Banking/Finance
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Updated on 14th November 2025, 6:21 AM
Author
Aditi Singh | Whalesbook News Team
फ्यूजन फाइनेंस के CEO संजय गरियाली ने बताया कि ऋण संबंधी शर्तों (covenant breach) की चिंताएं दूर हो गई हैं, जिनके कारण ऑडिट में टिप्पणियां आई थीं। GNPA घटकर 4.5% और कलेक्शन एफिशिएंसी बढ़कर 98.85% हो गई है। कंपनी FY26 के दूसरी छमाही में अच्छी मुनाफ़े की उम्मीद कर रही है। 400 करोड़ रुपये के राइट्स इश्यू से पूंजी आधार मजबूत हो रहा है, और नया पोर्टफोलियो 65% है, जो गुणवत्तापूर्ण वृद्धि पर केंद्रित है। FY27 से सामान्य ऑडिट टिप्पणियां अपेक्षित हैं।
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फ्यूजन फाइनेंस के CEO, संजय गरियाली, ने घोषणा की है कि कंपनी ने ऋण संबंधी शर्तों (loan covenant breaches) के उल्लंघन से जुड़ी चिंताओं को दूर कर लिया है। इन उल्लंघनों के कारण ऑडिटर्स ने Q2 FY25 में \"going concern\" (चलती रहने की क्षमता) की टिप्पणी की थी, जिससे कंपनी की परिचालन क्षमता पर सवाल खड़ा हो गया था। कोवेनेंट्स ऋणदाताओं द्वारा निर्धारित वित्तीय शर्तें होती हैं ताकि कर्जदार की वित्तीय सेहत सुनिश्चित हो सके। गरियाली ने संकेत दिया कि FY27 से सामान्य ऑडिट टिप्पणियां अपेक्षित हैं, और सुधार पहले से ही दिख रहे हैं। कंपनी ने महत्वपूर्ण वित्तीय सुधार देखा है। ग्रॉस नॉन-परफॉर्मिंग एसेट्स (GNPA) घटकर 4.5-4.6% हो गए हैं, और कलेक्शन एफिशिएंसी लगभग 99% तक बढ़ गई है। फ्यूजन फाइनेंस FY26 की दूसरी छमाही में स्पष्ट लाभप्रदता (visible profitability) की उम्मीद कर रहा है। 400 करोड़ रुपये का राइट्स इश्यू पूरा हो चुका है और इसका उपयोग ऋण वितरण (disbursements) के लिए किया गया है, और 400 करोड़ रुपये का दूसरा चरण दिसंबर 2025 के मध्य तक आने की उम्मीद है। इससे कैपिटल एडिक्वेसी रेशियो (CAR) 31% से ऊपर मजबूत हुआ है। नया माइक्रोफाइनेंस पोर्टफोलियो, जो कुल का 65% है, सख्त क्रेडिट गार्डरेल्स का पालन करता है, जिसका लक्ष्य बेहतर गुणवत्ता वाले, कम लीवरेज वाले ग्राहकों पर ध्यान केंद्रित करना है। SME व्यवसाय भी विकास के लिए तैयार है। **प्रभाव**: यह खबर फ्यूजन फाइनेंस के लिए एक बड़े टर्नअराउंड का संकेत देती है, जिससे निवेशकों का विश्वास बढ़ता है और स्थिरता व लाभप्रदता में वापसी का संकेत मिलता है। यह भारत में माइक्रोफाइनेंस और व्यापक NBFC क्षेत्र की भावना को सकारात्मक रूप से प्रभावित कर सकती है, यह दर्शाते हुए कि इसी तरह की चुनौतियों का सामना करने वाली कंपनियां भी उन्हें सफलतापूर्वक पार कर सकती हैं। प्रभाव रेटिंग: 7/10।