Banking/Finance
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31st October 2025, 9:57 AM
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एम.एस. धोनी के फैमिली ऑफिस द्वारा समर्थित, एक टेक्नोलॉजी-संचालित लेंडिंग फर्म फिनबड फाइनेंशियल सर्विसेज ने अपना इनिशियल पब्लिक ऑफरिंग (IPO) घोषित किया है, जिसमें प्रति शेयर ₹140 से ₹142 के बीच प्राइस बैंड तय किया गया है। इस सार्वजनिक निर्गम का लक्ष्य 50.48 लाख इक्विटी शेयरों के फ्रेश इश्यू के माध्यम से लगभग ₹71.6 करोड़ जुटाना है। खुदरा निवेशकों के लिए सब्सक्रिप्शन अवधि 6 नवंबर से 10 नवंबर, 2025 तक चलेगी, जबकि एंकर निवेशक 4 नवंबर को भाग लेंगे। इस IPO से प्राप्त आय का उपयोग महत्वपूर्ण व्यावसायिक आवश्यकताओं के लिए किया जाएगा, जिसमें वर्किंग कैपिटल बढ़ाना, इसकी सहायक कंपनी एलटीसीवी क्रेडिट प्राइवेट लिमिटेड में निवेश करना, व्यापार विकास और विपणन पहलों को फंड करना, और मौजूदा ऋणों का पुनर्भुगतान शामिल है, शेष राशि का उपयोग सामान्य कॉर्पोरेट उद्देश्यों के लिए किया जाएगा। 2012 में विवेक भाटिया, पार्थ पांडे और पराग अग्रवाल द्वारा स्थापित फिनबड फाइनेंशियल सर्विसेज (फाइनेंस बुद्धा की मूल कंपनी) विशेष रूप से उभरते बाजारों में तेज, सरल और भरोसेमंद क्रेडिट समाधान प्रदान करने पर ध्यान केंद्रित करती है। आशीष कचोलिया और एमएस धोनी फैमिली ऑफिस जैसे प्रमुख निवेशकों का समर्थन इसके फिजीटल लेंडिंग मॉडल में विश्वास को उजागर करता है। वित्तीय रूप से, फिनबड ने वित्तीय वर्ष 2025 में ₹223 करोड़ की कुल आय और ₹8.5 करोड़ का कर पश्चात लाभ (PAT) दर्ज किया। कंपनी के शेयरों को एनएसई के ईएमर्ज प्लेटफॉर्म पर सूचीबद्ध करने की उम्मीद है, जिसकी अनुमानित लिस्टिंग तिथि 13 नवंबर, 2025 है। एसकेआई कैपिटल सर्विसेज आईपीओ को लीड मैनेजर के रूप में प्रबंधित कर रही है, और स्काईलाइन फाइनेंशियल सर्विसेज रजिस्ट्रार है। Impact: यह आईपीओ निवेशकों को भारत के बढ़ते वित्तीय क्षेत्र में एक डिजिटल रूप से सक्षम लेंडिंग प्लेटफॉर्म के विकास में भाग लेने का अवसर प्रदान करता है। उभरते बाजारों पर कंपनी का ध्यान और सेलिब्रिटी समर्थन महत्वपूर्ण निवेशक रुचि आकर्षित कर सकता है। सफल धन जुटाना और उसके बाद की लिस्टिंग फिनबड की विस्तार योजनाओं और परिचालन क्षमताओं को बढ़ावा दे सकती है। Impact Rating: 7/10
Explanation of Difficult Terms: * **IPO (इनिशियल पब्लिक ऑफरिंग)**: यह वह प्रक्रिया है जिसके द्वारा एक निजी कंपनी पहली बार जनता को अपने शेयर पेश करती है, और एक सार्वजनिक रूप से कारोबार करने वाली कंपनी बन जाती है। * **फिजीटल (Phygital)**: एक व्यावसायिक मॉडल जो एक निर्बाध ग्राहक अनुभव प्रदान करने के लिए भौतिक (ईंट-और-मोर्टार) और डिजिटल (ऑनलाइन) चैनलों को जोड़ता है। * **सहायक कंपनी (Subsidiary)**: एक कंपनी जो किसी अन्य कंपनी के स्वामित्व या नियंत्रण में होती है, जिसे मूल कंपनी कहा जाता है। * **FY25 (वित्तीय वर्ष 2025)**: यह 31 मार्च, 2025 को समाप्त होने वाले वित्तीय वर्ष को संदर्भित करता है। * **NSE's Emerge platform**: नेशनल स्टॉक एक्सचेंज ऑफ इंडिया का एक समर्पित प्लेटफॉर्म जो छोटे और मध्यम उद्यमों (SMEs) को सूचीबद्ध होने और पूंजी जुटाने में मदद करता है। * **बुक रनिंग लीड मैनेजर (Book running lead manager)**: एक निवेश बैंक जो किसी कंपनी को IPO आयोजित करने में मदद करता है, निवेशकों से ऑर्डर बुक का प्रबंधन करता है। * **रजिस्ट्रार (Registrar)**: एक इकाई जो शेयर स्वामित्व के रिकॉर्ड बनाए रखने और कंपनी के लिए शेयर हस्तांतरण और लाभांश भुगतान से संबंधित प्रशासनिक कार्यों को संभालने के लिए जिम्मेदार होती है।