Banking/Finance
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Updated on 12 Nov 2025, 01:59 pm
Reviewed By
Aditi Singh | Whalesbook News Team

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IPO की कतार में खड़ी फिनटेक फर्म पाइन लैब्स को भारतीय रिजर्व बैंक (RBI) द्वारा महत्वपूर्ण पेमेंट लाइसेंस प्रदान किए गए हैं। इनमें पेमेंट एग्रीगेटर, पेमेंट गेटवे और क्रॉस-बॉर्डर पेमेंट लाइसेंस शामिल हैं, जो पाइन लैब्स को देश भर में व्यापक डिजिटल भुगतान सेवाएं प्रदान करने में सक्षम बनाते हैं। सीईओ अमरीश राउ ने इस बात पर प्रकाश डाला कि पाइन लैब्स इन तीनों लाइसेंसों को प्राप्त करने वाली पहली कंपनी है। यह महत्वपूर्ण नियामक मंजूरी कंपनी के इनिशियल पब्लिक ऑफरिंग (IPO) के 2.46 गुना से अधिक सब्सक्राइब होने के तुरंत बाद आई है, जो निवेशकों की मजबूत रुचि का संकेत देता है। IPO का उद्देश्य लगभग 3,900 करोड़ रुपये जुटाना था, जिससे पाइन लैब्स का मूल्यांकन लगभग 25,377 करोड़ रुपये हो गया। इन फंडों का उपयोग ऋण घटाने, विदेशी विस्तार और प्रौद्योगिकी उन्नयन के लिए किया जाएगा। इसके अलावा, पाइन लैब्स ने वित्तीय प्रगति दिखाई है, Q1 FY26 में 4.8 करोड़ रुपये के शुद्ध लाभ के साथ लाभदायक हो गई है, जो पिछले वर्ष के घाटे से एक बड़ी सुधार है। यह ऑपरेटिंग रेवेन्यू में 18% साल-दर-साल (YoY) वृद्धि से प्रेरित है। Impact: यह खबर पाइन लैब्स के लिए अत्यंत सकारात्मक है, जो इसकी परिचालन क्षमताओं और बाजार स्थिति को मजबूत करती है। यह नियामक अनिश्चितताओं को दूर करती है, इसकी सेवा पेशकश को बढ़ाती है, और लिस्टिंग से पहले निवेशकों के विश्वास को बढ़ाती है। ये व्यापक लाइसेंस इसे डिजिटल भुगतान बाजार का एक बड़ा हिस्सा हासिल करने की अनुमति देते हैं।