Banking/Finance
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Updated on 14th November 2025, 11:47 AM
Author
Simar Singh | Whalesbook News Team
कोटक महिंद्रा बैंक का बोर्ड 21 नवंबर 2025 को स्टॉक स्प्लिट प्रस्ताव पर विचार करने के लिए बैठेगा। बैंक ने 30 सितंबर 2025 को समाप्त दूसरी तिमाही के लिए स्टैंडअलोन नेट प्रॉफिट में 2.7% की साल-दर-साल गिरावट दर्ज की, जो ₹3,253 करोड़ रहा। हालांकि, इसी अवधि में नेट इंटरेस्ट इनकम (NII) 4% बढ़कर ₹7,311 करोड़ हो गई, और नेट एडवांसेज 16% बढ़कर ₹462,688 करोड़ हो गए।
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कोटक महिंद्रा बैंक ने घोषणा की है कि उसके निदेशक मंडल (Board of Directors) 21 नवंबर 2025 को अपने इक्विटी शेयरों के लिए स्टॉक स्प्लिट पर चर्चा करने और संभावित रूप से मंजूरी देने के लिए बैठक करेंगे। प्रत्येक शेयर का वर्तमान फेस वैल्यू ₹5 है, और बोर्ड सब-डिवीजन के विशिष्ट अनुपात पर निर्णय लेगा। स्टॉक स्प्लिट का उद्देश्य शेयरों को व्यापक श्रेणी के निवेशकों के लिए अधिक किफायती और सुलभ बनाना है, जिससे लिक्विडिटी बढ़ सकती है।
वित्तीय वर्ष 2025-26 (Q2FY26) की दूसरी तिमाही के लिए अपनी हालिया वित्तीय अपडेट में, निजी ऋणदाता ने अपने स्टैंडअलोन नेट प्रॉफिट में मामूली 2.7% की गिरावट दर्ज की, जो पिछले वर्ष की इसी अवधि में ₹3,344 करोड़ की तुलना में ₹3,253 करोड़ रहा।
मुनाफे में गिरावट के बावजूद, प्रमुख प्रदर्शन संकेतकों (key performance indicators) में वृद्धि देखी गई। नेट इंटरेस्ट इनकम (NII) में 4% की वृद्धि हुई, जो Q2FY26 में ₹7,311 करोड़ तक पहुँच गया, जबकि Q2FY25 में यह ₹7,020 करोड़ था। नेट इंटरेस्ट मार्जिन (NIM) 4.54% रहा, और फंड की लागत (cost of funds) 4.70% पर रही। बैंक के नेट एडवांसेज में साल-दर-साल 16% की स्वस्थ वृद्धि हुई, जो 30 सितंबर 2025 तक ₹462,688 करोड़ हो गया, जबकि एक साल पहले यह ₹399,522 करोड़ था।
प्रभाव (Impact): यह खबर स्टॉक को अधिक सुलभ बनाकर निवेशक भावना (investor sentiment) पर सकारात्मक प्रभाव डाल सकती है। स्टॉक स्प्लिट अक्सर ट्रेडिंग वॉल्यूम को बढ़ाता है और कंपनी के भविष्य के विकास में विश्वास का संकेत माना जाता है। रेटिंग: 6/10
कठिन शब्दों की व्याख्या: स्टॉक स्प्लिट (Stock Split): एक कॉर्पोरेट कार्रवाई जिसमें एक कंपनी अपने मौजूदा शेयरों को कई शेयरों में विभाजित करती है। उदाहरण के लिए, 1:10 स्टॉक स्प्लिट का मतलब है कि एक पुराना शेयर दस नए शेयर बन जाएगा, जिससे प्रति शेयर कीमत कम हो जाएगी लेकिन कुल मार्केट कैपिटलाइजेशन समान रहेगी। फेस वैल्यू (Face Value): कंपनी के चार्टर में बताए अनुसार शेयर का नाममात्र मूल्य। नेट इंटरेस्ट इनकम (NII): बैंक द्वारा अपनी ऋण गतिविधियों से अर्जित ब्याज आय और अपने जमाकर्ताओं को दिए गए ब्याज के बीच का अंतर। नेट इंटरेस्ट मार्जिन (NIM): बैंक की लाभप्रदता का एक माप, जिसे ब्याज-भुगतान वाली संपत्तियों की राशि के सापेक्ष, अर्जित ब्याज आय और दिए गए ब्याज के बीच के अंतर के रूप में गणना की जाती है। नेट एडवांसेज (Net Advances): बैंक द्वारा दिए गए ऋणों की कुल राशि, ऋण पुनर्भुगतान और खराब ऋणों के लिए प्रावधानों को घटाकर।