत के एक महत्वपूर्ण हिस्से के लिए निवेश निर्णयों को प्रभावित करती है। हालांकि यह सीधे स्टॉक मार्केट इंडेक्स को प्रभावित नहीं करती है, प्रतिस्पर्धी एफडी दरें रूढ़िवादी निवेशकों के लिए इक्विटी बाजारों से सुरक्षित ऋण साधनों की ओर धन के प्रवाह को प्रभावित कर सकती हैं। इसका बाजार तरलता और निवेशक भावना पर सूक्ष्म प्रभाव पड़ सकता है। रेटिंग: 4/10\n\nTerms\nफिक्स्ड डिपॉजिट (FD): बैंकों और एनबीएफसी द्वारा पेश किया जाने वाला एक वित्तीय साधन जिसमें व्यक्ति पूर्व-निर्धारित ब्याज दर पर एक निश्चित अवधि के लिए एक राशि जमा कर सकते हैं।\nरेपो रेट: वह दर जिस पर भारतीय रिजर्व बैंक (RBI) वाणिज्यिक बैंकों को पैसा उधार देता है।\nबेसिस पॉइंट: वित्त में उपयोग की जाने वाली एक माप इकाई जिसका उपयोग ब्याज दरों या अन्य प्रतिशत में छोटे बदलावों का वर्णन करने के लिए किया जाता है। एक बेसिस पॉइंट 0.01% (1/100वां प्रतिशत) के बराबर होता है।\nनॉन-बैंकिंग फाइनेंस कंपनी (NBFC): एक कंपनी जो बैंकिंग जैसी सेवाएं प्रदान करती है लेकिन बैंकिंग लाइसेंस नहीं रखती है, जैसे बीमा, ऋण और निवेश।\nस्मॉल फाइनेंस बैंक (SFB): भारत में एक विशिष्ट प्रकार का बैंक जिसका उद्देश्य आबादी के अनछुए और कम सेवा वाले वर्गों को वित्तीय सेवाएं प्रदान करना है।\nपब्लिक बैंक: वे बैंक जो सरकारी स्वामित्व वाले हैं।\nप्राइवेट बैंक: वे बैंक जो निजी व्यक्तियों या निगमों के स्वामित्व वाले हैं।