Banking/Finance
|
28th October 2025, 12:27 PM

▶
टाटा कैपिटल लिमिटेड ने, अपने हालिया शेयर बाजार लिस्टिंग के बाद पहली त्रैमासिक वित्तीय रिपोर्ट में, वित्तीय वर्ष 2026 की जुलाई-सितंबर तिमाही के लिए मजबूत प्रदर्शन की घोषणा की है। कंपनी के शुद्ध लाभ में पिछली तिमाही के ₹990 करोड़ से 11% की तिमाही-दर-तिमाही वृद्धि देखी गई, जो ₹1,097 करोड़ हो गया। शुद्ध कुल आय में भी क्रमिक रूप से 4% की वृद्धि हुई, जो ₹3,774 करोड़ रही। 30 सितंबर, 2025 तक असेट्स अंडर मैनेजमेंट (AUM) 3% बढ़कर ₹2,43,896 करोड़ हो गया।
कंपनी ने इस बात पर प्रकाश डाला कि उसके खुदरा (रिटेल) और लघु और मध्यम आकार के उद्यम (SME) खंड सामूहिक रूप से उसके सकल ऋण पुस्तिका (ग्रॉस लोन बुक) का लगभग 88% हिस्सा बनाते हैं, जिसमें खुदरा असुरक्षित ऋणों का योगदान 11.6% है। प्रबंध निदेशक और सीईओ, राजीव सभरवाल ने कहा कि तिमाही में "व्यापक गति" (broad-based momentum) देखी गई। उन्होंने आगे बताया कि मोटर फाइनेंस सेगमेंट को छोड़कर, AUM में 22% साल-दर-साल वृद्धि हुई, और लाभ कर पश्चात (PAT) 33% बढ़कर ₹1,128 करोड़ हो गया, जिसका श्रेय "विविध और सुव्यवस्थित पोर्टफोलियो" को दिया गया।
टाटा कैपिटल के लिए एक प्रमुख फोकस हाल ही में अधिग्रहित मोटर फाइनेंस व्यवसाय का एकीकरण है, जो मई 2025 में पूरा हुआ था। कंपनी का लक्ष्य प्रमुख व्यावसायिक मैट्रिक्स को स्थिर करना और मोटर फाइनेंस व्यवसाय में एक टर्नअराउंड हासिल करना है, ताकि इसे FY26 की चौथी तिमाही तक लाभप्रदता में वापस लाया जा सके। टाटा कैपिटल के शेयर, जो इसी महीने शेयर बाजार में सूचीबद्ध हुए थे, अपने IPO मूल्य के आसपास बंद हुए।
प्रभाव: यह खबर निवेशकों के लिए महत्वपूर्ण है क्योंकि यह लिस्टिंग के बाद टाटा कैपिटल के लिए एक सकारात्मक शुरुआत को दर्शाती है। लाभ, आय और AUM में लगातार वृद्धि, साथ ही अधिग्रहित मोटर फाइनेंस व्यवसाय के लिए एक स्पष्ट रणनीति, निवेशकों के विश्वास को बढ़ा सकती है और स्टॉक के मूल्यांकन को प्रभावित कर सकती है। कंपनी का विविध पोर्टफोलियो और एक विशिष्ट खंड के लिए लक्षित टर्नअराउंड रणनीतिक प्रबंधन को दर्शाता है।
प्रभाव रेटिंग: 7/10
कठिन शब्द: * तिमाही-दर-तिमाही (QoQ): वित्तीय परिणामों की पिछली तिमाही से तुलना। * शुद्ध लाभ (Net Profit): कुल राजस्व से सभी खर्चों, करों और ब्याज को घटाने के बाद बचा हुआ लाभ। * शुद्ध कुल आय (Net Total Income): किसी कंपनी द्वारा सीधे खर्चों या रिटर्न को घटाने के बाद उत्पन्न आय। * असेट्स अंडर मैनेजमेंट (AUM): एक वित्तीय संस्थान द्वारा अपने ग्राहकों की ओर से प्रबंधित सभी संपत्तियों का कुल बाजार मूल्य। * सकल ऋण पुस्तिका (Gross Loan Book): किसी वित्तीय संस्थान द्वारा जारी किए गए ऋणों का कुल मूल्य, प्रावधानों या राइट-ऑफ के किसी भी कटौती से पहले। * PAT (Profit After Tax): शुद्ध लाभ के समान। * IPO (Initial Public Offering): वह प्रक्रिया जिसके द्वारा एक निजी कंपनी पहली बार जनता को स्टॉक के शेयर बेचती है, जिससे वह पूंजी जुटा सकती है। * वित्तीय वर्ष (FY): 12 महीने की अवधि जिसका उपयोग कंपनियां और सरकारें वित्तीय रिपोर्टिंग और बजट के लिए करती हैं। भारत के लिए, FY26 आमतौर पर 1 अप्रैल, 2025 से 31 मार्च, 2026 की अवधि को संदर्भित करता है।