Banking/Finance
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30th October 2025, 7:44 AM

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यूनियन बैंक ऑफ इंडिया ने 30 सितंबर को समाप्त तिमाही के लिए अपने वित्तीय प्रदर्शन का खुलासा किया है। बैंक की नेट इंटरेस्ट इनकम (NII), जो ऋण देने की गतिविधियों से होने वाली उसकी मुख्य आय का प्रतिनिधित्व करती है, साल-दर-साल आधार पर 2.6% घटकर ₹8,812 करोड़ हो गई। हालांकि, यह आंकड़ा सीएनबीसी-टीवी18 पोल की ₹8,744 करोड़ की उम्मीद से अधिक रहा। नेट प्रॉफिट में पिछले वर्ष की तुलना में 10% की गिरावट आई, जो ₹4,249 करोड़ रहा। उल्लेखनीय है कि यह लाभ सीएनबीसी-टीवी18 पोल द्वारा अनुमानित ₹3,528 करोड़ से अधिक था, जो उम्मीद से बेहतर लाभप्रदता को दर्शाता है। संपत्ति की गुणवत्ता में क्रमिक आधार पर एक महत्वपूर्ण सकारात्मक विकास हुआ है। ग्रॉस नॉन-परफॉर्मिंग एसेट्स (GNPAs) अनुपात सितंबर तिमाही के अंत में 3.29% तक कम हो गया, जो जून में 3.52% था। नेट नॉन-परफॉर्मिंग एसेट्स (NNPAs) अनुपात भी पिछले तिमाही के 0.62% से सुधरकर 0.55% हो गया। पूर्ण रूप से, GNPAs ₹34,311 करोड़ से घटकर ₹32,085 करोड़ हो गए, और NNPA ₹5,873 करोड़ से घटकर ₹5,209 करोड़ हो गया। इसके अतिरिक्त, बैंक द्वारा नॉन-परफॉर्मिंग एसेट्स (NPAs) के लिए आवंटित प्रावधानों (provisions) में भी काफी कमी आई, जो पिछली तिमाही के ₹1,152 करोड़ से घटकर लगभग आधी होकर ₹526 करोड़ रह गई। **Impact:** ये मिले-जुले नतीजे निवेशकों के लिए एक सूक्ष्म तस्वीर पेश करते हैं। जहां राजस्व (NII) में थोड़ी गिरावट दिख रही है, वहीं उम्मीद से बेहतर नेट प्रॉफिट और संपत्ति की गुणवत्ता में उल्लेखनीय सुधार बैंक के वित्तीय स्वास्थ्य और जोखिम प्रबंधन के लिए सकारात्मक संकेत हैं। एनपीए और प्रावधानों में कमी संभावित हानियों के कम होने का संकेत देती है। नतीजों के बाद स्टॉक की अस्थिरता बताती है कि बाजार प्रतिभागी इन आंकड़ों का आकलन कर रहे हैं। कुल मिलाकर, ये नतीजे यूनियन बैंक ऑफ इंडिया के लिए एक सतर्क आशावादी दृष्टिकोण प्रदान कर सकते हैं।