Banking/Finance
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Updated on 10 Nov 2025, 01:40 am
Reviewed By
Simar Singh | Whalesbook News Team
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बेंगलुरु में मुख्यालय वाली स्लाइस स्मॉल फाइनेंस बैंक ने लाभप्रदता हासिल कर ली है, जिसने चालू वित्तीय वर्ष (H1 FY26) की पहली छमाही में 7 करोड़ रुपये का शुद्ध लाभ दर्ज किया है। यह 31 मार्च, 2025 को समाप्त हुए पूरे वित्तीय वर्ष के लिए रिपोर्ट किए गए 217 करोड़ रुपये के घाटे से एक उल्लेखनीय उलटफेर है। वित्त वर्ष 2026 की पहली छमाही के लिए बैंक की कुल आय 632 करोड़ रुपये तक पहुँच गई, जो पूरे वित्त वर्ष 2025 के 604 करोड़ रुपये की आय से दोगुनी है। इस महत्वपूर्ण वृद्धि के पीछे कई कारक बताए गए हैं। बेहतर नेट इंटरेस्ट मार्जिन (NIM) एक प्रमुख योगदानकर्ता थे, जो बैंक की सार्वजनिक जमाओं को आकर्षित करने की क्षमता से उपजे, जिससे अन्य संस्थानों पर निर्भरता की तुलना में फंड की लागत कम हो गई। परिचालन व्यय (Operating Expenses) को युक्तिसंगत बनाया गया और क्रेडिट लागत (Credit Costs) स्थिर रही। बैंक की जमा राशि (Deposit Base) वित्त वर्ष 2026 की पहली छमाही में 61% बढ़कर 3,900 करोड़ रुपये हो गई। प्रबंधन के तहत संपत्ति (AUM) भी 30 सितंबर, 2025 तक 27% बढ़कर 3,800 करोड़ रुपये हो गई। ऋण पुस्तिका (Loan Book) में मुख्य रूप से डिजिटल, असुरक्षित व्यक्तिगत ऋण (76%) शामिल हैं, और सुरक्षित संपत्ति वर्गों को बढ़ाने की योजना है। इसके अलावा, बैंक की नेट वर्थ (Net Worth) 30 सितंबर, 2025 तक काफी सुधर कर 891 करोड़ रुपये हो गई, जिससे पूंजी पर्याप्तता अनुपात (CAR) 18.1% हो गया।
प्रभाव (Impact): यह खबर भारतीय फिनटेक और बैंकिंग क्षेत्र के लिए सकारात्मक है। यह दर्शाता है कि नई पीढ़ी के बैंक लाभप्रदता हासिल कर सकते हैं, जो इसी तरह की कंपनियों में निवेशकों के विश्वास को बढ़ा सकता है। जमाओं और प्रबंधन के तहत संपत्ति में वृद्धि सफल एकीकरण और बाजार पहुंच के विस्तार का संकेत देती है। नेट वर्थ और पूंजी पर्याप्तता अनुपात में सुधार वित्तीय स्थिरता और आगे ऋण देने की क्षमता को दर्शाता है। रेटिंग: 6/10।