Banking/Finance
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Updated on 10 Nov 2025, 07:26 am
Reviewed By
Simar Singh | Whalesbook News Team
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भारतीय विशिष्ट पहचान प्राधिकरण (UIDAI) ने अनिवार्य कर दिया है कि प्रमाणीकरण या ई-केवाईसी प्रक्रियाओं के लिए आधार का उपयोग करने वाली सभी संस्थाओं को इस संवेदनशील डेटा को आधार डेटा वॉल्ट (ADV) नामक एक नए, सुरक्षित सिस्टम में संग्रहीत करना होगा। यह निर्देश बैंकों, एनबीएफसी, दूरसंचार कंपनियों, फिनटेक प्लेटफॉर्म और सरकारी विभागों पर लागू होता है।
ADV आधार नंबर और ई-केवाईसी XML फ़ाइलों जैसी महत्वपूर्ण जानकारी के लिए एक समर्पित, एन्क्रिप्टेड स्टोरेज सिस्टम है, जिसमें नाम, जन्म तिथि और पते जैसे जनसांख्यिकीय विवरण शामिल हैं। इसका प्राथमिक उद्देश्य आधार के डिजिटल फुटप्रिंट को कम करना और एक्सेस पर सख्त नियंत्रण सुनिश्चित करना है। मुख्य विशेषताओं में आधार नंबरों और लिंक किए गए डेटा का एंड-टू-एंड एन्क्रिप्शन, हर एक्सेस प्रयास को ट्रैक करने के लिए व्यापक ऑडिट ट्रेल्स, और नियामक अनुपालन सुनिश्चित करना शामिल है।
यह सिस्टम इस तरह काम करता है कि प्रत्येक आधार नंबर को संगठन के सिस्टम के भीतर एक अद्वितीय संदर्भ कुंजी से बदल दिया जाता है। वास्तविक आधार नंबर वॉल्ट के अंदर एन्क्रिप्टेड रहता है और उचित प्राधिकरण के बिना देखा या निकाला नहीं जा सकता है, जिससे उपयोगकर्ता की गोपनीयता बनी रहती है।
नागरिकों के लिए, इसका मतलब सुरक्षा की एक बढ़ी हुई परत है, क्योंकि आधार विवरण केवल एन्क्रिप्टेड रूप में संग्रहीत किए जाएंगे, और संस्थाओं द्वारा आधार पीडीएफ या ई-केवाईसी फ़ाइलों का स्थानीय भंडारण निषिद्ध है।
प्रभाव: इस जनादेश के लिए आधार डेटा को संभालने वाले कई वित्तीय संस्थानों और प्रौद्योगिकी प्रदाताओं के लिए महत्वपूर्ण परिचालन समायोजन और सिस्टम अपग्रेड की आवश्यकता होगी। इससे अनुपालन लागत बढ़ने और डेटा गवर्नेंस सख्त होने की संभावना है। हालाँकि, बेहतर सुरक्षा उपायों से डेटा उल्लंघनों और पहचान की चोरी के जोखिम में काफी कमी आने की उम्मीद है, जिससे उपभोक्ता विश्वास बढ़ेगा और समग्र डिजिटल पारिस्थितिकी तंत्र की अखंडता मजबूत होगी।
प्रभाव रेटिंग: 8/10
कठिन शब्द: * **Aadhaar Data Vault (ADV)**: UIDAI द्वारा स्थापित एक विशेष, अत्यधिक सुरक्षित, एन्क्रिप्टेड डिजिटल भंडारण प्रणाली जिसका उपयोग संवेदनशील आधार-संबंधित जानकारी को सुरक्षित रखने के लिए किया जाता है। * **Requesting Entity (RE)**: कोई भी संगठन जो सत्यापन या प्रमाणीकरण उद्देश्यों के लिए आधार का उपयोग करना चाहता है, जैसा कि आधार अधिनियम के तहत परिभाषित है। * **eKYC XML files**: XML में स्वरूपित इलेक्ट्रॉनिक फ़ाइलें जिनमें 'अपने ग्राहक को जानें' (KYC) विवरण होते हैं, जो आधार से प्राप्त होते हैं, जिसमें जनसांख्यिकीय जानकारी शामिल है। * **End-to-end encryption**: एक सुरक्षा प्रोटोकॉल जहां डेटा स्रोत पर एन्क्रिप्ट किया जाता है और केवल इच्छित प्राप्तकर्ता द्वारा ही डिक्रिप्ट किया जा सकता है, यह सुनिश्चित करता है कि यह इसे इंटरसेप्ट करने वाले किसी भी व्यक्ति के लिए अपठनीय रहे। * **Audit trails**: सभी सिस्टम गतिविधियों का एक कालानुक्रमिक रिकॉर्ड, जो बताता है कि किसने क्या कार्रवाई की, कब, और किस डेटा पर, सुरक्षा निगरानी और जवाबदेही के लिए महत्वपूर्ण है।